11 Years of Kedarnath Disaster : उत्तराखंड के लोगो में जिंदा केदार आपदा के जख्म, केदारनाथ आपदा के 11 साल बाद बदला धाम का स्वरूप

केदारनाथ आपका को 10 साल से ज्यादा हो चुके हैं (11 Years of Kedarnath Disaster) लेकिन अभी भी उत्तराखंड के लोगों के जहां में तबाही के जख्म है। 16 और 17 जून को आई केदारनाथ में तबाही में हजारों लोगों की मौत हो गई थी इन 11 सालों में धाम स्वरूप और भी भव्य और पूरी तरह से बदल चुका है।

चार धाम यात्रा 2024 के दौरान केदारनाथ धाम के दर्शन करने के लिए रोजाना करीब 20000 से ज्यादा बहुत पहुंच रहे हैं। आपको बता दें कि 11 साल पहले आई तबाही के बाद केदारनाथ में तबाही का मंदिर बेहद खौफनाक था। केदारनाथ धाम के चौराबाड़ी झील में बादल फटने से यह भयंकर तबाही केदारनाथ में आई थी। तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि धाम में शांत रहने वाली मंदाकिनी नदी इतना विकराल रूप लेकर तबाही मचा देगी। 11 Years of Kedarnath Disaster

इस आपदा के बारे में जब पता चला तो पूरा देश शोक में डूब गया आपको बता दें कि आपदा में लगभग 4730 यात्रियों के बरामद हुए थे जबकि 5000 से ज्यादा श्रद्धालु लापता हो गए थे इतना ही नहीं आपदा के कई सालों बाद तक भी लापता यात्रियों के शब्द मिलते रहे इस त्रासदी में मृतकों की संख्या को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए गए मकर सही आंकड़े का अंदाजा लगाना कठिन था।

केदारनाथ आपदा के 11 साल बाद बदला धाम का स्वरूप | 11 Years of Kedarnath Disaster

आपदा के 11 साल बाद अब धाम पहले के मुकाबले काफी बेहतर और भाव हो गया है। धाम में पहले के मुकाबले सुविधा भी काफी बेहतर उपलब्ध हो रही है। चारों ओर सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षा दीवार बनाई गई है, साथ ही मंदाकिनी और सरस्वती नदी में बाढ़ सुरक्षा कार्य भी किए गए हैं।

2013 में आया आपदा के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था लेकिन अब केदारनाथ धाम की पहला पड़ाव गौरीकुंड से लेकर धाम तक की पैदल दूरी अब केवल 19 किलोमीटर की रह गई है आपको बता दें कि यह मार्ग तीन से चार मीटर तक चौड़ा किया गया है। 11 Years of Kedarnath Disaster

केदारनाथ में आपदा के बाद अब तीर्थ यात्रा के ठहरने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं आपको बता दें कि अब केदारनाथ में 10000 से ज्यादा तीर्थ यात्री एक साथ ठहर सकते हैं। इसके अलावा लिनचोली और भीमबली में भी 3000 तीर्थ यात्रा करने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम और प्रशासन की अनुमति पर स्थानीय युवाओं ने भी टेंट कॉलोनी बनाई है। 11 Years of Kedarnath Disaster

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण कार्य शुरू किए गए, जिसके चलते केदार पुरी की तस्वीर बदल गई। आपको बता दें कि केदारपुर को संवारने में वायु सेवा का भी अहम भूमिका रही है। केदारनाथ में लगभग 500 करोड रुपए के पुनर्निर्भ निर्माण कार्य किए जा रहे हैं जिसमें से 400 करोड रुपए का कार्य पूरे हो चुका हैं। आपको बता दें कि पुनर्निर्माण का लगभग 50% कार्य पूरा हो चुका है। 11 Years of Kedarnath Disaster

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