समान नागरिक संहिता लागू होने से कितना बदलेगा महिलाओं का जीवन | Impact Of UCC On Women Life

Impact Of UCC On Women Life

उत्तराखंड सरकार (Impact Of UCC) के द्वारा राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं। विशेषज्ञ समिति संहिता का ड्राफ्ट मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को 2 फरवरी को सौंप चुकी है। समिति के ड्राफ्ट के कानूनी रूप लेने के बाद इसे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा। समिति के द्वारा बनाए गए ड्राफ्ट में महिलाओं के अधिकारों पर खास तवज्जो दी गई है। ड्राफ्ट में लड़कियों के विवाह की आयु बढ़ाने, बहुविवाह पर रोक लगाने, उत्तराखंड में लड़कियों के बराबर हक, सभी धर्म की महिलाओं को गोद लेने का अधिकार और तलाक के लिए समान अधिकार रखते पर जोर दिया गया है।Impact Of UCC यूसीसी ड्राफ्ट की मुख्य प्रस्तुतियां | Impact Of UCC एसएसपी हल्द्वानी ने उठाए सख्त कदम, शिकायतों पर जांच के बाद 3 पुलिसकर्मी निलंबित |

5 फरवरी को शुरू होगा विधानसभा सत्र, यूसीसी से जुड़ा विधेयक हो सकता है पास | UCC In Uttarakhand

UCC In Uttarakhand

विधानसभा सचिवालय (UCC In Uttarakhand ) के द्वारा उत्तराखंड विधानसभा सत्र की अधिसूचना जारी कर दी गई है 5 फरवरी को उत्तराखंड विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है जारी अधिसूचना के अनुसार 5 फरवरी को सुबह 11:00 बजे से सत्र की कार्यवाही शुरू की जाएगी। बीते वर्ष 8 सितंबर को अनिश्चितकाल के लिए उत्तराखंड विधानसभा सत्र को स्थगित किया गया था। सत्र में प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू करने से संबंधित विधेयक लाया गया था, आपको बता दें कि 5 फरवरी से शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र में प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू करने से जुड़ा विधेयक लाया जा सकता है। विशेषज्ञ समिति का बढ़ाया गया कार्यकाल | UCC In Uttarakhand समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट करने के लिए गठित की गई समिति का कार्यकाल शासन के द्वारा 15 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है। शासन ने समिति से अपेक्षा की है कि वह जल्द से जल्द अपनी संस्कृति मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रस्तुत करें। आपको बता दें कि अटकलें यह भी लगाई जा रही है कि 2 फरवरी (UCC In Uttarakhand ) को विशेषज्ञ समिति मुख्यमंत्री को अपना ड्राफ्ट सौंप देगी। सेवानिवृत्ति जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई के अध्यक्षता में गठित विशेष समिति का कार्यकाल 26 जनवरी को समाप्त हो रहा था समिति ने ड्राफ्ट तैयार तो कर लिया है लेकिन मुख्यमंत्री को सौप नहीं है। ड्राफ्ट मिलने के कुछ समय बाद लागू होगा UCC | UCC In Uttarakhand मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही यह साफ कर चुके हैं कि ड्राफ्ट मिलने के तुरंत बाद विधानसभा सत्र में समान नागरिक संहिता लागू करने से संबंधित विधेयक पारित कराया जाएगा समिति का कार्यकाल 15 दिनों के लिए बढ़ने से यह तय माना जा रहा है कि समिति इस समय अवधि में सरकार को ड्राफ्ट सौंप देगी। ड्राफ्ट मिलते ही सरकार जल्द से जल्द विधानसभा सत्र बुलाकर प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू कर देगी। यह भी पढ़े | राज्य में बनेगी AI Learning Lab, साइबर क्राइम से निपटने को पुलिस होगी तैयार | AI Learning Lab In Uttarakhand For Police Officers

UCC लागू करने की तेज हुई तैयारियां, लोकसभा चुनाव से पहले यूसीसी रिपोर्ट सौंपेगी विशेषज्ञों की टीम |

UCC In Uttarakhand

उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव से पहले UCC विशेषज्ञ टीम धामी सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी। धामी सरकार राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में अब आगे कदम बढ़ा रही है। सीएम धामी ने कहा कि समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार करने वाली समिति ने जनवरी में रिपोर्ट सौंपने की जानकारी दी है। समान नागरिक संहिता को लेकर सीएम धामी ही ने जानकारी दी की ड्राफ्ट मिलने के बाद जो भी औपचारिकताएं बाकी होगी उन्हें पूरा किया जाएगा, इसके बाद ही विधानसभा सत्र बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मूल निवास के विषय पर भी उच्च स्तरीय समिति का गठन करेगी, साथ ही भू कानून की रिपोर्ट का अध्ययन करने के लिए भी कुछ सारे समिति बनाई जाएगी। UCC रिपोर्ट में संशिधान की है जरूरत | अटकलें यह भी लगाई जा रही है कि समिति के द्वारा दी गई 500 पजों कि UCC रिपोर्ट में मौजूदा कानून में संशोधन करने की जरूरत पर भी जोर डाला है। इस ड्राफ्ट में सभी धर्म के अनुयायियों को समान अधिकार देने की वकालत की गई है साथ ही लिविंग रिलेशनशिप, तलाक, पैतृक और पति के संपत्ति में महिलाओं को सम्मान अधिकार देने, उत्तराधिकार, विरासत, गोद लेने, स्थानीय और जनजातीय परंपराओं तथा रीति रिवाज का पालन और निजी स्वतंत्रता संबंधी विषयों भी ड्राफ्ट में शामिल किए गए है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सौंपी जाएगी UCC रिपोर्ट | 22 जनवरी को होने जा रहे अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद समिति यह रिपोर्ट धामी सरकार को सौंपेगी। धामी सरकार ने मूल निवास से संबंधित कार्यों के समाधान के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन करने का निर्णय लिया है। सीएम धामी ने कहा कि जो भी राज्य के हित में होगा वह कार्य किया जाएगा साथ ही सरकार को भू कानून पर मिली सुभाष कुमार समिति की रिपोर्ट के अध्ययन के लिए भी समिति बनाने जा रही है। यह भी पढ़े। 23 दिसंबर को Haridwar दौरे पर आयेंगे उपराष्ट्रीयपति, जानिए रूट डायवर्सन के साथ क्या होगा यातायात प्लान |