अब तक 4 एटीएस ही किए गए तैयार, इस साल भी लागू नहीं हो पाएगी व्यवस्था, जारी रहेगा मैन्युअल फिटनेस जांच…..

Mandatory Automated Vehicle Fitness

Mandatory Automated Vehicle Fitness: इस साल भी नहीं लागू हो पाएगी वाहनों की फिटनेस जांच व्यवस्था। 1 अक्टूबर तक मंत्रालय द्वारा बढ़ाया गया था संशोधन का समय। 4 एटीएस ही हो पाए अबतक तैयार आपको बता दे उत्तराखंड राज्य में सभी मानवाहक वाहनों के साथ सवारी वाहनों की फिटनेस ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर (एटीएस) द्वारा 1 अक्टूबर से अनिवार्य होना तय किया गया था। मगर इसकी व्यवस्था को लेकर कुछ काम अभी बाकी है, जिसके चलते केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को पत्र भेज दिया गया है।जानकारी के अनुसार 12 एटीएस में से अभी सिर्फ 4 एटीएस ही तैयार किए गए हैं इसके बाद अब मैन्युअल फिटनेस का विकल्प ही जारी रहेगा। इस साल भी नहीं लागू हो पाई व्यवस्था पिछले साल 1 अक्टूबर से सभी मालवाहक वाहनों की फिटनेस जांच एटीएस द्वारा करने की अधिसूचना जारी की गई थी जिसे मंत्रालय द्वारा इस साल के 1 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया था मगर वाहनों की फिटनेस जांच के लिए इस साल भी एटीएस व्यवस्था लागू नहीं की जाएगी। आपको बता दें केंद्र सरकार द्वारा दो व्यवस्थाएं लागू की गई है। पहली यह कि 1 अक्टूबर से वाहनों की ऑटोमेटेड फिटनेस की जाएगी और दूसरा यह कि जिन सभी क्षेत्रों में एटीएस तैयार हो गया है उनमें यह व्यवस्था लागू होगी। केंद्रीय मंत्रालय द्वारा भेजे गए पत्र के अनुसार ऑटोमेटिक के साथ मैन्युअल फिटनेस जांच भी जारी रखने की मांग की गई है। यह भी पढ़ें देहरादून एक्सप्रेस बनने जा रही थी बड़े हादसे का शिकार, ट्रेन पलटाने की 1 और बड़ी साजिश……

Masked Aadhaaar Card: OYO होटल बुकिंग के दौरान आधार कार्ड देने से बचें, जानिए क्या है Masked Aadhaar Card और इसके फायदे……

