देहरादून को ‘असुरक्षित शहर’ बताने वाली निजी रिपोर्ट खारिज, पुलिस ने सर्वे पर उठाए सवाल…

Dehradun Police Call Survey on Women’s Safety Misleading : उत्तराखंड में हाल ही में एक निजी सर्वे एजेंसी पी वैल्यू एनालिटिक्स की रिपोर्ट (NARI-2025) में देहरादून को देश के 10 असुरक्षित शहरों में शामिल किया गया था। जिसके बाद इस पर देहरादून पुलिस और राज्य महिला आयोग ने कड़ा एतराज जताया है।

निजी कंपनी ने किया सर्वे

इस विषय पर एसएसपी अजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यह सर्वे न तो राष्ट्रीय महिला आयोग और न ही राज्य महिला आयोग द्वारा कराया गया है, बल्कि इसे एक निजी कंपनी ने अपनी ओर से तैयार किया है। रिपोर्ट वास्तविक अपराध आंकड़ों पर आधारित नहीं है, बल्कि केवल धारणाओं पर आधारित है। एसएसपी ने बताया कि देहरादून की नौ लाख महिला आबादी में से सिर्फ 400 महिलाओं से फोन पर बातचीत कर निष्कर्ष निकाला गया, जो बेहद छोटा और अव्यवहारिक सैंपल है।

एसएसपी ने कहा कि बिना किसी तथ्यात्मक आधार पर फैलाई गई ऐसी नकारात्मक खबरें आम लोगों में अनावश्यक डर पैदा करती हैं। उन्होंने बताया कि हर साल लाखों पर्यटक और श्रद्धालु, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं होती हैं, देहरादून आते हैं। यह खुद इस बात का प्रमाण है कि शहर महिलाओं के लिए सुरक्षित है।

महिला सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम

महिला सुरक्षा इंतजामों पर जानकारी देते हुए अजय सिंह ने कहा कि पुलिस कंट्रोल रूम में आने वाली हर कॉल का औसतन 12 से 13 मिनट में रिस्पॉन्स किया जाता है। साथ ही देहरादून में 14,000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे, पिंक बूथ, महिला हेल्प डेस्क, हेल्पलाइन और चीता पुलिस की गश्त सक्रिय है। वहीं, महिला सुरक्षा के लिए गौरा शक्ति ऐप पर अब तक 1.25 लाख से ज्यादा महिलाएं जुड़ चुकी हैं, जिनमें से 16 हजार से अधिक कामकाजी महिलाएं शामिल हैं।

देहरादून पुलिस सुरक्षा के लिए तत्पर

एसएसपी ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर शहर में लगातार ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं, सर्वे जारी करने वाली कंपनी को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया गया है कि उन्होंने किस आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की। साथ ही एसएसपी ने महिलाओं को आश्वस्त किया देहरादून में ऐसे असुरक्षा की कोई भावना नहीं हैं और देहरादून पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर है।

Srishti
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