गांधी जयंती: शांति, सत्य और अहिंसा के मार्गदर्शक…….

Gandhi Jayanti

Gandhi Jayanti 2024: गांधी जयंती हर साल 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के रूप में मनाई जाती है। महात्मा गांधी, जिन्हें “राष्ट्रपिता” कहा जाता है, ने भारत को ब्रिटिश शासन से आज़ादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने अहिंसा और सत्य के सिद्धांतों पर आधारित आंदोलनों से लाखों लोगों को प्रेरित किया। आइए जानें कि गांधी जयंती कैसे और क्यों मनाई जाती है- क्यों मनाई जाती है गांधी जयंती? 2. अहिंसा का प्रचार: यह दिन शांति और अहिंसा के महत्व को समझने और अपनाने का भी अवसर है। गांधीजी का मानना था कि हिंसा के बिना किसी भी संघर्ष को हल किया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र ने 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मान्यता दी है, जो गांधीजी के वैश्विक प्रभाव को दर्शाता है। 3. स्वतंत्रता संग्राम में योगदान: महात्मा गांधी ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने दांडी मार्च और भारत छोड़ो आंदोलन जैसे अभियानों का नेतृत्व किया, जिनमें लाखों लोगों ने बिना हिंसा का सहारा लिए ब्रिटिश शासन का विरोध किया। कैसे मनाई जाती है गांधी जयंती? 2. सांस्कृतिक कार्यक्रम: स्कूल, कॉलेज और अन्य संस्थानों में गांधीजी के जीवन और उनके विचारों पर आधारित भाषण, निबंध और नाटकों का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों और युवाओं को गांधीजी के सिद्धांतों की जानकारी दी जाती है। 3. सामाजिक कार्य: इस दिन लोग स्वच्छता अभियान, सामुदायिक सेवा और अन्य सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेते हैं। गांधीजी का मानना था कि स्वच्छता और आत्मनिर्भरता समाज के विकास के लिए आवश्यक हैं, इसलिए लोग इस दिन इन कार्यों को करते हैं। 4. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर: गांधी जयंती केवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में भी मनाई जाती है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी इस दिन शांति और अहिंसा को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यह दिन महात्मा गांधी के अनमोल योगदान को याद करने और उनके सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाने का अवसर है। यह दिन हमें शांति, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है और उनके विचारों को आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाता है। यह भी पढ़ें पिथौरागढ़ का आखिरी गांव नामिक में अब होगी 24 घंटे बिजली, 340 परिवारों के घर होंगे रोशन……

संस्कृति और विरासत का संरक्षण: विश्व पर्यटन दिवस का महत्व

World Tourism Day: हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। यह दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन के महत्व को समझाने और उसे बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। विश्व पर्यटन दिवस का आयोजन संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा किया जाता है। इसका उद्देश्य पर्यटन के सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव को उजागर करना है। विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत 1980 में हुई थी। इस दिन को मनाने का निर्णय 1979 में UNWTO की आम सभा में लिया गया। पहले विश्व पर्यटन दिवस का आयोजन 27 सितंबर 1980 को हुआ। इस दिन को चुनने का कारण यह है कि यह पर्यटन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण गतिविधियों का समय है, जब लोग अपनी छुट्टियों की योजना बनाते हैं। विश्व पर्यटन दिवस का महत्व विश्व पर्यटन दिवस हमें याद दिलाता है कि पर्यटन केवल एक उद्योग नहीं है, बल्कि यह विभिन्न संस्कृतियों, लोगों और प्राकृतिक स्थलों के बीच का एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य न केवल पर्यटन के महत्व को पहचानना है, बल्कि इसे स्थायी और जिम्मेदार बनाने के लिए सभी को प्रेरित करना भी है। हमें चाहिए कि हम इस दिन का उपयोग पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और स्थानीय समुदायों के विकास के लिए करें। विश्व पर्यटन दिवस न केवल पर्यटन के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह हमें एक समर्पित और जिम्मेदार पर्यटक बनने की प्रेरणा भी देता है। यह भी पढ़े | सीएम धामी ने विश्व पर्यटन दिवस की दी शुभकामनाएं, उत्तराखंड में पर्यटकों को किया आमंत्रित

