भंडारा पीड़ितों के लिए राहत पर मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा, राज्यपालों की गवाही से समर्थित: विकासशील भारत पहल का दूसरा चरण शुक्रवार से शुरू!

भंडारा जिले में भारी वर्षा के बाद की स्थिति से निपटने के लिए एकजुट होकर, मुख्यमंत्री और राज्यपाल विकासशील भारत पहल के दूसरे चरण में राहत योजनाओं पर चर्चा करने के लिए एकत्र हुए। विकासशील भारत संकल्प यात्रा के हालिया भाषणों में प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है, जिससे सरकार को कार्रवाई के लिए प्रेरित होना पड़ा है। पूरे मुंबई में होने वाले कार्यक्रमों और सूचना सत्रों के साथ, नागरिकों से आग्रह किया जाता है कि वे इसमें भाग लें और उनके लिए उपलब्ध विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानें। भंडारा जिले में हाल ही में हुई भारी बारिश से क्षेत्र के किसानों को काफी नुकसान हुआ है. राज्यपाल रमेश बैस ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री और सरकार से चर्चा कर समाधान निकालने का वादा किया है. इस खबर की घोषणा “विकासित भारत संकल्प यात्रा” कार्यक्रम के दौरान की गई, जो शाहपुर में रक्षा सेवा अकादमी में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और विधायक नरेंद्र भोंडेकर उपस्थित अधिकारियों में से थे। भाषण के दौरान भारी बारिश से प्रभावित किसानों ने अपने नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग की. राज्यपाल ने भारी बारिश से हुए नुकसान पर चिंता व्यक्त की. विकासशील भारत संकल्प यात्रा का दूसरा चरण 15, 16 और 17 दिसंबर को मुंबई में होने वाला है। यात्रा के तहत विभिन्न क्षेत्रों में नगर निगम की ओर से कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. 16 दिसंबर को कल्याण पूर्व में एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री कपिल पाटिल भी मौजूद रहेंगे. यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार की योजनाओं के लाभ को बढ़ावा देना है। यात्रा के दौरान उपस्थित लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाएगी। यह जानकारी डिजिटल स्क्रीन और सुसज्जित वैन के माध्यम से दी जाएगी। यात्रा का पहला चरण 5 से 7 दिसंबर तक चला, जिसमें विभिन्न स्थानों को शामिल किया गया। दूसरे चरण में कल्याण और सिद्धार्थ नगर जैसे स्थान शामिल होंगे। 16 दिसंबर को विभिन्न स्थानों पर सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जायेगी. 17 दिसंबर को यात्रा सेंट लॉरेंस इंटरनेशनल स्कूल और गफूर डॉन चौक जैसे स्थानों को कवर करेगी। केडीएमसी प्रशासन के निमंत्रण के अनुसार नागरिकों और लाभार्थियों को कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। यह यात्रा लोगों को सरकारी योजनाओं के बारे में जानने और उनसे लाभ उठाने का एक बड़ा अवसर प्रदान करती है।