Madmaheshwar Temple Uttarakhand: आज पूरे विधि विधान के साथ पंच केदार में द्वितीय भगवान मद्महेश्वर मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए सुबह 8:00 बजे बंद कर दिए गए। 23 नवंबर को द्वितीय केदार शीतकालीन पूजा- अर्चना के लिए ओंकारेश्वर मंदिर के गर्भग्रह में विराजमान होंगे।
17,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
आपको बता दें, आज उत्तराखंड के प्रसिद्ध पंच केदार में द्वितीय भगवान मद्महेश्वर के मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। इस साल 20 मई से द्वितीय केदार मद्महेश्वर की यात्रा शुरू की गई थी, जिसमें अभी तक करीब 17,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। आज सुबह 8:00 बजे विधि विधान के साथ मद्महेश्वर मंदिर के कपाट शुभ मुहूर्त पर बंद किए गए।
साथ ही, भगवान द्वितीय केदार की चल उत्सव विग्रह डोली अपने मूल मंदिर से शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान करते हुए आज रात्रि प्रवास के लिए पहले पड़ाव पर पहुंचेगी। आपको बता दे, 23 नवंबर के दिन द्वितीय केदार शीतकालीन पूजा- अर्चना के लिए ओंकारेश्वर मंदिर के गर्भ ग्रह में विराजमान की जाएगी।
22 नवंबर से शुरू होंगे कार्यक्रम
जानकारी के अनुसार ऊखीमठ में 22 नवंबर से तीन दिवसीय मद्महेश्वर मेला भी रंगारंग कार्यक्रमों के साथ शुरू किया जाएगा। चारों धामों के मंदिर शीतकालीन के लिए बंद हो चुके हैं और सभी अपने-अपने गद्दीस्थलों के लिए प्रस्थान कर मंदिर में पहुंच रहे हैं। इस वर्ष 17,000 से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने द्वितीय केदार मद्महेश्वर की यात्रा कर दर्शन किए।