कैलाश मानसरोवर यात्रा में महंगाई का असर, यात्रा शुल्क में हुई बढ़ोतरी…

Kailash Yatra Registration Price Increase: मानसरोवर जाने वाले यात्रियों के लिए अहम खबर। 5 साल बाद शुरू हो रही कैलाश मानसरोवर यात्रा पर इस बार महंगाई की मार देखने को मिल रही है। कुमाऊं मंडल विकास निगम के द्वारा यात्रियों से लिए जाने वाले शुल्क में बढ़ोतरी हुई है ।

आपको बता दें, 2019 के बाद अब 2025 में कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से 30 जून 2025 शुरू होने वाली हैं। इस यात्रा में कुल पांच जत्थे जाएंगे, जिनमें प्रत्येक में 50 श्रद्धालु शामिल होंगे।

महंगाई का असर यात्रा पर

कैलाश मानसरोवर यात्रा लिपुलेख दर्रे के रास्ते की जाती है, जिसकी जिम्मेदारी केएमवीएन निभाता है। इस बार कुमाऊं मंडल विकास निगम ने तय किया है कि यात्रियों से 56,000 रुपये शुल्क लिया जाएगा, जबकि 2019 में ये शुल्क 35,000 रुपये थी। यह शुल्क यात्रियों के आने-जाने, ठहरने और भोजन की व्यवस्था के लिए लिया जाएगा।

इसके अलावा, श्रद्धालुओं को कुछ और खर्च भी खुद उठाने होंगे, जो विदेश मंत्रालय की नियमों के अनुसार होंगे। इनमें दिल्ली के हार्ट एंड लंग इंस्टीट्यूट में मेडिकल जांच, चीन का वीजा बनवाना, भारतीय सीमा में कुली और टट्टू का खर्च, तिब्बत में खाने-पीने का इंतजाम, रसोइए का खर्च और दूसरे जरूरी खर्च शामिल हैं।

यात्रा का मार्ग और पड़ाव

आपको बता दें , यात्रा का पहला जत्था 30 जून को दिल्ली से रवाना होगा। अन्य जत्थे 4 जुलाई, 8 जुलाई, 31 जुलाई और 4 अगस्त को रवाना होंगे। यात्रा के पहले पड़ाव टनकपुर के बाद श्रद्धालु धारचूला, नाभीढांग होते हुए लिपुलेख दर्रे के रास्ते तकलाकोट पहुंचेंगे। वापसी में श्रद्धालु पाताल भुवनेश्वर, जागेश्वर, हाट कालिका और कैंचीधाम सहित कई धार्मिक स्थलों के दर्शन करेंगे।

केएमवीएन के प्रबंध निदेशक विनीत तोमर ने बताया कि यात्रियों को इस बार 56 हजार रुपये पंजीकरण शुल्क देना होगा, जबकि अन्य खर्च उन्हें स्वयं वहन करने होंगे। साथ ही, यात्रा पूरी तरह विदेश मंत्रालय की दिशा-निर्देशों के अनुसार आयोजित की जाएगी।

Anjali Bhatt
Anjali Bhatt

Anjali Bhatt is a young journalist associated with digital media in Uttarakhand. Currently, Anjali is connected with TII. She covers Uttarakhand districts along with Lifestyle, National and International News.