सीएम धामी ने विश्व पर्यटन दिवस की दी शुभकामनाएं, उत्तराखंड में पर्यटकों को किया आमंत्रित

CM Dhami On World Tourism day: 27 सितंबर को पूरा विश्व “विश्व पर्यटन दिवस” के रूप में मना रहा है इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देशवासियों के साथ ही पूरे विश्व को विश्व पर्यटन दिवस की शुभकामनाएं दी। सीएम धामी ने विश्व पर्यटन दिवस की दी शुभकामनाएं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पोस्ट करते लिखा “समस्त प्रदेशवासियों को “विश्व पर्यटन दिवस” की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। उत्तराखंड की अद्वितीय सुंदरता, हरे-भरे पहाड़ों, शीतल जलधारा और शांत झीलों में छिपा सौंदर्य मन को मंत्रमुग्ध कर देने वाला है। यहां पर्यटन, रोमांच, अध्यात्म और शांति का एक अनूठा संगम है।” उत्तराखंड में पर्यटकों को किया आमंत्रित साथ ही उन्होंने लिखा “पर्यटकों को सुरक्षित, स्मरणीय और सकारात्मक यात्रा अनुभव प्रदान करना हमारी सरकार का संकल्प है और इस दिशा में हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं। आप सभी का नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण उत्तराखंड में हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है।” यह भी पढ़े |  पीएम मोदी सहित सीएम धामी ने दी गणेश चतुर्थी की बधाई, जाने किस पड़ोसी देश में गणपति यात्रा पर हुआ हमला सीएम धामी और पीएम मोदी ने दी डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि, देशवासियों को दी शिक्षक दिवस 2024 की बधाई

Delhi CM Atishi prayed at Hanuman Temple for return of kejriwal as CM of Delhi……

Delhi CM Atishi

Delhi CM Atishi: The newly appointed chief minister of Delhi Atishi Marlena today visited Hanuman Temple located at Connaught Place to seek blessings. CM Atishi Visited Hanuman Temple The newly elected Chief Minister emphasized her wish for AAP leader Arvind Kejriwal to take over again as chief minister of Delhi. Atishi expressed her gratitude towards almighty for saving the AAP for the past 2 years.In a post on X Atishi wrote,“Took blessings of Hanuman ji at the ancient Hanuman Temple located at Connaught Place. In the last 2 years many conspiracies were hatched against the Aam Admi Party, the Delhi government, the people of Delhi and our leader Arvind Kejriwal. But Hanuman Ji protected us from every crisis. This is my prayer to Sankat Mochan that his blessings always remain on all of us, we keep working for the people of Delhi and after the upcoming elections, once again Arvind Kejriwal ji becomes the Chief Minister of Delhi.” On social media as well people can see Atishi’s emotional gesture towards Kejriwal as she placed and empty chair beside her CM chair saying this state belongs to Arvind Kejriwal. During her pledge day as CM of Delhi she said that “Today I took charge as the CM of Delhi and today I have the same pain in my heart as Bharat ji had. Just like Bharatji worked by keeping Lord Shri Ram’s sandals I will take charge as CM for the next 4 months. Atishi’s wish for Kejriwal to get Reelected as CM During her visit to the temple atishi emphasize the challenges faced by AAP telling about the ongoing attacks against the party and its leadership. While talking with the press Atishi said- “Offered prayers at Pracheen Hanuman Mandir and Hanuman ji has been our ‘Sankat Mochan’. For the last 2 years, AAP and Arvind Kejriwal were attacked in every way possible. Efforts were made to break up, suppress us and silence us, but Hanuman ji has always protected AAP, Arvind Kejriwal, Delhi and its people. I have asked just one thing from the almighty today, to continue to shower his blessings upon us and may Arvind Kejriwal become the Chief Minister of Delhi again.” Also Read: India reports its first imported case of virulent Clade 1b Mpox virus strain

