Gallantry Awards 2024: राज्य के 3 जवानों को किया गया शौर्य चक्र और कीर्ति चक्र से सम्मानित, सीएम धामी ने भी दी बधाई

Gallantry Awards 2024

उत्तराखंड के तीन जांबाज सिपाहियों को किया गया शौर्य चक्र (Gallantry Awards 2024) से सम्मानित। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी जाबाजों को हार्दिक बधाई। शौर्य चक्र और कीर्ति चक्र से किए गए सम्मानित (Gallantry Awards 2024) आपको बता दे उत्तराखंड के मेजर रविंद्र सिंह रावत, मेजर दिग्विजय सिंह रावत और मेजर सचिन नेगी को राष्ट्रपति द्वारा शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। मेजर रविंद्र सिंह रावत ने साल 2022 में 30 अगस्त को जम्मू कश्मीर के शोपिया जिले के एक गांव में तीन हथियार से लैस आतंकवादियों को मार गिराया था। उनके इस अतुलनीय शौर्य और नेतृत्व के लिए भारत सरकार द्वारा उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। तीनों जांबाजों ने दिखाया अतुलनीय साहस (Gallantry Awards 2024) जानकारी के अनुसार मेजर रावत ने भारतीय सेना की 44 राष्ट्रीय राइफल्स (राजपूत) में तैनात होकर अपनी बहादुरी का प्रदर्शन करते हुए 11 सफल ऑपरेशन में भाग लिया था और 28 आतंकवादियों को खत्म कर एक बहुत बड़ी भूमिका निभाई। पैरा कमांडो मेजर दिग्विजय सिंह रावत को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। तो वहीं ग्रेनेडियर्स 55वीं बटालियन के मेजर सचिन नेगी को राष्ट्रपति द्वारा शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। मेजर रावत मूल रूप से चमोली जिले गौचर के निवासी हैं। इन्होंने साल 2022 को जम्मू कश्मीर के शोपिया जिले के एक गांव में तीन हथियारबंद आतंकवादियों को मार गिराया था।हमले में मेजर रावत गंभीर रूप से घायल भी हो गए थे, मगर अपनी बहादुरी और साहस को दिखाते हुए उन्होंने आतंकवादियों को मार गिराया। मेजर रावत एक सैनिक परिवार से हैं और देश भक्ति उनके रग– रग में बसी है। मुख्यमंत्री धामी ने ट्वीट कर दी बधाई (Gallantry Awards 2024) आपको बता दे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी तीनों सैनिकों के जज्बे की सराहना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री द्वारा ट्वीट किया गया जिसमें उन्होंने लिखा कि “कीर्ति चक्र से सम्मानित होने पर सैन्य भूमि उत्तराखंड के जांबाज पैरा कमांडो मेजर दिग्विजय सिंह रावत, शौर्य चक्र से सम्मानित होने पर ग्रेनेडियर्स 55वीं बटालियन के मेजर सचिन नेगी और आर्म्ड कोर 44वीं बटालियन के मेजर रविंद्र सिंह रावत को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। आपको मिले सम्मान से प्रत्येक उत्तराखंडवासी गौरवान्वित है और आप लोगों की शौर्य गाथा हम सभी को सदैव राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी”। Gallantry Awards 2024 यह भी पढ़ें उत्तराखंड में लगातार भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी, कुमाऊं मंडल में 12वीं तक के स्कूल बंद

Property Damage Act– उत्तराखंड राज्य में अब संपत्ति को हानि पहुंचाने वालों पर दिखाई जाएगी सख्ती, संपत्ति क्षति पूर्ति अध्यादेश को मिली स्वीकृति

