Farmer Killed By Elephant: लालढांग से आई दिल दहला देने वाली घटना, जंगली हाथी ने 1 किसान को पटक– पटक कर मारा, वन विभाग द्वारा मामले की जांच……

Farmer Killed By Elephant

एक जंगली हाथी ने लालढांग क्षेत्र में किसान को उतारा मौत (Farmer Killed By Elephant) के घाट। ग्रामीणों द्वारा वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन। फसल की रखवाली कर रहा था किसान (Farmer Killed By Elephant) लालढांग क्षेत्र में एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक किसान को हाथी ने बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। यह घटना मंगोलपुरा गांव के पास स्थित खेतों में हुई, जहां किसान अपनी फसल की रखवाली कर रहा था। अचानक जंगल से निकला एक जंगली हाथी खेत में आ गया और किसान पर हमला कर दिया। हाथी ने किसान को पटक-पटक कर मार डाला, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया (Farmer Killed By Elephant) घटना के तुरंत बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। हाथी के इस हमले से नाराज ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप था कि वन विभाग की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। उन्होंने वन विभाग से मांग की कि हाथियों के आंतक को रोकने के लिए तुरंत प्रभावी कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिलाचिकित्सालय भेजा गया है। इस दुखद घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है और ग्रामीणों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। वन विभाग ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है और हाथियों के बढ़ते हमलों को देखते हुए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है। Farmer Killed By Elephant यह भी पढ़ें चमोली में भारी बारिश से कई मकान मलबे में दबे, 4 मार्ग हुए क्षतिग्रस्त, लोग घरों से भागे……

Early Morning Mobile Usage: सुबह उठते ही मोबाइल फोन चलाना है शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक, आदतें बदलने से…..

Early Morning Mobile Usage

आजकल की बदलती दुनिया में अक्सर लोग सुबह उठते ही अपना (Early Morning Mobile Usage) फोन चलाने लगते हैं जो की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। जानिए इससे जुड़े साइड इफेक्ट्स और समाधान। जानिए इसके साइड इफेक्ट्स (Early Morning Mobile Usage) आज की डिजिटल दुनिया में मोबाइल फोन हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। जैसे ही हम सुबह उठते हैं, अक्सर हमारी पहली आदत होती है कि हम अपना मोबाइल फोन चेक करते हैं—चाहे वह सोशल मीडिया हो, ईमेल हो या फिर कोई और नोटिफिकेशन। यह आदत सामान्य सी लग सकती है, लेकिन यह हमारी शारीरिक और मानसिक सेहत पर कई नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। 1. आंखों पर दबाव सुबह उठते ही मोबाइल फोन की स्क्रीन पर ध्यान केंद्रित करने से आंखों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। मोबाइल स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी (Blue Light) आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। इससे आंखों में जलन, थकान और धुंधलापन हो सकता है, जिसे डिजिटल आई स्ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है। 2. नींद के पैटर्न में गड़बड़ी सुबह उठते ही फोन चेक करने से हमारा दिमाग तुरंत सक्रिय हो जाता है, जिससे रिलैक्सेशन की स्थिति समाप्त हो जाती है। इससे नींद के प्राकृतिक पैटर्न में गड़बड़ी हो सकती है, जिससे रात को नींद न आने की समस्या हो सकती है। इसके साथ ही, यह आदत आपकी रात की नींद की गुणवत्ता को भी प्रभावित कर सकती है, जिससे आप दिनभर थकान महसूस कर सकते हैं। 3. मानसिक तनाव और चिंता (Early Morning Mobile Usage) सुबह उठते ही फोन चेक करने से अक्सर हम अनावश्यक तनाव और चिंता का शिकार हो जाते हैं। जैसे-जैसे हम सोशल मीडिया या समाचार देखते हैं, हमें तुरंत बहुत सारी सूचनाएं मिलती हैं, जो हमारे मस्तिष्क को ओवरलोड कर देती हैं। यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है और आपके दिन की शुरुआत तनावपूर्ण बना सकता है। 4. बैड पॉश्चर सुबह उठते ही बिस्तर पर लेटे-लेटे फोन चेक करना आपकी शारीरिक मुद्रा (Posture) पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। गर्दन और पीठ पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे टेक्स्ट नेक और पीठ दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। 5. उत्पादकता में कमी फोन चेक करने से आपका ध्यान अन्य जरूरी कार्यों से भटक सकता है। इससे आपकी सुबह की रूटीन प्रभावित होती है, जैसे कि योग, व्यायाम, या मेडिटेशन जैसी स्वस्थ आदतें। इसका परिणाम यह हो सकता है कि आपका दिन अनियोजित और कम उत्पादक हो जाता है। (Early Morning Mobile Usage) उठते ही फोन ना चलाने का समाधान (Early Morning Mobile Usage सुबह उठते ही मोबाइल फोन से दूरी बनाना एक स्वस्थ आदत हो सकती है। आप अपने दिन की शुरुआत योग, मेडिटेशन, या कोई किताब पढ़कर कर सकते हैं। यह आपको मानसिक शांति देगा और दिनभर के लिए ऊर्जा और सकारात्मकता से भर देगा। अगर मोबाइल चेक करना जरूरी है, तो इसे नाश्ते के बाद या अपनी सुबह की रूटीन के बाद करें। इस छोटी सी आदत को बदलकर आप अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में बड़ा सुधार ला सकते हैं। इसलिए, कोशिश करें कि सुबह का समय खुद के लिए समर्पित करें, न कि आपके मोबाइल फोन के लिए। (Early Morning Mobile Usage) यह भी पढ़ें Rare Mosquito-Borne Illness, Symptoms And Prevention……