तिरुपति लडडू विवाद पर पवन कल्याण का बड़ा बयान, सनातन धर्म रक्षण बोर्ड के गठन……

Tirupati Prasadam Controversy

Tirupati Prasadam Controversy: श्री वेंकटेश्वर तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवर के अंश पाए जाने की खबरों से पूरा देश आक्रोश में है। इस परेशान कर देने वाली खबर पर आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण का बयान सामने आया है। तिरुपति के प्रसाद को किया गया खंडित आपको बता दे श्री वेंकटेश्वर तिरुपति मंदिर में दुनिया भर से करो करोड़ों लोग हर साल दर्शन करने पहुंचते हैं। देश विदेश में रह रहे हिंदू और अन्य जाति के लोगों का यह एक बहुत बड़ा धर्म स्थल है जिससे करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है। जानकारी के अनुसार श्री वेंकटेश्वर मंदिर (तिरुपति) के प्रसाद में मछली के तेल और बीफ के अंश पाए गए। यह एक हिंदू धर्म के किसी भी व्यक्ति के लिए एक असहनीय घटना है। इस खबर से पूरे भारत देश के हिंदू धर्म के लोगों में आक्रोश भरा हुआ है, सभी इससे जुड़े अपराधियों पर सख्त कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। पवन कल्याण द्वारा बड़ा बयान इन सभी विवादित खबरों के बीच अभिनेता और आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण का भी बयान सामने आ रहा है। उन्होंने इस दुखद खबर पर बेहद परेशानी और आक्रोश जाहिर किया है।उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कहा कि, “शायद….. इन सभी मुद्दों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सनातन धर्म रक्षण बोर्ड के गठन का समय आ गया है।” यह भी पढ़ें अब तक 4 एटीएस ही किए गए तैयार, इस साल भी लागू नहीं हो पाएगी व्यवस्था, जारी रहेगा मैन्युअल फिटनेस जांच…..

100 Days of Modi 3.0 : मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के हुए 100 दिन पूरे, पूर्व सैनिक सहित जनजातीय समाज के विकास पर जोर…

100 Days of Modi 3.0

100 Days of Modi 3.0: 17 सितंबर मंगलवार को भारत में एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन पूरे हो गए, जिसके अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जानकारी देते हुए पोस्ट किया उन्होंने बीते 100 दिनों में हुए कामों को जनता के सामने रखा। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन देश के लिए सकारात्मक बदलाव की शुरुआत के प्रतीक है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के हुए 100 दिन पूरे | 100 Days of Modi 3.0 मोदी सरकार 3.0 भारत को बदल रही है | 100 Days of Modi 3.0 बीते 100 दोनों का बुरा देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पोस्ट करते हुए लिखा “एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन देश के लिए सकारात्मक बदलाव की शुरुआत के प्रतीक रहे इस अवधि में राष्ट्र के विकास के लिए 15 लाख करोड़ की विभिन्न जनकल्याणकारी परियोजनाओं की शुरुआत की गई इन परियोजनाओं के माध्यम से आने वाले सालों में देश के आर्थिक और सामाजिक प्रगति को नए आयाम प्राप्त होंगे विभिन्न युगांत कार्य निर्णय के माध्यम से मोदी सरकार 3.0 भारत को बदल रही है और एक समृद्ध और स्वर्णिम भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रही है।” पूर्व सैनिक सहित जनजातीय समाज के विकास पर जोर | 100 Days of Modi 3.0 साथ ही सीएम धामी ने लिखा “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के द्वारा शुरुआती 100 दिनों में ही जनजाति समाज को समान अवसर और सुरक्षा प्रदान की जा रही है यह मोदी जी की प्रतिबद्धता है कि आज विकास से वंचित समाज को प्रगति की मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है।” साथ ही पूर्व सैनिकों को प्राथमिकता दिए जाने की जानकारी देते हुए उन्होंने लिखा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कर्मचारियों और पूर्व सैनिकों की सामाजिक सुरक्षा को प्राथमिकता जीत दी जा रही है मोदी सरकार 3.0 यह सुनिश्चित कर रही है कि समाज के हर वर्ग को सुरक्षा और सम्मान मिले जिससे कि वह एक बेहतर और सुरक्षित जीवन जी सके।” यह भी पढ़े | सीएम धामी और पीएम मोदी ने जन्माष्टमी की दी बधाई, देश आज हर्षोल्लास के साथ मना रहा कृष्ण जन्माष्टमी 2024 पीएम मोदी ने 11वीं बार लगातार फहराया तिरंगा, जाने पीएम के भाषण में क्या रही खास बातें

Pitra Paksh 2024 Begins: आज से शुरू हो रहा पितृपक्ष, 2 अक्टूबर तक मनाया जाएगा, जानिए तिथि…..