Masked Aadhaaar Card

आजकल पर्यटकों और लोगों द्वारा OYO होटल का काफी (Masked Aadhaaar Card) इस्तेमाल किया जा रहा है जिसके चलते कई लोगों के साथ धोखाधड़ी के भी किस्से सामने आते हैं। होटल बुकिंग के दौरान ओरिजिनल आधार कार्ड को जमा कराने से कई समस्याएं सामने आ रहे हैं। जानिए इसका हल….. ओरिजिनल आधार देने की ना करें गलती (Masked Aadhaaar Card) आपको बता दे जब कभी भी OYO होटल या किसी भी अन्य होटल में रुकने के लिए बुकिंग कराई जाती है तो आपसे आपका आधार कार्ड मांगा जाता है। कई बार बुकिंग के दौरान और कभी चेक आउट के समय आधार कार्ड इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में देखा गया है कि ज्यादातर लोग आधार कार्ड की ओरिजिनल कॉपी होटल स्टाफ को ट्रांसफर कर देते हैं, जिससे उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं होता कि वह आधार कार्ड के जरिए अपना पर्सनल डाटा भी किसी को दे रहे हैं। आजकल देखा गया है कि आधार कार्ड के जरिए लोग आपका पर्सनल डाटा चोरी कर सकते हैं, साथ ही इसमें आपके बैंक अकाउंट की सभी डिटेल्स भी शामिल होती हैं जिन पर कभी भी सेंध लग सकती है। Masked Aadhaar Card का शुरू करें इस्तेमाल इन सभी दिक्कतों से बचने के लिए आजकल Masked Aadhaar Card का इस्तेमाल करना जरूरी है। किसी भी होटल में अपनी ओरिजिनल आधार कार्ड को देने की आदत में थोड़ा बदलाव लाने से आप बहुत सी समस्याओं से बच सकते हैं।आपको बता दे कि कभी भी किसी होटल में आपको अपना ओरिजिनल आधार कार्ड या फिर उसकी फोटो कॉपी नहीं देनी चाहिए, इसके स्थान पर हमेशा Masked Aadhaar Card का इस्तेमाल करना चाहिए। क्या है Masked Aadhaar Card? भारत के सभी देशवासियों के लिए आधार कार्ड एक बहुत ही जरूरी डॉक्यूमेंट है। जिसकी मदद से कई तरह की वेरिफिकेशन की जाती हैं। इसमें आपकी सभी डिटेल्स होती हैं जिसका हमें बहुत ही सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए ताकि कोई भी फ्रॉड या स्कैम ना कर सके। ऐसे में एक Masked Aadhaar Card हमारे आधार कार्ड की सभी जानकारी को सुरक्षित रखता है। तो जानते हैं Masked Aadhaar Card किस तरह हमारे आधार की जानकारी को सुरक्षित रखता है। Masked Aadhaar Card हमारे ओरिजिनल आधार कार्ड का ही एक वर्जन होता है। आपकी जानकारी के लिए जब आप इसे क्रिएट करते हैं तो यह ओरिजिनल आधार कार्ड के शुरुआती 8 नंबरों को पूरी तरह से धुंधला कर देता है। जिससे आधार नंबर के बस आखरी के 4 डिजिट ही दिखाई देते हैं। इससे यह फायदा होता है कि आपका ओरिजिनल आधार कार्ड का नंबर हाइड हो जाता है और सभी जरूरी जानकारियाँ सेफ रहती है। Masked Aadhaar Card को ट्रैवल के दौरान इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही किसी भी होटल में बुकिंग करते समय या चेक आउट करते समय वेरिफिकेशन के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि आप इसका इस्तेमाल एयरपोर्ट पर भी कर सकते हैं। कैसे करें Masked Aadhaar को डाउनलोड (Masked Aadhaaar Card) यह भी पढ़ें केदारनाथ सीट के लिए भाजपा सरकार पूरी तैयारी में, 5 मंत्रियों को सौंपी जिम्मेदारी……

Early Morning Mobile Usage: सुबह उठते ही मोबाइल फोन चलाना है शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक, आदतें बदलने से…..