Property Damage Act

उत्तराखंड सरकार द्वारा (Property Damage Act) लिया गया एक बड़ा फैसला। इसके तहत अब कहीं भी अगर दंगों, उपद्रव या बंद के दौरान सरकारी या किसी भी निजी संपत्ति को हानि पहुंचाई गई तो उसका जुर्माना भरना होगा। इसे ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड लोक व निजी संपत्ति क्षति पूर्ति अध्यादेश ( Public Private Property Damage Act) को स्वीकृति दे दी गई है। आपको बता दें कि यह जानकारी मुख्यमंत्री धामी ने भी ट्वीट करके दी है। उन्होंने कहा है कि राज्य की शांति व्यवस्था को खराब करने वालों पर अब कड़ा शिकंजा कसा जाएगा। Property Damage Act मुख्यमंत्री धामी ने ट्वीट करके बताया (Property Damage Act) मुख्यमंत्री धामी ने ट्वीट करके बताया कि कैबिनेट बैठक के दौरान एक विशेष ट्रिब्यूनल के गठन को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है। अब दंगों के दौरान होने वाले सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की क्षति पूर्ति दंगाइयों से ही की जाएगी। राज्य की शांति व्यवस्था बिगड़ने वालों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि देवभूमि की पवित्र भूमि को कलंकित करने वाले सभी दंगाइयों को ऐसी कड़ी सजा दी जाएगी कि उनकी पीढ़ियां भी वर्षों तक याद रखेंगी। Property Damage Act यह भी पढ़ें पदक विजेताओं को सरकार द्वारा दी जाएगी ग्रेड वेतनमान 2000 से लेकर 5400 तक की नौकरी

Haldwani Voilence : सीएम धामी ने हल्द्वानी घायलों से की मुलाकात, हिंसा में 5 हजार लोगो के खिलाफ दर्ज हुई FIR, NSA और UAPA के तहत होगी अग्रिम कार्यवाही | FIR File Against 5 Thousand People In Haldwani Voilence

FIR File Against 5 Thousand People In Haldwani Voilence

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Haldwani Voilence) ने हल्द्वानी हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मी नगर निगम कर्मचारी और पत्रकारों से मुलाकात की कम धामी ने हल्द्वानी में हुई हिंसा को स नियोजित साजिश बताते हुए कहा की देवभूमि की फिजा बिगड़ने का प्रयास किया गया है ऐसे हालात पहले कभी उत्तराखंड में नहीं हुए सरकारी या नहीं संपत्ति के नुकसान के भरपाई अप द्रव्यों से ही की जाएगी। पैरामिलिट्री के बाद सेना पहुंची हल्द्वानी | Haldwani Voilence हल्द्वानी हिंसा के दौरान हुई पांच लोगों की मौत के बाद शुक्रवार को मिले पांच शब्दों की सीन कर ली गई है। इनमें फहीम 26 वर्ष, शाहनवाज 22 वर्ष, अनस 19 वर्ष, जाहिद और प्रकाश कुमार शामिल 24 वर्ष है। आपको बता दें कि गुरुवार को हुई हिंसा के बाद शुक्रवार को बनभूलपुरा में शांति बनी रही। शुक्रवार सुबह ही हल्द्वानी में पैरामिलिट्री फोर्सेस की तीन कंपनियां तैनात कर दी गई थी, तो वही आज शनिवार को हल्द्वानी में सेना भी पहुंच गई है। Haldwani Voilence हिंसा के अगले दिन दोपहर को हल्द्वानी में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और डीजीपी अभिनव कुमार ने हालात का जायजा लिया। हल्द्वानी हिंसा मामले में पुलिस के द्वारा 18 नामजद उपद्रवियों के समेत 5 हजार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने इलाके से 5 शव बरामद किए हैं तो वही चार लोगों को हिरासत में लेकर सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग खंगाली जा रही है। Haldwani Voilence यह भी पढ़े | हल्द्वानी की डीएम और एसएसपी ने बुलाई संयुक्त प्रेस वार्ता, उपद्रवियों के खिलाफ दर्ज 3 एफआईआर |

कैबिनेट के कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर लगी मुहर, जाने धामी कैबिनेट के सभी अहम फैसले | CM Dhami Cabinet Decision