Pitra Paksh 2024 Begins

Pitra Paksh 2024 Begins: आज 17 सितंबर से शुरू होने जा रहा पितृपक्ष। पितृपक्ष हिंदू धर्म में पितरों को प्रसन्न करने वाला पर माना जाता है। श्राद्ध पक्ष में होगा पूर्वजों का सम्मान (Pitra Paksh 2024 Begins) आज पूरे देश भर में पितृपक्ष आरंभ होने जा रहा है। इस साल पितृपक्ष 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। आपको बता दे हिंदू धर्म में पितृपक्ष की बड़ी मान्यता है, जिसमें पितरों को प्रसन्न और संतुष्ट किया जाता है। पितृपक्ष की शुरुआत भाद्रपद पूर्णिमा तिथि से होती है। इन दिनों उन पूर्वजों के सम्मान में श्राद्ध किया जाता है जिनकी मृत्यु हर महीने की पूर्णिमा के दिन हुई थी।आपकी जानकारी के लिए पितृपक्ष या श्रद्धा हिंदू कैलेंडर में मृतक पूर्वजों के सम्मान के लिए एक महत्वपूर्ण पर्व है। पितरों का मिलता है आशीर्वाद (Pitra Paksh 2024 Begins) पितृपक्ष में माना जाता है कि यह ऐसा समय होता है जब पूर्वजों की आत्मा प्रसाद और प्रार्थनाओं के प्रति सबसे अधिक ग्रहणशील होती हैं। आपको बता दे पितरों का श्राद्ध करने से जन्म कुंडली में पाए जाने वाले पितृदोष से भी हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता है। श्राद्ध पक्ष पितरों के प्रति अपनी सेवा प्रदान करने का एक अच्छा अवसर होता है। जानिए पितृ पक्ष का महत्व हिंदू धर्म में पितृपक्ष सभी के लिए अपने पूर्वजों को सम्मान देने और परिवार की समृद्धि के लिए पितरों का आशीर्वाद लेने का समय माना जाता है। हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि पितृपक्ष के दौरान अनुष्ठान करने और प्रसाद चढ़ाने से पूर्वजों की आत्मा को शांति के साथ मुक्ति भी मिल जाती है। श्राद्ध पक्ष में पूजा करने से सभी लोगों को संतुष्टि मिलती है कि उनके पूर्वजों द्वारा सभी वंशजों की खुशी और सफलता के लिए आशीर्वाद उन्हें मिल रहा है। जानिए पितृ पक्ष 2024 की तिथियां (Pitra Paksh 2024 Begins) 17 सितंबर, मंगलवार- पूर्णिमा श्राद्ध18 सितंबर, बुधवार- प्रतिपदा श्राद्ध19 सितंबर, गुरुवार- द्वितीया श्राद्ध20 सितंबर, शुक्रवार- तृतीया श्राद्ध21 सितंबर, शनिवार- चतुर्थी श्राद्ध, महाभरणी22 सितंबर, रविवार- पंचमी श्राद्ध23 सितंबर, सोमवार- षष्ठी श्राद्ध, सप्तमी श्राद्ध24 सितंबर, मंगलवार- अष्टमी श्राद्ध25 सितंबर, बुधवार- नवमी श्राद्ध, मातृ नवमी26 सितंबर, गुरुवार- दशमी श्राद्ध27 सितंबर, शुक्रवार- एकादशी श्राद्ध29 सितंबर, रविवार- द्वादशी श्राद्ध, मघा श्राद्ध30 सितंबर, सोमवार- त्रयोदशी श्राद्ध1 अक्टूबर, मंगलवार- चतुर्दशी श्राद्ध2 अक्टूबर, बुधवार- अमावस्या श्राद्ध, सर्व पितृ अमावस्या (Pitra Paksh 2024 Begins) यह भी पढ़ें भारी मलबे और बोल्डर से कुमाऊं की सड़कें प्रभावित, अब तक करोड़ों का नुकसान…..