Early Morning Mobile Usage

आजकल की बदलती दुनिया में अक्सर लोग सुबह उठते ही अपना (Early Morning Mobile Usage) फोन चलाने लगते हैं जो की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। जानिए इससे जुड़े साइड इफेक्ट्स और समाधान। जानिए इसके साइड इफेक्ट्स (Early Morning Mobile Usage) आज की डिजिटल दुनिया में मोबाइल फोन हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। जैसे ही हम सुबह उठते हैं, अक्सर हमारी पहली आदत होती है कि हम अपना मोबाइल फोन चेक करते हैं—चाहे वह सोशल मीडिया हो, ईमेल हो या फिर कोई और नोटिफिकेशन। यह आदत सामान्य सी लग सकती है, लेकिन यह हमारी शारीरिक और मानसिक सेहत पर कई नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। 1. आंखों पर दबाव सुबह उठते ही मोबाइल फोन की स्क्रीन पर ध्यान केंद्रित करने से आंखों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। मोबाइल स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी (Blue Light) आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। इससे आंखों में जलन, थकान और धुंधलापन हो सकता है, जिसे डिजिटल आई स्ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है। 2. नींद के पैटर्न में गड़बड़ी सुबह उठते ही फोन चेक करने से हमारा दिमाग तुरंत सक्रिय हो जाता है, जिससे रिलैक्सेशन की स्थिति समाप्त हो जाती है। इससे नींद के प्राकृतिक पैटर्न में गड़बड़ी हो सकती है, जिससे रात को नींद न आने की समस्या हो सकती है। इसके साथ ही, यह आदत आपकी रात की नींद की गुणवत्ता को भी प्रभावित कर सकती है, जिससे आप दिनभर थकान महसूस कर सकते हैं। 3. मानसिक तनाव और चिंता (Early Morning Mobile Usage) सुबह उठते ही फोन चेक करने से अक्सर हम अनावश्यक तनाव और चिंता का शिकार हो जाते हैं। जैसे-जैसे हम सोशल मीडिया या समाचार देखते हैं, हमें तुरंत बहुत सारी सूचनाएं मिलती हैं, जो हमारे मस्तिष्क को ओवरलोड कर देती हैं। यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है और आपके दिन की शुरुआत तनावपूर्ण बना सकता है। 4. बैड पॉश्चर सुबह उठते ही बिस्तर पर लेटे-लेटे फोन चेक करना आपकी शारीरिक मुद्रा (Posture) पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। गर्दन और पीठ पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे टेक्स्ट नेक और पीठ दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। 5. उत्पादकता में कमी फोन चेक करने से आपका ध्यान अन्य जरूरी कार्यों से भटक सकता है। इससे आपकी सुबह की रूटीन प्रभावित होती है, जैसे कि योग, व्यायाम, या मेडिटेशन जैसी स्वस्थ आदतें। इसका परिणाम यह हो सकता है कि आपका दिन अनियोजित और कम उत्पादक हो जाता है। (Early Morning Mobile Usage) उठते ही फोन ना चलाने का समाधान (Early Morning Mobile Usage सुबह उठते ही मोबाइल फोन से दूरी बनाना एक स्वस्थ आदत हो सकती है। आप अपने दिन की शुरुआत योग, मेडिटेशन, या कोई किताब पढ़कर कर सकते हैं। यह आपको मानसिक शांति देगा और दिनभर के लिए ऊर्जा और सकारात्मकता से भर देगा। अगर मोबाइल चेक करना जरूरी है, तो इसे नाश्ते के बाद या अपनी सुबह की रूटीन के बाद करें। इस छोटी सी आदत को बदलकर आप अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में बड़ा सुधार ला सकते हैं। इसलिए, कोशिश करें कि सुबह का समय खुद के लिए समर्पित करें, न कि आपके मोबाइल फोन के लिए। (Early Morning Mobile Usage) यह भी पढ़ें Rare Mosquito-Borne Illness, Symptoms And Prevention……

Rules Updation by Government: आधार कार्ड अपडेट की डेडलाइन 14 सितंबर तक बढ़ाई गई, जानिए किन महत्वपूर्ण नियमों में लाया जाएगा बदलाव…..

Rules Updation by Government

देश में 1 सितंबर 2024 से कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव (Rules Updation by Government) लाए जाएंगे। नए नियमों के तहत Google, Aadhaar, UPI और मोबाइल सेवाएं होंगी प्रभावित। जानिए क्या होंगे नए बदलाव: (Rules Updation by Government) आपको बता दे पूरे देश भर में 1 सितंबर 2024 से नियमों में बदलाव लाए जा रहे हैं जिसमें Google, Aadhaar, UPI और बहुत सी मोबाइल सेवाएं प्रभावित होंगी। Google – गूगल ने 1 सितंबर से अपनी प्ले स्टोर पॉलिसी में बदलाव किया है। जिसके तहत गूगल प्ले स्टोर से कई कम गुणवत्ता वाले एप्स को हटा देगा। साथ ही गूगल का कहना है कि यह सभी ऐप्स मैलवेयर सोर्स हो सकते हैं और यूजर्स की सुरक्षा को खतरे में भी डाल सकते हैं। Aadhaar Card – आधार कार्ड अपडेट के लिए UIDAI ने डेडलाइन बढ़कर 14 सितंबर 2024 कर दी है। इससे पहले यह डेडलाइन 14 जून 2024 की थी। आपको बता दें अगर आपका आधार कार्ड 10 साल पुराना हो गया है तो आप इसे मुफ्त में ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं। NPCI – NPCI (नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया) के नए नियम के तहत 1 सितंबर 2024 से RuPay क्रेडिट कार्ड और UPI ट्रांजैक्शन फीस अब आपके RuPay रिवॉर्ड पॉइंट्स से नहीं काटी जाएगी। जानकारी के अनुसार इससे आपके रिवॉर्ड पॉइंट्स का पूरा उपयोग किया जा सकेगा और ट्रांजैक्शन फीस पर खर्च भी कम होगा। TRAI – ट्राई द्वारा 1 सितंबर से फर्जी कॉल और मैसेज पर लगाम लगाने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके तहत टेलीकॉम कंपनियों को अन रजिस्टर्ड मैसेज और कॉल को पहचान करके ब्लॉक करना होगा। ऐसे में 1 सितंबर से कुछ मोबाइल यूजर्स को बैंकिंग कॉल, मैसेज और ओटीपी मिलने में देरी हो सकती है। यह भी पढ़ें उत्तराखंड में जल्द बनेगी इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी, केंद्र सरकार ने दी हरी झंडी……