CM Dhami Cabinet Decision

11 जनवरी को (CM Dhami Cabinet Decision) राज्य सचिवालय में सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक आयोजित की गई। कैबिनेट बैठक में 16 में से 15 प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। इस मामले में जानकारी देते हुए मुख्य सचिव डॉक्टर एसएस संधू ने फैसला की जानकारी दी। राज्य में नजूल नीति 2021 अधिनियम बनाने तक लागू रहेगी दिसंबर में नजूल नीति के समय सीमा समाप्त हो गई थी प्रदेश मंत्रिमंडल ने बृहस्पतिवार को इसे फिर से लागू करने की मंजूरी दे दी है नीति के प्रभावी होने से देहरादून हरिद्वार उधम सिंह नगर और नैनीताल के हल्द्वानी क्षेत्र के शहरी क्षेत्र में नजूल भूमि पर काबिल हजारों पारिवारिक परिवारों को राहत मिलेगी सरकार ने अधिनियम बनाने के लिए विधायक विश्व से पारित कर राज भवन भेजा था राजभवन ने इसे केंद्र सरकार के विचार दिन भेज दिया था अब तक अधिनियम नहीं बने तक नीति के तहत नजूल भूमि फ्री होल्ड कराई जा सकेगी। छावनी परिषद से बाहर होंगे नागरिक क्षेत्र | CM Dhami Cabinet Decision कैबिनेट ने प्रदेश के नौ छावनी क्षेत्र अल्मोड़ा, रानीखेत, लैंसडौन, देहरादून, क्लेमेंटटाउन, नैनीताल, रुड़की, चकराता व लंढौर के गैर सैनिक नागरिक क्षेत्रों को बाहर रखने का सैद्धांतिक फैसला ले लिया है। इन क्षेत्रों में आवागमन और अन्य सुविधाओं को लेकर नागरिक क्षेत्रीय आबादी को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। मुख्य सचिव के मुताबिक, छावनी क्षेत्रों के अभी भूमि व कर्मचारियों से संबंधित मुद्दे हैं, जिनके समाधान के लिए अभी और बैठकें होंगी। विधानसभा सत्र आहूत करने का अधिकार सीएम | CM Dhami Cabinet Decision विधानसभा सत्र आहूत करने के प्रस्ताव पर कैबिनेट ने निर्णय लेने का अधिकार मुख्यमंत्री को दे दिया। सरकारी नौकरियों में राज्य आंदोलनकारियों के क्षैतिज आरक्षण संबंधी विधेयक को लेकर सत्र आहूत करने की मांग हो रही है। हाईकोर्ट गौलापार होगा शिफ्ट, आसपास के क्षेत्रों में भूमि खरीद-फरोख्त पर रोक | CM Dhami Cabinet Decision हाईकोर्ट गौलापार (हल्द्वानी) में जिस स्थान पर शिफ्ट होगा, कैबिनेट ने उस स्थान के आसपास के क्षेत्रों में नियोजित विकास के लिए फ्रीज जोन घोषित करने का निर्णय लिया है। मास्टर प्लान बनने तक यहां भूमि की खरीद-फरोख्त नहीं हो सकेगी। एक साल में मास्टर प्लान बनकर तैयार हो जाएगा। नया हाईकोर्ट 26.08 हेक्टेयर भूमि पर बनेगा। 5000 व्यापारियों को राहत, वैट का बकाया जमा करने के लिए दिए तीन महीने | CM Dhami Cabinet Decision उत्तराखंड मूल्यवर्धित कर अधिनियम (वैट) का बकाया टैक्स जमा करने के लिए प्रदेश सरकार ने वन टाइम सेटलमेंट स्कीम को तीन माह के लिए बढ़ा दिया। इससे पांच हजार व्यापारियों को राहत मिलेगी। स्कीम के तहत बकाया टैक्स जमा करने पर ब्याज और अर्थदंड में छूट का लाभ मिलेगा। हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर की एसपीवी निरस्त | CM Dhami Cabinet Decision कैबिनेट ने हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर की स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) निरस्त कर दी है। अब यह कार्य उत्तराखंड निवेश व अवस्थापना विकास बोर्ड (यूआईआईडीबी) करेगा। गन्ना मूल्य बढ़ाने का फैसला एसीएस पर छोड़ा | CM Dhami Cabinet Decision कैबिनेट में उत्तराखंड में गन्ना मूल्य बढ़ाने के प्रस्ताव पर सहमति नहीं बनीं। गन्ने का मूल्य 25 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाने का प्रस्ताव था। अपर मुख्य सचिव वित्त को गन्ना मूल्य बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अन्य महत्वपूर्ण फैसले | CM Dhami Cabinet Decision यह भी पढ़े | Thyroid Awareness Month 2024 : क्या हैं थायराइड, और उसके लक्षण, जाने और दूसरों को भी करें जागरूक |

