ED Raid On Harak Singh Rawat : रात 11 बजे तक चली ED की रेड, हरक सिंह रावत की बढ़ी मुश्किलें |

ED Raid On Harak Singh Rawat

पूर्व वन मंत्री और कैबिनेट मंत्री (ED Raid On Harak Singh Rawat) हरक सिंह रावत के घर पर विजिलेंस और सीबीआई के पास अब एड ने भी रेड की है। 7 फरवरी को जहां एक तरफ विधानसभा में यूसीसी विधेयक के पर चर्चा चल रही थी तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के दिल्ली समेत 16 ठिकानों पर यह राते रात 11:00 बजे तक जारी रही। ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुबह 4:00 बजे के आसपास ईडी की टीम उत्तराखंड और दिल्ली पुलिस की सुरक्षा में हरक सिंह रावत के डिफेंस कॉलोनी स्थित घर पर पहुंची वहां टीम ने गेट बंद कर आगे से ताला लगा दिया। हरक सिंह रावत के घर ईडी की रेड की जानकारी पाते ही कांग्रेसियों और हरक सिंह रावत के करीबियों ने उनके घर आना शुरू कर दिया लेकिन ईडी ने किसी को भी गेट के अंदर नहीं आने दिया। ED Raid On Harak Singh Rawat किस मामले में घिरे पूर्व कैबिनेट मंत्री | ED Raid On Harak Singh Rawat हरक सिंह रावत के घर पर ईडी के द्वारा रेड 2019 के मामलों पर की जा रही है। दरअसल भाजपा सरकार में 2019 में हरक सिंह रावत के वन मंत्री रहते हुए कॉर्बेट के पाखरों रेंज में टाइगर सफारी को मंजूरी दी गई थी। 101 हेक्टेयर में टाइगर सफारी के निर्माण के लिए अनुमति से ज्यादा पेड़ काटने और बिना वित्तीय स्वीकृति के करोड़ों के निर्माण कार्य करने के आरोप लगाए गए हैं। विभागीय एसआईटी के साथ विजिलेंस ने भी इस मामले की जांच की थी। अब सीबीआई इसकी जांच कर रही है। ईडी की तरफ से आय से ज्यादा संपत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच में यह छापेमारी की गई है। ED Raid On Harak Singh Rawat यह भी पढ़े | Harak Singh Rawat के दिल्ली समेत 16 ठिकानों पर ED की रेड | ED Conduct Raid On Harak Singh Rawat House

विजिलेंस ने शासन को सौंपी रिपोर्ट, 33 प्रतिशत दरोगा नाकाबिल, शासन के हाथ दरोगाओं के भविष्य | Daroga Bharti Ghotala Uttarakhand Update

Daroga Bharti Ghotala

Daroga Bharti Ghotala पर 2022 अक्टूबर में मुकदमा दर्ज कर विजिलेंस चार्ज कर रहे थे। इस दौरान 20 दरोगा सस्पेंड किए गए थे। विजिलेंस के द्वारा दरोगा भर्ती धांधली की जांच पूरी कर शासन को सौंप दी गई है। विजिलेंस को कई दरोगाओं के खिलाफ पैसे देकर भर्ती लेने के आरोप के सापेक्ष सबूत नही मिले, तो वही कई दरोगाओं के खिलाफ आरोप साबित होने के बाद 20 दरोगाओं को बीते साल जनवरी में सस्पेंड किया गया था। इस साल इन दरोगाओं के भविष्य का फैसला शासन के द्वारा किया जाना है। आपको बता दें की जल्द सतर्कता समिति की बैठक में इन दरोगाओं के खिलाफ मुकदमे या अन्य कार्यवाही पर फैसला लिया जाएगा। 2022 में एसटीएफ ने यूके एसएससी के स्नातक स्तरीय परीक्षा दांगी की जांच शुरू की थी इस आज में कई आरोपियों और नकल माफिया को गिरफ्तार भी किया गया था। जांच के दौरान पहले कुछ और भर्ती में भी धांधली की बात सामने आई थी जांच के दौरान पता चला कि 2015 में भी दरोगा सीधी परीक्षा भर्ती में भी बड़े पैमाने पर धांधली की गई थी। Daroga Bharti Ghotala रिपोर्ट में 33 प्रतिशन दरोगा साबित हुए थे नाकाबिल | Daroga Bharti Ghotala एसटीएफ के द्वारा की गई जांच में शक जताया गया था की कुल भर्ती दरोगाओं में से कम से कम 33 फीसदी दरोगा नाकाबिल है। जिन्हे केस डायरी भी लिखना नहीं आता है। केस डायरी जैसे कामों के लिए भी यह दरोगा किसी और का सहारा लेते है।आपको बता दे की 2015 में कुल 339 दरोगाओं की सीधी भर्ती के माध्यम से भर्ती की गई थी। विजिलेंस के द्वारा दी की गई जांच के बारे में जानकारी देते हुए विजिलेंस के निदेशक डॉक्टर वी मुरुगेशन ने बताया कि विजिलेंस ने अपनी जांच पूरी कर ली है, (Daroga Bharti Ghotala) जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। अब शासन स्तर पर ही बैठक कर इस पर अगली कार्यवाही की जाएगी। जांच में जो सबूत सामने आए हैं, उन्हें शासन को सौंप दिया गया है। जल्द ही इस पर फैसला लिया जा सकता है। यह भी पढ़े | ब्रेक फेल होने के बाद परिवहन बस में मारी 4 वाहनों को टक्कर, बाल-बाल बच्चे लोग | Bus Brake fail In Mussoorie