Hindi Diwas 2024: हिंदी दिवस के कुछ खास महत्त्व और प्रसिद्ध उद्धरण…….

Hindi Diwas 2024

हिंदी दिवस प्रतिवर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन भारत की (Hindi Diwas 2024) राजभाषा हिंदी को सम्मान देने और उसकी प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए समर्पित है। 14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया था, इसलिए इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। जानिए हिंदी दिवस का महत्व (Hindi Diwas 2024) हिंदी दिवस का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा के प्रति लोगों को जागरूक करना और उसे राष्ट्रभाषा के रूप में सम्मानित करना है। हिंदी हमारी सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, और इसका प्रचार-प्रसार करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो हिंदी भाषा की पढ़ाई और इसके विकास के लिए योगदान दे रहे हैं। हिंदी दिवस के माध्यम से सरकार और सामाजिक संस्थान विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं, जैसे कि निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, और साहित्यिक आयोजन। हिंदी दिवस के कुछ प्रसिद्ध उद्धरण (Hindi Diwas 2024) हिंदी दिवस न केवल हमारी भाषा के प्रति सम्मान का प्रतीक है, बल्कि यह हमें अपनी भाषा, संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण का भी अवसर प्रदान करता है। इसे मनाना हमारी जड़ों से जुड़े रहने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। (Hindi Diwas 2024) यह भी पढ़ें मूसलाधार बारिश मचा रही तबाही, 5 राज्य मार्ग बंद, जानिए प्रशासन से खास बातचीत…..

Masked Aadhaaar Card: OYO होटल बुकिंग के दौरान आधार कार्ड देने से बचें, जानिए क्या है Masked Aadhaar Card और इसके फायदे……