Industrial Smart City Project: उत्तराखंड में जल्द बनेगी इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी, केंद्र सरकार ने दी हरी झंडी……

Industrial Smart City Project

राज्य में अब इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी बनने जा रही है। इस स्मार्ट सिटी से (Industrial Smart City Project) राज्य में औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी और स्थानीय उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। उत्तराखंड के लिए है महत्वपूर्ण (Industrial Smart City Project) उत्तराखंडवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है कि राज्य में अब इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी बनने जा रही है। यह महत्वपूर्ण कदम केंद्र सरकार द्वारा देश के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए उठाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम (एनआईसीडीपी) के तहत 28,602 करोड़ रुपए के निवेश के साथ 12 नए परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इन परियोजनाओं में उत्तराखंड के खुरपिया क्षेत्र में इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी का विकास भी शामिल है। आपको बता दें यह इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी न केवल उत्तराखंड के औद्योगिक ढांचे को मजबूत करेगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और आर्थिक अवसरों का भी सृजन करेगी। यह परियोजना उत्तराखंड के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि राज्य की भौगोलिक स्थिति और संसाधनों के बेहतर उपयोग के लिए इसे रणनीतिक रूप से चुना गया है। इस स्मार्ट सिटी से राज्य में औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी और स्थानीय उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। जानिए स्मार्ट सिटी बनाने का उद्देश्य (Industrial Smart City Project) एनआईसीडीपी के तहत विकसित होने वाली इन इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी का उद्देश्य केवल औद्योगिक उत्पादन बढ़ाना नहीं है, बल्कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारत की स्थिति को मजबूत करना भी है। इन स्मार्ट सिटी के माध्यम से सरकार एक ऐसा औद्योगिक नेटवर्क तैयार करने की योजना बना रही है, जो न केवल देश के आर्थिक विकास को गति देगा, बल्कि स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगा। परियोजना से बढ़ेगा रोजगार (Industrial Smart City Project) इस परियोजना से उत्तराखंड में सीधे तौर पर 1 मिलियन से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन होने की उम्मीद है। साथ ही, 3 मिलियन तक अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति में व्यापक सुधार होगा। इसके अतिरिक्त, इस परियोजना से क्षेत्रीय स्तर पर सामाजिक-आर्थिक उत्थान की भी संभावनाएं बढ़ेंगी। स्थानीय लोगों को नए रोजगार मिलने के साथ-साथ उनके जीवन स्तर में सुधार होगा और क्षेत्र का समग्र विकास होगा। गुणवत्तापूर्ण, विश्वसनीय और टिकाऊ बुनियादी ढांचे के साथ ये स्मार्ट सिटी न केवल आर्थिक गतिविधियों के केंद्र बनेंगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के भी मॉडल बनेंगी। Industrial Smart City Project यह भी पढ़ें आज देशभर में मनाया जाएगा 29वां राष्ट्रीय खेल दिवस, प्रधानमंत्री मोदी और सीएम धामी ने किया मेजर ध्यानचंद को याद…..