रक्षा मंत्री ने रखी पतंजलि गुरुकुलम की नीव, संस्कृत के संरक्षण की कही बात | Defence Minister Reached In Patanjali

Defence Minister Reached In Patanjali

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Reached In Patanjali) 6 जनवरी शनिवार को सुबह जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। जहां कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और सीएम धामी ने स्वागत किया। इस दौरान संगठन आत्मक विषयों पर भी चर्चा हुई। आपको बता दे कि केंद्रीय रक्षा मंत्री के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी स्वामी दर्शन आनंद गुरुकुल महावीर विश्वविद्यालय में गुरुकुलम और आचार्य कुलम के शिलान्यास समारोह में शामिल हुए। पतंजलि गुरुकुलम की रखी नीव | Defence Minister Reached In Patanjali केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज हरिद्वार में पतंजलि गुरु कलम एवं और आचार्य कुलम शिलान्यास समारोह में शिरकत करने पहुंचे। जहां उन्होंने पतंजलि गुरुकुलम की आधारशिला रखी। इसके बाद उन्होंने संबोधन में कहा कि हमारे देश में जो सिख धर्म है, वह शिष्य शब्द से निर्मित है। भारत में कई सारे धर्म और संप्रदाय ऐसे हैं जो गुरबाणी के आधार पर ही कायम है। यदि भारतीय संस्कृति जीवित है और यह सनातन बनी हुई है तो इसे बनाए रखने के लिए इस देश के गुरुओं का सबसे बड़ा योगदान है। संस्कृत भाषा के महत्व को गिनाया | Defence Minister Reached In Patanjali संस्कृत भाषा का महत्व बताते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि संस्कृत वैज्ञानिक भाषा है। दुनिया के कोई विद्वानों ने प्रकृति और सृष्टि को समझने के लिए संस्कृत भाषा का ही अध्ययन किया है। उन्होंने कहा कि संस्कृत का अहम स्थान है। योग दर्शन भी महर्षि पतंजलि ने संस्कृत में ही लिखा था, साथ ही उन्होंने कहा कि महर्षि पतंजलि ने संस्कृत पढ़ने लिखने और बोलने वालों की कमी होती संख्या को देखकर चिंता जताई थी। बाबा रामदेव को दी बधाई | Defence Minister Reached In Patanjali इसके अलावा उन्होंने कहा कि योग गुरु बाबा रामदेव वेद और योग को सरलता से जनता तक पहुंचा रहे हैं। जिसके लिए वह बधाई के पात्र है। गुरु शिष्य परंपरा पर बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि गुरुओं के नाम पर ही सनातन की पहचान है, सभी धर्म में मतभेद हो सकते हैं लेकिन गुरु को सभी ने अपनाया है। संस्कृत भाषा के संरक्षण के दिशा में होंगे काम | Defence Minister Reached In Patanjali रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संस्कृत भाषा के संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि गुरुकुल परंपरा ने भारत को पूरे विश्व में स्थान दिलाया है। संस्कृत भाषा के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में काम किए जाएंगे, जिससे आने वाली पीढ़ी संस्कृति के महत्व को समझ सके इसमें देश के गुरुकुल महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यह भी पढ़े | आईआईटी कानपुर का अभूतपूर्व बायोमेडिकल अनुसंधान कैंसर और मस्तिष्क विकारों के उपचार के लिए आशा प्रदान करता है