Smuggler Attack On Forest Inspector: हल्द्वानी के भाखड़ा रेंज में तस्करों ने दो वन दरोगाओं पर हमला कर दिया। ये तस्कर जंगल से बेल फल चोरी कर ट्रैक्टर में ले जा रहे थे, जिसकी कुल कीमत लगभग 40 हजार रुपये थी। जब वन विभाग के कर्मचारी उन्हें रोकने पहुंचे, तो तस्करों ने हमला कर दिया।
तस्करों का हमला
जानकारी के अनुसार, वन दरोगा मनोज कुमार मेलकानी और मोहन सिंह चौहान गुरुवार रात में लामाचौड़ इलाके में गश्त कर रहे थे। तभी उन्होंने दो बाइक और एक ट्रैक्टर ट्रॉली को जंगल से बाहर आते देखा। शक होने पर उन्होंने वाहन रोकने की कोशिश की।
जैसे ही उन्होंने पूछताछ शुरू की, तो सात युवकों ने अचानक उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमले में एक दरोगा के चेहरे और पैर में गंभीर चोटें आईं, जबकि दूसरे के पैर में भी चोटें लगीं। तस्करों ने दरोगा मोहन सिंह की सरकारी बंदूक छीनकर तोड़ दी और छह कारतूस लूट लिए। इसके अलावा, उनकी बाइक और मोबाइल फोन भी तोड़ दिए गए, और
हमलावर गेट तोड़कर वहां से फरार हो गए।
हमले के बाद, दोनों दरोगाओं ने हिम्मत दिखाई और तस्करों का पीछा किया। थोड़ी दूर जाने पर उन्हें ट्रैक्टर खड़ा मिला, जिसे कब्जे में ले लिया गया और पास के खाली प्लॉट में बेल फल से भरे कट्टे भी मिल गए।
मुखानी थाना पुलिस ने सात तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
तस्करी क्यों हो रही थी?
महाशिवरात्रि आने वाली है, और इस त्योहार पर बेल फल की काफी मांग होती है। तस्करों ने जंगल से बेल फल तोड़कर उन्हें उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बेचने की योजना बनाई थी। लेकिन वन विभाग ने समय पर कार्रवाई करके यह तस्करी रोक दी।
कानूनी कार्रवाई
वन दरोगा मनोज कुमार की शिकायत पर, मुखानी थाना पुलिस ने सात आरोपियों—सूरज, राजकुमार, संजय, युवराज, जोगेंद्र, रोहित, और राममूर्ति—के खिलाफ विभिन्न गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है, जिनमें लोक सेवक को चोट पहुंचाना, पुलिस अधिकारी पर हमला करना, समूह में घातक हथियार से हमला करना, और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना शामिल है।
इस घटना के बाद, वन विभाग ने अपने कर्मचारियों की सुरक्षा बढ़ा दी है और जंगलों में गश्त को और मजबूत कर दिया है। साथ ही, लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत सूचना दें।