Passport Seva Portal Temporarily Closed: पासपोर्ट सेवाओं से जुड़ी जरूरी खबर, 5 दिनों के लिए बंद होंगी सेवाएं, जाने क्या है कारण

Passport Seva Portal Temporarily Closed

Passport Seva Portal Temporarily Closed: आगामी 5 दिनों के लिए पासपोर्ट सेवा पोर्टल काम नहीं करेगा। 29 अगस्त रात 8:00 बजे से पासपोर्ट की सेवाएं बंद की गई हैं। आधिकारिक वेबसाइट के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 29 अगस्त शाम 8:00 बजे से पासपोर्ट सेवा पोर्टल का टेक्निकल मेंटेनेंस शुरू होने जा रहा है, जिसके चलते यह पोर्टल 2 सितंबर 2024 को सुबह 6:00 बजे तक काम नहीं करेगा। 5 दिनों के लिए बंद होंगी सेवाएं | Passport Seva Portal Temporarily Closed पासपोर्ट सेवा पोर्टल सपोर्ट के द्वारा एक पर ट्वीट कर टेक्निकल मेंटेनेंस के जाने की जानकारी सांझा की गई है पासपोर्ट सेवा पोर्टल ले ट्वीट में लिखा “टेक्निकल मेंटेनेंस के कारण पासपोर्ट सेवा पोर्टल आज 29 अगस्त शाम 8:00 बजे से 2 सितंबर सुबह 6:00 बजे तक उपलब्ध नहीं रहेगा। इस अवधि में सिस्टम नागरिकों और अधिकारियों के लिए उपलब्ध नहीं रहेगा 30 अगस्त के सभी अप्वाइंटमेंट्स को रीशेड्यूल किया जाएगा। अपॉइंटमेंट रीशेड्यूल करावे देखो को सूचित किया जाएगा।” आपको बता दे की आपको बता दें कि पासपोर्ट सेवा पोर्टल की सर्विसेज बंद होने का असर पासपोर्ट सेवा केंद्र के साथ ही लोकल पासपोर्ट ऑफिस और विदेश मंत्रालय में भी देखा जाएगा। इस दौरान देशभर के सभी पासपोर्ट सेवा केंद्र, क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय और विदेश मंत्रालय में पासपोर्ट सेवाएं बंद रहेंगी। 5 दिनों के लिए बंद होंगी सेवाएं | Passport Seva Portal Temporarily Closed साथ ही सभी नागरिकों और संबंधित अथॉरिटी जैसे MEA, RPO, BOI, ISP, DoP और पुलिस डिपार्टमेंट के लिए भी पासपोर्ट सेवा पोर्टल की सेवाएं बंद रहेंगी। हालांकि पासपोर्ट सेवा पोर्टल ने आश्वासन दिया है कि सभी आवेदको के अपॉइंटमेंट को नए सिरे से निर्धारित कर उनको सूचित किया जाएगा। यह भी पढ़े | NHAI makes big decision regarding Paytm FASTags, impact on 2 crore users! Update KYC from home with these steps

Uttarakhand Police and Influencers: उत्तराखंड पुलिस अब सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के साथ मिलकर जनजागरुकता का करेगी प्रचार…….

