Uttarakhand New Township Project: उत्तराखंड सरकार ने राज्य में नए शहर बसाने की योजना को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाया है। शुक्रवार को हुई उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण (उडा) की बोर्ड बैठक में प्रदेश की पहली टाउनशिप के विकास को लेकर निर्णय लिया गया। इस बैठक में प्रदेश के आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता में भविष्य में होने वाली टाउनशिप परियोजनाओं पर चर्चा की गई, जिसमें प्रमुख रूप से उत्तराखंड की पहली टाउनशिप को पौड़ी जिले के श्रीनगर के पास विकसित करने का फैसला किया गया है।
श्रीनगर के पास टाउनशिप का विकास
इस नई टाउनशिप को श्रीनगर के आसपास बेलकेदार और बेलकंडी मार्ग के साथ स्थित क्षेत्रों में बसाया जाएगा। यह टाउनशिप क्षेत्र के विकास के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है, क्योंकि यह न केवल स्थानीय जनसंख्या के लिए रोजगार और आवास की सुविधाएं मुहैया कराएगी, बल्कि राज्य की समग्र विकास नीति को भी बढ़ावा देगी।
अन्य टाउनशिप परियोजनाएं
उत्तराखंड में कुल 22 नए शहरों की योजना बनाई गई है, जिनमें से 12 शहर गढ़वाल मंडल और 10 शहर कुमाऊं मंडल में विकसित किए जाएंगे। हालांकि, अभी तक इन शहरों के लिए 10 स्थानों पर जमीन का अधिग्रहण हो सका है, और इन आठ प्रमुख स्थानों पर शहर बसाने की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है।
इन प्रमुख स्थानों में शामिल हैं:
- दून-हरिद्वार हाईवे के पास (डोईवाला) – इंटिग्रेटेड टाउनशिप
- छरबा, पौंटा साहिब हाईवे – साइबर सिटी
- आर्केडिया चाय बागान, देहरादून – न्यू देहरादून ट्विन सिटी
- बमोथ गांव, गौचर हवाई पट्टी के पास – वेलनेस टाउनशिप
- रामनगर शहर के पास – टूरिज्म टाउनशिप
- हल्द्वानी के पास गौलापार – न्यू हल्द्वानी ट्विन सिटी
- नैणीसैणी एयरपोर्ट के पास, पिथौरागढ़ – फिल्म-एंटरटेनमेंट सिटी पराग फार्म
- किच्छा के पास – इंडस्ट्रियल टाउनशिप
अन्य महत्वपूर्ण फैसले
इसके अलावा, उडा की बोर्ड बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट पास किया गया और राज्य स्तर पर आवास मांग सर्वेक्षण को लागू करने का प्रस्ताव भी पेश किया गया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में नई टाउनशिप के लिए ज़मीन चिन्हित की जाएगी। इसके साथ ही राज्य में प्राधिकरण द्वारा स्वास्थ्य योजना को लागू करने की दिशा में भी कदम उठाए जाएंगे, जो सामाजिक बुनियादी ढांचे के लिहाज से महत्वपूर्ण है।
विकास की दिशा
उत्तराखंड में नए शहरों की योजना से राज्य के सामाजिक और आर्थिक ढांचे को एक नई दिशा मिल सकती है। जहां एक ओर इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, वहीं दूसरी ओर स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को भी प्रोत्साहन मिलेगा। यह टाउनशिप परियोजनाएं न केवल रहने के लिए सुविधाजनक स्थान तैयार करेंगी, बल्कि व्यापार, पर्यटन और उद्योग के क्षेत्र में भी नए अवसरों को जन्म देंगी।