Health Coach Tips: जानिए फ्रिज में कौनसे 4 खाद्य पदार्थों को रखने से वे ‘जहर’ बन सकते हैं………

Health Coach Tips

स्वास्थ्य पर भोजन को लंबे समय तक फ्रिज में रखने के प्रभाव (Health Coach Tips) फ्रिज का उपयोग हमारे दैनिक जीवन में भोजन को सुरक्षित रखने के लिए (Health Coach Tips) एक सामान्य प्रक्रिया बन चुका है। फ्रिज में भोजन को स्टोर करके हम उसमें ताजगी बनाए रख सकते हैं और खाने की बर्बादी से बचा सकते हैं। हालांकि, अगर भोजन को लंबे समय तक फ्रिज में रखा जाए तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। जानिए हेल्थ कोच की सलाह (Health Coach Tips) हेल्थ कोच डॉक्टर डिंपल जांगड़ा ने हाल ही में एक स्वास्थ्य पर चर्चा करते हुए फ्रिज में रखे जाने वाले कुछ खाद्य पदार्थों के बारे में चेतावनी दी है। उनके अनुसार, कुछ खाद्य पदार्थ जब फ्रिज में रखे जाते हैं, तो वे विषाक्त हो सकते हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन से खाद्य पदार्थ हैं जो फ्रिज में रखने से ‘जहर’ बन सकते हैं: छिले हुए लहसुन (Health Coach Tips)डॉक्टर जांगड़ा का कहना है कि छिला हुआ लहसुन फ्रिज में रखने से जल्दी फफूंद लग जाता है। यह फफूंद कैंसरकारक हो सकता है, जो कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। छिले हुए लहसुन को लंबे समय तक फ्रिज में रखने से उसका रासायनिक संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे यह विषाक्त हो सकता है। कटे हुए प्याजकटे हुए प्याज को फ्रिज में रखने से उसमें बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं। ये बैक्टीरिया सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं और भोजन को जल्दी खराब कर सकते हैं। कटे हुए प्याज में बैक्टीरियल संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए इन्हें जल्दी से जल्दी इस्तेमाल करना चाहिए। अदरक (Health Coach Tips)अदरक को लंबे समय तक फ्रिज में रखने से उसकी ताजगी और पोषक तत्वों में कमी आ सकती है। इसके अलावा, फ्रिज में रखने पर अदरक पर फफूंद लगने का खतरा भी रहता है, जिससे यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। पके हुए चावलपके हुए चावल को फ्रिज में रखने से उसमें बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं, खासकर बैसिलस सेरेस नामक बैक्टीरिया। यह बैक्टीरिया चावल के ठंडा होने पर एक्टिव हो जाते हैं और विषाक्त पदार्थ बना सकते हैं, जो खाद्य विषाक्तता का कारण बन सकते हैं। खाने को खाएं समय के भीतर (Health Coach Tips) डॉक्टर जांगड़ा की सलाह है कि इन खाद्य पदार्थों को फ्रिज में रखने के बजाय, इन्हें ताजे और जल्दी से जल्दी उपयोग में लाना चाहिए। इससे न केवल स्वाद बनाए रखने में मदद मिलेगी बल्कि स्वास्थ्य संबंधी जोखिम भी कम होंगे। भोजन को फ्रिज में स्टोर करना निश्चित रूप से एक उपयोगी प्रक्रिया है, लेकिन इसे लंबे समय तक फ्रिज में रखने से बचना चाहिए। ताजा भोजन न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होता है। जितना हो सके, भोजन को ताजा ही खाएं और अगर फ्रिज में स्टोर करना जरूरी हो, तो उसे उचित समय के भीतर ही उपयोग कर लें। यह आदत हमें स्वस्थ और सुरक्षित रखने में मदद करेगी। Health Coach Tips यह भी पढ़ें जानिए रोज की जिंदगी में मखाने खाने के फायदे, पोशक तत्वों से है भरपूर….