Uttarakhand Police and Influencers

एडीजी कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने राज्य के सभी जिलों (Uttarakhand Police and Influencers) की सोशल मीडिया सेल के कार्यों की गहन समीक्षा की। जाने क्या है इसका उद्देश्य (Uttarakhand Police and Influencers) इस समीक्षा का उद्देश्य सोशल मीडिया पर नजर रखने, भ्रामक सूचनाओं को रोकने, और सकारात्मक प्रचार-प्रसार में सुधार लाना था। उन्होंने जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को पहचानें और उनके साथ गोष्ठी आयोजित करें ताकि पुलिस और जनता के बीच बेहतर संवाद स्थापित हो सके। सोशल मीडिया की नियमित निगरानी सौंपा जिम्मा (Uttarakhand Police and Influencers) एडीजी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सोशल मीडिया की निगरानी के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनजागरूकता बढ़ाने और सकारात्मक संदेश फैलाने के लिए पुलिस को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की सहायता लेनी चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने भ्रामक और शांति व्यवस्था को प्रभावित करने वाली पोस्टों पर तुरंत कार्रवाई करने की आवश्यकता पर जोर दिया। डीएसपी ऑपरेशन को सोशल मीडिया सेल के कार्यों की नियमित निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है, और जिलों के पुलिस कप्तानों को निर्देशित किया गया है कि वे समय पर सेल की जनशक्ति और कार्यों का मूल्यांकन करें और समीक्षा रिपोर्ट रेंज कार्यालय को भेजें। Uttarakhand Police and Influencers एडीजी द्वारा दिए गए निर्देश (Uttarakhand Police and Influencers) आपको बतादें एडीजी ने यह भी निर्देश दिए कि यदि कोई पुलिसकर्मी सोशल मीडिया पॉलिसी का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिसकर्मियों को पूर्व में जारी किए गए निर्देशों का अनुपालन कराने का भी आदेश दिया गया।एडीजी ने पुलिस मुख्यालय के अपराध एवं कानून व्यवस्था से संबंधित सभी अनुभागों के कार्यों की भी समीक्षा की और समय पर कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। यह भी पढ़ें 2 युवकों ने गौला नदी में मारी कूद, 1 की मौत दूसरा अस्पताल में भर्ती, पुलिस कर रही मामले की जांच…..

CM Dhami Becomes 2nd Favourite Politician: सीएम धामी की बढ़ती पापुलैरिटी, योगी आदित्यनाथ के बाद दूसरे सबसे पसंदीदा सीएम बने धामी……

CM Dhami Becomes 2nd Favourite Politician

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मिला सबसे (CM Dhami Becomes 2nd Favourite Politician) लोकप्रिय मुख्यमंत्री का खिताब। 3 सालों में लिए अहम फैसले। लोगों ने की काम की सराहना (CM Dhami Becomes 2nd Favourite Politician) देश के युवा मुख्यमंत्रियों में शामिल पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर अपनी कार्यकुशलता से देशभर में, खासकर भाजपा शासित राज्यों में, सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री का खिताब हासिल किया है। मुख्यमंत्री धामी ने देशभर में उदाहरण बने कड़े और महत्वपूर्ण फैसलों और राज्य के विकास के लिए गए नीतिगत निर्णयों के माध्यम से अपनी अलग पहचान बनाई है। विशेष रूप से मातृशक्ति और युवाओं के हित में लिए गए फैसलों से मुख्यमंत्री धामी की लोकप्रियता काफी बढ़ी है। आपको बतादें देश के प्रतिष्ठित मीडिया समूह नव भारत टाइम्स ने अपने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों में लोकप्रियता के आधार पर एक पोल आयोजित किया। इस पोल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद पुष्कर सिंह धामी को 5% वोट मिले, जिससे वह सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री साबित हुए। पोल के दौरान जनता ने भी धामी के फैसलों और कामकाज की खुलकर सराहना की। मुख्यमंत्री धामी सोशल मीडिया पर खूब लोकप्रिय (CM Dhami Becomes 2nd Favourite Politician) जानकारी के अनुसार इस सर्वे में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को 6.9%, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को 6.3% और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को मात्र 1.5% वोट मिले। इसके अलावा, नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) रैंकिंग में भी उत्तराखंड को पहला स्थान दिलाकर मुख्यमंत्री धामी ने अपनी लोकप्रियता में और इजाफा किया है। मुख्यमंत्री धामी सोशल मीडिया पर भी लोकप्रिय हैं। कुछ महीने पहले, वह प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के बाद देश में सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले नेताओं की सूची में शामिल हो चुके हैं। उनके फेसबुक पेज पर फॉलोअर्स की संख्या एक करोड़ से अधिक हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने किन बिंदुओं पर किया काम (CM Dhami Becomes 2nd Favourite Politician) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महज तीन साल में विकास और कानून व्यवस्था को लेकर बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने देश का पहला सख्त नकलरोधी कानून लागू कर एक मिसाल पेश की, जिसके बाद उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार ने भी कड़ा नकलरोधी कानून लागू किया। साथ ही भारतीय संविधान में दी गई समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की व्यवस्था को सबसे पहले उत्तराखंड में लागू कर उन्होंने देशभर में मिसाल कायम की है। सैकड़ों हेक्टेयर जमीन को अतिक्रमणमुक्त कर लैंड जिहाद पर प्रभावी कार्रवाई की गई। सख्त दंगारोधी कानून और धर्म परिवर्तन कानून जैसे कई बड़े कानून बनाए गए। सिलक्यारा सुरंग आपदा में 47 मजदूरों का सकुशल रेस्क्यू, जोशीमठ आपदा और केदारनाथ आपदा समेत अन्य स्थानों पर आई आपदाओं से निपटने में मुख्यमंत्री धामी ने बड़ी सूझबूझ और जिम्मेदारी निभाई है। कुशल राजनीतिज्ञ के रूप में युवा मुख्यमंत्री धामी ने लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की सभी पांच सीटों पर रिकॉर्ड जीत दिलाई है। CM Dhami Becomes 2nd Favourite Politician यह भी पढ़ें मसूरी- लंढौर मार्ग पर हुआ भूस्खलन, राष्ट्रिय राजमार्ग पर फसे कई श्रद्धालु…….

