जाने किसने 500 साल बाद पहनी पगड़ी और चमड़े के जूते, और रामलला की मूर्ति से जुड़ी अहम बातें | Facts About Pran Prathistha Samaroh

Facts About Pran Prathistha Samaroh

22 जनवरी (Facts About Pran Prathistha Samaroh ) को अयोध्या में होने जा रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए नक्शा बनाने वाले व्यक्ति का नाम चंद्रकांत सोमपुरा है। चंद्रकांत ने मंदिर का नक्शा 30 साल पहले बनाया था आपको बता दें कि उनका नक्शा बनाने के लिए पैरों के छाप का उपयोग किया था उसे समय नशे के लिए टेप का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं थी। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से जुड़ी कुछ अहम जानकारी | Facts About Pran Prathistha Samaroh गर्भगृह में स्थापित मूर्ति से जुड़ी कुछ अहम जानकारी | Facts About Pran Prathistha Samaroh अयोध्या में राम मंदिर के गर्भ ग्रह में स्थापित की गई रामलला की मूर्ति पर भगवान विष्णु के 10 अवतार दर्शाए गए हैं। जिसमें मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि शामिल है। भगवान राम की मूर्ति कमल पर विराजमान है और मूर्ति पर भगवान हनुमान, सूर्य देव और गरुड़ देव भी बनाए गए हैं। साथ ही मूर्ति पर ओम, स्वस्तिक, चक्र, गदा और शंख भी मौजूद है। गर्भ ग्रह में स्थापित की गई मूर्ति की ऊंचाई 4.24 फीट और चौड़ाई तीन फीट है। गर्भ ग्रह में स्थापित की गई मूर्ति करीब 200 किलो की है। इन हस्तियों ने ठुकराया प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण | Facts About Pran Prathistha Samaroh राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण देश के चार प्रमुख धार्मिक मित्रों के शंकराचार्य ने ठुकराया है। साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन ने भी समारोह जाने से इनकार किया है। समारोह में नहीं जाने वाले प्रमुख विपक्षी नेताओं में शरद पवार, लालू यादव और ममता बनर्जी भी शामिल है। आपको बता दें कि ममता बनर्जी 22 तारीख को बंगाल में रैली का आयोजन करने जा रही है। कांग्रेस पार्टी के द्वारा निमंत्रण अस्वीकार की जाने पर भारतीय पूर्व भारतीय क्रिकेटर एवं ‘आप’ पार्टी के सांसद हरभजन सिंह ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति या पार्टी जाए या ना जाए मैं जरूर जाऊंगा, किसी को मेरे जाने से दिक्कत है तो उन्हें जो करना है वह करें। यह भी पढ़े | राममयी हुई धर्म नगरी, आज निकलेंगे कई भव्य यात्रा, रूट प्लान देखकर निकले घर से |

जाने क्या है उत्तराखंड का अयोध्या राम मंदिर से डायरेक्ट कनेक्शन, हवन और दिये होंगे धर्मनगरी से प्रकाशमान | Ram Mandir Uttarakhand Connection