Masked Aadhaaar Card

आजकल पर्यटकों और लोगों द्वारा OYO होटल का काफी (Masked Aadhaaar Card) इस्तेमाल किया जा रहा है जिसके चलते कई लोगों के साथ धोखाधड़ी के भी किस्से सामने आते हैं। होटल बुकिंग के दौरान ओरिजिनल आधार कार्ड को जमा कराने से कई समस्याएं सामने आ रहे हैं। जानिए इसका हल….. ओरिजिनल आधार देने की ना करें गलती (Masked Aadhaaar Card) आपको बता दे जब कभी भी OYO होटल या किसी भी अन्य होटल में रुकने के लिए बुकिंग कराई जाती है तो आपसे आपका आधार कार्ड मांगा जाता है। कई बार बुकिंग के दौरान और कभी चेक आउट के समय आधार कार्ड इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में देखा गया है कि ज्यादातर लोग आधार कार्ड की ओरिजिनल कॉपी होटल स्टाफ को ट्रांसफर कर देते हैं, जिससे उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं होता कि वह आधार कार्ड के जरिए अपना पर्सनल डाटा भी किसी को दे रहे हैं। आजकल देखा गया है कि आधार कार्ड के जरिए लोग आपका पर्सनल डाटा चोरी कर सकते हैं, साथ ही इसमें आपके बैंक अकाउंट की सभी डिटेल्स भी शामिल होती हैं जिन पर कभी भी सेंध लग सकती है। Masked Aadhaar Card का शुरू करें इस्तेमाल इन सभी दिक्कतों से बचने के लिए आजकल Masked Aadhaar Card का इस्तेमाल करना जरूरी है। किसी भी होटल में अपनी ओरिजिनल आधार कार्ड को देने की आदत में थोड़ा बदलाव लाने से आप बहुत सी समस्याओं से बच सकते हैं।आपको बता दे कि कभी भी किसी होटल में आपको अपना ओरिजिनल आधार कार्ड या फिर उसकी फोटो कॉपी नहीं देनी चाहिए, इसके स्थान पर हमेशा Masked Aadhaar Card का इस्तेमाल करना चाहिए। क्या है Masked Aadhaar Card? भारत के सभी देशवासियों के लिए आधार कार्ड एक बहुत ही जरूरी डॉक्यूमेंट है। जिसकी मदद से कई तरह की वेरिफिकेशन की जाती हैं। इसमें आपकी सभी डिटेल्स होती हैं जिसका हमें बहुत ही सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए ताकि कोई भी फ्रॉड या स्कैम ना कर सके। ऐसे में एक Masked Aadhaar Card हमारे आधार कार्ड की सभी जानकारी को सुरक्षित रखता है। तो जानते हैं Masked Aadhaar Card किस तरह हमारे आधार की जानकारी को सुरक्षित रखता है। Masked Aadhaar Card हमारे ओरिजिनल आधार कार्ड का ही एक वर्जन होता है। आपकी जानकारी के लिए जब आप इसे क्रिएट करते हैं तो यह ओरिजिनल आधार कार्ड के शुरुआती 8 नंबरों को पूरी तरह से धुंधला कर देता है। जिससे आधार नंबर के बस आखरी के 4 डिजिट ही दिखाई देते हैं। इससे यह फायदा होता है कि आपका ओरिजिनल आधार कार्ड का नंबर हाइड हो जाता है और सभी जरूरी जानकारियाँ सेफ रहती है। Masked Aadhaar Card को ट्रैवल के दौरान इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही किसी भी होटल में बुकिंग करते समय या चेक आउट करते समय वेरिफिकेशन के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि आप इसका इस्तेमाल एयरपोर्ट पर भी कर सकते हैं। कैसे करें Masked Aadhaar को डाउनलोड (Masked Aadhaaar Card) यह भी पढ़ें केदारनाथ सीट के लिए भाजपा सरकार पूरी तैयारी में, 5 मंत्रियों को सौंपी जिम्मेदारी……

Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी का महत्व और इतिहास

Ganesh Chaturthi 2024

Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी, भारत का एक महत्वपूर्ण और लोकप्रिय त्योहार है। यह त्योहार गणेश भगवान के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है, जो समृद्धि, सुख-शांति और बौद्धिकता के देवता माने जाते हैं। इस वर्ष गणेश चतुर्थी 6 सितंबर दोपहर 3:30 बजे से 7:00 सितंबर शाम 5:30 तक मनाई जा रही है। गणेश चतुर्थी का महत्व Ganesh Chaturthi 2024 गणेश चतुर्थी, हिन्दू कैलेंडर के भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन गणेश भगवान की पूजा करके लोग अपने घरों में सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना करते हैं। गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की स्थापना करके उनकी पूजा की जाती है, जिसे ‘गणेश स्थापना’ कहते हैं। यह त्योहार 10 दिनों तक चलता है, और इसे उत्साह, धूमधाम और धार्मिक जोश के साथ मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी का इतिहास Ganesh Chaturthi 2024 गणेश चतुर्थी की उत्पत्ति और इसके इतिहास से जुड़ी कई पुरानी कथाएँ और मान्यताएँ हैं। यहाँ कुछ प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की गई है: गणेश चतुर्थी एक ऐसा त्योहार है जो न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। यह त्योहार हमें गणेश भगवान के गुणों, उनकी शिक्षाओं और उनके प्रति आस्था को पुनः याद करने का अवसर प्रदान करता है। इसके साथ ही, गणेश चतुर्थी की तैयारी और उत्सव की गतिविधियाँ समाज में एकता और खुशी का संदेश भी देती हैं। यह त्योहार हर साल नई उमंग और खुशी के साथ मनाया जाता है, और यह हमें एक दूसरे के साथ मिलकर खुशी और समृद्धि की कामना करने का प्रेरणा देता है। Ganesh Chaturthi 2024 यह भी पढ़े | Ganesh Chaturthi 2024 Special: Date, History, Rituals, and 5 Ways to Welcome Financial Prosperity Into Your Life