Telegram Investigation In India: भारत में शुरू हुई टेलीग्राम की जांच, क्या टेलीग्राम भारत में हो जायेगा बैन?, 2013 में लॉन्च हुआ था टेलीग्राम

Telegram Investigation In India

Telegram Investigation In India: मैसेजिंग एप टेलीग्राम के सीईओ पावेल की गिरफ्तारी होने के बाद टेलीग्राम की जांच भारत सरकार ने भी शुरू कर दी है। भारत सरकार जानना चाहती है कि टेलीग्राम का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों में तो नहीं हो रहा। टेलीग्राम के जरिए चलाए जा रहे हैं अपराधी कानून अपराधिक गतिविधियों में अवैध वसूली और जुआ जैसी चीज शामिल है। आपको बता दे की जांच में यदि टेलीग्राम अपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और जुए का दोषी पाया जाता है तो टेलीग्राम भारत में बैन हो सकता है। टेलीग्राम के करीब 50 लाख यूजर भारत में है। भारत सरकार के अधीन आने वाली एजेंसी इंडियन साइबर क्राइम कॉन्टिनेंट सेंटर (14c) टेलीग्राम की जांच कर सकती है। फ्रांस में गिरफ्तार हुआ पावेल | Telegram Investigation In India बीते शनिवार 24 अगस्त को टेलीग्राम के फाउंडर और सीईओ पावेल ड्यूरोव को फ्रांस के बार्गेट हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी पुलिस जांच के तहत की गई है। जिसमें पाया गया था कि मॉडरेटर की कमी ने टेलीग्राम एप पर आपराधिक गतिविधियों को बिना रोक-टोक चलने दिया। NEET UG पेपर लीक से जुड़ा टेलीग्राम | Telegram Investigation In India आपको बता दे कि इससे पहले भी टेलीग्राम को गलत सूचना फैलाने और गलत गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। साथ ही यूजीसी नीट विवाद में मेडिकल प्रवेश परीक्षा का पेपर टेलीग्राम प्लेटफार्म पर शेयर किया गया था। प्लेटफार्म पर पेपर ₹5000 से ₹10000 के बीच बेचा गया था। 2013 में लॉन्च हुआ था टेलीग्राम | Telegram Investigation In India यदि पावेल ड्यूरो के खिलाफ लगाए जा रहे सभी आरोप सही पाए जाते हैं तो पावेल को 20 साल तक की सजा हो सकती है, साथ ही उन्हें जुर्माना भी देना पड़ सकता है। आपको बता दे की साल 2013 में टेलीग्राम की शुरुआत हुई थी। अपने शुरुआती दिनों में कंपनी को रेवेन्यू बनाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, कंपनी ने इस परेशानी से उभरने के लिए टेलीग्राम प्रीमियम भी लॉन्च किया था। Telegram Investigation In India यह भी पढ़ें |  जारी हुआ नीट पीजी परीक्षा का परिणाम, यहां चेक करें रिजल्ट नहीं होगी नीट पुनः परीक्षा, आज शुरू होगी काउंसलिंग, जाने क्या रहा कोर्ट का ऑर्डर……

Hidden Camera Case: देहरादून पुलिस द्वारा आरोपी को किया गया गिरफ्तार, महिला वॉशरूम में पाया गया था 1 कैमरा……..

