Meta AI In Whatsapp : क्या है व्हाट्सएप में जोड़ा गया मेटा ऐप, 8 चरणों में जानें कैसे करें इस्तेमाल, क्या साबित होगा एआई, वरदान या श्राप

Meta AI In Whatsapp

तकनीक के इस सदी में नए-नए तकनीक के सामने आ रही है। AI (Meta AI In Whatsapp) की तरह अब मेटा ने भी एक और बड़ा कदम उठाते हुए अपने सभी प्लेटफार्म पर Llama–3 नाम का एक चैट बॉक्स फीचर जोड़ा किया है। बेटा के सभी प्लेटफार्म के साथ इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप पर भी यह फीचर यूजर्स को मिल रहा है। यह फीचर मशीन लर्निंग एल्गोरिथम पर आधारित है जो यूजर्स के पूछे गए सवालों और दूसरी जिज्ञाओं का जवाब देता है। व्हाट्सएप, जो मेटा (पूर्व में फेसबुक) का हिस्सा है, अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के नए युग में प्रवेश कर रहा है। मेटा एआई की तकनीकें व्हाट्सएप के उपयोगकर्ताओं को और अधिक सशक्त बनाने के लिए तैयार हैं। इस लेख में, हम व्हाट्सएप में मेटा एआई के योगदान और इसके प्रभावों पर चर्चा करेंगे। मेटा एआई का महत्व | Meta AI In Whatsapp मेटा एआई उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन की गई अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करता है। इसमें मशीन लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) और कंप्यूटर विज़न शामिल हैं, जो चैट और कॉल अनुभव को अधिक प्रभावी और उपयोगकर्ता-मित्र बनाते हैं। व्हाट्सएप में मेटा एआई के उपयोग | Meta AI In Whatsapp मेटा एआई के लाभ | Meta AI In Whatsapp चुनौतियाँ और समाधान | Meta AI In Whatsapp WhatsApp पर मौजूद मेटा AI को कैसे करें इस्तेमाल | Meta AI In Whatsapp व्हाट्सएप में मेटा एआई का एकीकरण संवाद और संचार के भविष्य को आकार दे रहा है। इसके उपयोग से चैट और कॉल अनुभव अधिक स्मार्ट, सुरक्षित और उपयोगकर्ता-मित्र बनते जा रहे हैं। मेटा एआई की यह तकनीकी क्रांति हमें एक नए युग में ले जा रही है, जहां संचार की सीमाएं समाप्त हो रही हैं और उपयोगकर्ताओं को एक नए, अधिक प्रभावी संवाद का अनुभव हो रहा है। Meta AI In Whatsapp यह भी पढ़े | देवभूमि में बढ़ते साइबर ठगी के मामले, शहीद परिवार से 2 लाख की ठगी का मामला आया सामने, 5 आरोपी हुए गिरफ्तार

Kanwar Yatra 2024: कावड़ की ऊंचाई तय की गई 7 फीट, डीजे पर रखा जाएगा नियंत्रण, पुलिस द्वारा दिशा निर्देश जारी

Kanwar Yatra 2024

इस बार कावड़ मेले में कावड़ की तय की गई ऊंचाई। डीजे पर भी नियंत्रण (Kanwar Yatra 2024) रखने की की जाएगी सख्ती। 7 फीट ही होगी कावड़ की ऊंचाई (Kanwar Yatra 2024) इस बार शुरू होने वाली कावड़ मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समन्वय बैठक में आठ राज्यों के पुलिस अधिकारियों द्वारा चर्चा होने के बाद दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। इस बार कावड़ मेले में कावड़ की भी ऊंचाई तय की गई है। निर्देशों के अनुसार किसी भी कांवड़ियों को 7 फीट से ज्यादा की ऊंचाई का कांवड़ नहीं लगाने दिया जाएगा।इसके साथ ही डीजे पर भी नियंत्रण रखने के निर्देश दिए गए हैं। आपको बता दे सोशल मीडिया को गुप्त माना गया है, जिसकी निगरानी पहले से ज्यादा कड़ी की जाएगी। अलग-अलग आबादी वाले इलाकों में फोर्स तैनात करने के साथ यातायात सुगम बनाने के लिए डायवर्सन प्लान भी तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। उपद्रवियों के खिलाफ लिया जाएगा कड़ा एक्शन (Kanwar Yatra 2024) जानकारी के अनुसार सभी राज्यों को सोशल मीडिया की निगरानी के लिए और भी कड़े प्रबंध करने को कहा गया है। जिसमें ध्यान रखा जाएगा कि सोशल मीडिया पर ऐसा कोई भी पोस्ट प्रसारित न किया जाए जिससे यात्रा प्रभावित हो। पुलिस प्रशासन द्वारा उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इसमें पुलिस प्रशासन ने दूसरे पड़ोसी राज्यों से भी सहयोग करने की अपील की है। उत्तराखंड में शांतिपूर्वक कावड़ मेला संपन्न हो इसकी पूरी तैयारी की जा रही है। आजकल आतंकी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए कावड़ यात्रा के दौरान सभी लोगों को सतर्क रहने का सुझाव भी दिया गया है। जानिए किन बातों पर किया गया विचार (Kanwar Yatra 2024) कांवड़ियों पर सीसीटीवी और ड्रोन से नजर रखी जाएगी, ताकि कोई अनहोनी न हो। यह भी पढ़ें नए अपराधिक कानून के तहत दर्ज हुआ उत्तराखंड का पहला मुकदमा , पूरे देश में नए आपराधिक कानून लागू

