ऊर्जा निगम बिजली बिल वसूली को तैयार, बनाया यह प्लान | UPCL Bill Collection Plan

UPCL Bill Collection Plan

उत्तराखंड (UPCL Bill Collection Plan) में बिजली बिल वसूली को लेकर ऊर्जा निगम व्यापक अभियान चलाने जा रहा है। सभी सबस्टेशन में मेगा कैंप लगाए जाएंगे साथ ही ऑनलाइन भुगतान के लिए उपभोक्ताओं को जागरूक किया जाएगा। बड़े बकायदारों को नोटिस भेजने के साथ ही कनेक्शन काटने की भी तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही हर उपभोक्ता का फोन नंबर लेकर ऊर्जा निगम एसएमएस के माध्यम से भी बिल जारी करने जा रहा है। 11 जनवरी गुरुवार को बल्लीवाला के पास स्थित ऊर्जा निगम मुख्यालय में प्रबंधक निदेशक अनिल कुमार ने बैठक की जिसमें राजस्व वसूली के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने आगामी प्रयासों को लेकर दिशा निर्देश जारी किए प्रबंधक निदेशक ने खंडवार सभी अधिकारियों को राजस्व लक्ष्य के बारे में शत-प्रतिशत वसूली और सभी उपखंडों में मेगा कैंप लगाने और उसका प्रचार करने के निर्देश दिए। साथ ही बकाया बिलवालों को नोटिस जारी करने और भुगतान न होने पर कनेक्शन काटने के भी निर्देश दिए। बेहतर प्रदर्शन करने वालों को किया जाएगा सम्मानित | UPCL Bill Collection Plan बैठक में सभी अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से संबंधित सरकारी विभाग के अधिकारियों के साथ तालमेल बिठाकर राजस्व की वसूली करने के निर्देश दिए गए साथ ही अति आवश्यक स्थिति को छोड़कर सभी अधिकारी अपने कार्यालय में उपस्थित रहने और बेहतर प्रदर्शन करने वाले मंडलों करो और उपखंडों को सम्मानित किए जाने के भी बात कही। ऑनलाइन सेवाओं के प्रति करें जागरूक | UPCL Bill Collection Plan बैठक में प्रबंध निदेशक उपभोग के द्वारा उपभोक्ताओं को UPCL के ऑनलाइन सेवाओं के प्रति जागरूक करने और ऑनलाइन माध्यम से बिल भुगतान करने के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिए साथ ही सभी उपभोक्ताओं को एसएमएस से बल उपलब्ध कराने के लिए सभी फील्ड अधिकारियों को अपने अधीनस्थ क्षेत्र के सभी विद्युत उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर इकट्ठा करने के लिए व्यापक अभियान चलाने के निर्देश दिए। इस बैठक में दिए गए दिशा निर्देशों के लक्ष्य के सापेक्ष की गई वसूली की प्रगति एक हफ्ते बाद दोबारा समीक्षा की जाएगी। ऊर्जा निगम मुख्यालय में प्रबंध निदेशक अनिल कुमार की अधिक अध्यक्षता में की गई बैठक में निदेशक (वित्त) निदेशक (परियोजना) और निर्देशक (परिचालन) समिति ने अधिकारी मौजूद रहे। यह भी पढ़े | 162 करोड़ में जागेश्वर और आदि कैलाश का होगा केदारनाथ जैसा विकास |