Hidden Camera Case

देहरादून में रेस्टोरेंट के वॉशरूम में डिवाइस लगाकर महिलाओं की क्लिप (Hidden Camera Case) बनाने वाले का हुआ पर्दाफाश। देहरादून पुलिस द्वारा मुजरिम को किया गिरफ्तार। महिला वॉशरूम में पाया गया था कैमरा (Hidden Camera Case) देशभर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं जिसके बीच देहरादून में भी एक नामी रेस्टोरेंट के वॉशरूम में कैमरा पाया गया था। पुलिस द्वारा तेजी से जांच करते हुए इस घटना के पीछे अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है। देहरादून एसएसपी द्वारा घटना की जानकारी मिलने पर तत्काल अभियोग पंजीकृत करने के निर्देश दिए गए थे।आपको बता दे दिनांक 15– 8– 2024 की रात कंट्रोल रूम में एक महिला द्वारा फोन कर पुलिस को महिला वॉशरूम में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मोबाइल छुपाकर रिकॉर्डिंग करने की सूचना मिली थी। महिलाओं के आक्रोशित होने पर इसकी सूचना रेस्टोरेंट संचालक को दी गई थी, इसके बाद जब वह दोबारा वॉशरूम में गए तो वह डिवाइस वहां से गायब मिला।जानकारी मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और उपस्थित महिलाओं से घटना की जानकारी ली। जिस पर देहरादून एसएसपी द्वारा घटनाक्रम की जानकारी लेते हुए तत्काल अभियोग पंजीकृत करने के निर्देश दिए गए। महिला द्वारा एफआईआर दर्ज करने पर तहरीर के आधार पर तत्काल रेस्टोरेंट संचालक और अन्य के विरोध संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था। (Hidden Camera Case) सफाई कर्मी द्वारा छुपाया गया था मोबाइल (Hidden Camera Case) पुलिस द्वारा सभी कर्मियों और संचालक से पूछताछ चलती रही, इसके बाद हाउसकीपिंग का कार्य करने वाले एक कर्मचारी पर पुलिस को संदेह हुआ। पुलिस द्वारा कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया और सख्ती से पूछताछ करने पर पता चला कि उसके द्वारा महिला वॉशरूम में मोबाइल छुपाया गया था। लोगों के शोर मचाने पर उसने चुपके से वॉशरूम से मोबाइल को हटाकर उसमें से सभी वीडियो क्लिप डिलीट कर दिए थे। आपको बता दें पुलिस द्वारा अभियुक्त के कब्जे से उसका मोबाइल फोन बरामद किया गया है जिसे अग्रिम कार्यवाही के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। होटल मालिकों को लगातार करनी चाहिए प्रॉपर्टी की जांच (Hidden Camera Case) महिलाओं के साथ ऐसी घटनाएं देश भर में लगातार देखने को मिल रही हैं। ऐसे नामी रेस्टोरेंट में कर्मियों द्वारा की जा रही हरकतों के चलते सभी रेस्टोरेंट और होटल मालिकों को सतर्क रहने की जरूरत है। वे सभी अपने रेस्टोरेंट और होटल के वॉशरूम या चेंजिंग रूम की जांच कराएं और सावधानी बरतें। सभी मालिकों को अपनी प्रॉपर्टी की समय-समय पर जांच करते रहना चाहिए। यह भी पढ़ें देहरादून में भी अब महिला सुरक्षा पर सामने आई चौंकाने वाली खबर, महिला शौचालय में मिला 1 कैमरा…..