Ram Mandir Uttarakhand Connection

22 जनवरी (Ram Mandir Uttarakhand Connection ) को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उत्तराखंड की 28 नदियों के जल से रामलला का जलाभिषेक किया जाएगा तो वही पहाड़ों की जड़ी बूटियां से बनाई गई हवन सामग्री से हवन यज्ञ होगा। 28 नदियों का जल पहुंचा अयोध्या | Ram Mandir Uttarakhand Connection उत्तराखंड से निकलने वाली गंगा, यमुना, सरयू, समेत 28 नदियों का पवित्र जल रामलला के जलाभिषेक के लिए अयोध्या भेजा गया है। इसके अलावा बागेश्वर से सरयू नदी के जल से भरा 10000 लीटर का टैंक भी अलग से अयोध्या पहुंचाया गया है। इसकी जानकारी देते हुए विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री अजय ने बताया कि देवभूमि जड़ी बूटियां का विपुल भंडार है, इन्हीं में से कुछ चुनिंदा जड़ी बूटियां से 51 किलोग्राम हवन सामग्री तैयार की गई है। जिसे अयोध्या भेजा जा चुका है, इससे अयोध्या में हवन यज्ञ किया जाएगा। बद्री गाय के घी से जलाए जाएंगे दिए | Ram Mandir Uttarakhand Connection उत्तराखंड की बद्री गाय के घी का उपयोग हवन यज्ञ में तो किया ही जाएगा साथ ही इससे रामलला के मंदिर के दिए भी जलाए जाएंगे, इसके लिए उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों से बद्री गाय का 2 क्विंटल घी श्री राम जन्मभूमि अयोध्या भेजा गया है। आपको बता दें कि बद्री गाय का घी औषधीय गुणों से भरपूर होता है, जिसे ओज बढ़ाने (Ram Mandir Uttarakhand Connection ) वाला भी माना जाता है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, बागेश्वर, समेत अन्य पर्वतीय जिलों से बद्री गाय का दूध एकत्रित किया गया है। इसी घी से रामलला के मंदिर के दीपक भी जलाए जाएंगे।आचार्य संतोष खंडूरी ने बताया कि बद्री गाय के घी में स्वर्ण भस्म भी पाई जाती है। आपको बताने की प्राचीन काल में ऋषि मुनियों के आश्रमों में यही गाय पाली जाती थी, जिसे नंदिनी भी कहा जाता है। शास्त्र और पुराणों में बद्री गाय की घी का उल्लेख प्रमुखता से मिलता है। यह भी पढ़े | जाने क्या है बिजली विभाग का बिल वसूलने का नया प्लान, बिल नहीं भरने वालों पर एक्शन मोड में ऊर्जा विभाग |

500 साल बाद अयोध्या के राम मंदिर में विराजमान हुए भगवान राम, 22 जनवरी को प्रतिमा की पूजा अर्चना कर होगा प्राण प्रतिष्ठा समारोह | Lord Ram Statue Surfaced In Ayodhya Ram Mandir

Lord Ram Statue Surfaced In Ayodhya Ram Mandir

500 साल की जद्दो–जहत के बाद आखिरकार आज अयोध्या (Ayodhya Ram Mandir ) में बन रहे राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की स्थापना आज विधि विधान के साथ गर्भ गृह में की गई। भगवान राम की यह प्रतिमा श्याम वर्णन की है। रामलल्ला की प्रतिमा की पूजा अर्चना कर 22 तारीख को पीएम मोदी प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ श्रेष्ठ ट्रस्ट के द्वारा बांटे गए निमंत्रण पत्र पर जो तस्वीर प्रकाशित की गई थी, असल में वह वही प्रभु श्री राम की प्रतिमा है जिसे गर्भ ग्रह में स्थापित किया गया है और 22 जनवरी को देश के प्रधानमंत्री मोदी इस प्रतिमा की आरती कर दर्शन करेंगे। भगवान राम की मूर्ति को मैसूर के मशहूर मूर्तिकार अरुण योगीराज ने है बनाया। Ayodhya Ram Mandir अयोध्या के राम मंदिर में स्थापित की गई भगवान श्री राम की मूर्ति को मैसूर के मशहूर मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है यह मूर्ति श्याम वर्णन की है और हाथ में धनुष और बाद धारण करे हुए हैं। Ayodhya Ram Mandir रामलीला की मूर्ति से बच्चे की कोमलता और भगवान विष्णु के अवतार की छवि दिख रही है। आज रामलाल का औषधाधिवास, केसराधिवास और घृताधीवास किया जा रहा है। रामलाल की मूर्ति को औषधि और केसर में रखा गया है। शाम को धन्याधिवास संस्कार के बाद रामलाल की मूर्ति को अनाज–चावल आदि में रखा जाएगा। अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का उत्साह न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी देखने को मिल रहा है। ताजा जानकारी के अनुसार 22 जनवरी को पेरिस से राम रथ यात्रा निकाली जाएगी। यही नहीं न्यू यॉर्क के टाइम स्क्वायर पर भी राम प्राण प्रतिष्ठा समारोह Ayodhya Ram Mandir का लाइव स्ट्रीमिंग किया जाएगा।यूरोप से लेकर अमेरिका तक राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की धूम नजर आ रही है। यह भी पढ़े | UKSSSC ने जारी किया ऊर्जा निगम में टेक्नीशियन ग्रेड 2 का रिजल्ट, यहां देखें जारी की गई पांचवी सूची | LT Grade 2 Result Issued By UKSSSC