Haridwar Ganga Rishikesh Corridor Project: राज्य सरकार द्वारा हरिद्वार- गंगा कॉरिडोर और ऋषिकेश कॉरिडोर परियोजना के लिए कंसल्टेंट एजेंसी का चयन कर लिया गया है। 2 साल के भीतर दोनों शहरों के लिए गंगा कॉरिडोर तैयार करने की है योजना।
आम जनता का भी लिया जाएगा सुझाव
आपको बता दे, उत्तराखंड सरकार द्वारा हरिद्वार और ऋषिकेश में मुख्य गंगा घाटों के आसपास लगभग आधे से 1 किलोमीटर तक काशी और उज्जैन की तर्ज पर कॉरिडोर बनाने की योजना को आगे बढ़ाया गया है। जानकारी के अनुसार, अर्ध कुंभ को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा हरिद्वार- गंगा कॉरिडोर और ऋषिकेश कॉरिडोर परियोजना के लिए कंसल्टेंट एजेंसी का चयन भी कर लिया गया है।
जल्द ही कंसल्टेंट परियोजना की पूरी रिपोर्ट सरकार के सामने प्रस्तुत होगी। इन दोनों परियोजनाओं पर एजेंसी के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों और आम जनता का सुझाव भी लिया जाएगा।
2 साल में कॉरिडोर तैयार करने की योजना
साथ ही हरिद्वार- गंगा कॉरिडोर परियोजना के लिए मैसस एलईए एसोसिएट्स साउथ एशिया प्रा. लि. कंपनी से 36.64 करोड़ों रुपए का समझौता करने की खबर सामने आई है। इसके साथ ऋषिकेश– गंगा कॉरिडोर परियोजना के लिए मैसस एगिस इंडिया काउंसलिंग इंजिनियर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 46.4 1 करोड़ रुपए का भी समझौता किया गया है। जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार 2 साल के अंदर दोनों शहरों के लिए गंगा कॉरिडोर तैयार करने की योजना बना रहा है।
अर्धकुंभ 2027 की हो रही तैयारी
आपको बता दे, इस परियोजना के तहत हरिद्वार में लगभग 3 प्रवेश द्वारों पर 3 आईएसबीटी बनाने का प्रस्ताव रखा गया है। साथ ही, गुरुकुल से सप्त ऋषि तक विस्तारित क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए 72 घाटों के अलावा अन्य घाटों का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। यह यह बड़ा प्रोजेक्ट 2027 के अर्धकुंभ और दूसरे पर्व की भीड़ को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। सरकार द्वारा परियोजनाओं की टाइमलाइन भी तय करने को कहा गया है जिससे प्रोजेक्ट जल्दी शुरू हो सके।