Social Media Day 2024 : सोशल मीडिया का उदय और इसका प्रभाव, संचार से लेकर शिक्षा तक सोशल मीडिया के लाभ

Social Media Day

सोशल मीडिया आज के दौर में हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा (Social Media Day 2024) बन गया है। चाहे वह किसी से संपर्क करना हो, समाचार प्राप्त करना हो, या अपने विचार साझा करना हो, सोशल मीडिया ने हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को पूरी तरह से बदल दिया है। हर साल 30 जून को “सोशल मीडिया डे” मनाया जाता है, जो इस क्रांति को सम्मानित करने का दिन है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य सोशल मीडिया के महत्व और इसके प्रभावों को समझना और सराहना है। सोशल मीडिया का उदय | Social Media Day 2024 सोशल मीडिया का उदय 21वीं सदी की सबसे बड़ी तकनीकी क्रांतियों में से एक है। 2000 के दशक की शुरुआत में, जब इंटरनेट आम जनता के लिए उपलब्ध हुआ, तब से सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स ने तेजी से विकास किया। 2004 में फेसबुक की शुरुआत हुई, जिसने दुनिया भर में लोगों को जोड़ने का एक नया तरीका प्रदान किया। इसके बाद ट्विटर, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, स्नैपचैट और व्हाट्सएप जैसी प्लेटफार्म्स ने सोशल मीडिया को और भी लोकप्रिय बना दिया। Social Media Day 2024 सोशल मीडिया के लाभ | Social Media Day 2024 सोशल मीडिया के नुकसान | Social Media Day 2024 सोशल मीडिया डे मनाने के तरीके | Social Media Day 2024 सोशल मीडिया डे एक ऐसा दिन है जब हम इस तकनीकी क्रांति के महत्व और प्रभावों को समझते हैं। यह दिन हमें सोशल मीडिया के सही और सकारात्मक उपयोग के प्रति प्रेरित करता है। सोशल मीडिया के लाभ और नुकसान दोनों हैं, इसलिए इसका समझदारी से उपयोग करना महत्वपूर्ण है। सोशल मीडिया डे के अवसर पर, हम सभी को इस माध्यम का सही उपयोग करके समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करना चाहिए। Social Media Day 2024 यह भी पढ़ें | मंदिर के 200 मीटर के परिसर में फोन पर लगा प्रतिबंध, नियम का पालन नहीं करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

Cyber Crime Alert : ठगों से रहे सावधान, कोरोना–19 वैक्सीन को बनाया जरिया, अगर इस न० से उठाई कॉल तो हो जाओगे कंगाल, भारत सरकार ने जारी किया अलर्ट

Cyber Crime Alert

उत्तराखंड (Cyber Crime Alert) में साइबर ठगों के लगातार नए-नए मामले सामने आ रहे हैं I कोई नौकरी तो कोई ऑनलाइन सामान की खरीद फरोद के नाम पर देहरादून वासियों के खून पसीने की कमाई लूट रहे है। उत्तराखंड में लगातार बढ़ते साइबर ठगी के मामलों ने उत्तराखंड पुलिस के अंतर्गत गठित की गई एसटीएफ स्पेशल टास्क फोर्स की चुनौतियां बढ़ा दी है। अब साइबर ठगों ने कोविड काल में लगी वैक्सीन को भी ठगी का जरिया बना लिया है। भारत सरकार के द्वारा साइबर ठगी से बचने के लिए ऑफिशल वेबसाइट पर साइबर ठगों के द्वारा कोरोना वायरस के समय पर लगी वैक्सीन को लेकर जरिया बनIकर ठगी करने की जानकारी जारी की है। शासन के द्वारा साइट पर लिखा गया की अपराधी कोविड-19 वैक्सीन को जरिया बनाकर लोगों से पैसा लेने और उनके बैंक की जानकारी हासिल करने के लिए अपना निशाना बना रहे हैं। ठगों के द्वारा ठगी की प्रक्रिया बताते हुए लिखा गया कि साइबर ठग लोगों को मैसेज के द्वारा वैक्सीन के लिए योग्य होने और फोन के द्वारा एनएचसी और नजदीकी मेडिकल शॉप वाले बनकर लोगों से ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। Cyber Crime Alert सरकार के द्वारा ठगों के द्वारा की जा रही ठगी से बचने के लिए या उसकी जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, साथ ही बताया गया कि कॉविड-19 से जुड़ी किसी भी जानकारी या सर्वे के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा 1921 नंबर से फोन किया जाएगा I इसके अलावा किसी दूसरे फोन नंबर से यदि कॉल आती है तो वह फ्रॉड है। हेल्पलाइन नंबर किया गया जारी | Cyber Crime Alert 1921 PIB के द्वारा व्हाट्सएप के जरिए जनता को स्कैम से अलर्ट करने के लिए एक मैसेज फॉरवर्ड किया जा रहा है। जिसमें जनता को स्कैम से सावधान रहने की अपील की गई है। फॉरवर्ड किए जा रहे मैसेज में ठगों के द्वारा किए जा रहे फोन कॉल के न० की जानकारी देने के साथ ही अलर्ट और कॉल आने पर तुरंत 1921 पर कॉल करने की अपील की गई है। Cyber Crime Alert 912250041117 न० की कॉल उठाने के बाद आपका फोन हैक और ब्लॉक होने के साथ साइबर ठग आपकी बैंक की जानकारी भी हासिल कर लेते हैं। इस न० से रहे सावधान | Cyber Crime Alert 912250041117 यह भी पढ़े | 5 करोड़ साइबर क्राइम से निपटेगी एसओपी, सीईआरटी–यूटीके वेबसाइट का होगा निर्माण |