Forest Department Update: अब वन उपज की श्रेणी में आएगी कीड़ा जड़ी और गुच्छी मशरूम, वन विभाग द्वारा लिया बड़ा फैसला

Forest Department Update

वन विभाग द्वारा ऊंचे हिमालय के क्षेत्र (Forest Department Update) में मिलने वाली कीड़ाजड़ी और गुच्छी मशरूम को अब वन उपज की श्रेणी में लाने की तैयारी की जा रही है। हिमालय के उच्च क्षेत्र में पाई जाने वाली जड़ी (Forest Department Update) उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और चमोली जिले के ऊंचे हिमालय क्षेत्र में कुछ समय से लोग कीड़ाजड़ी और गुच्छी मशरूम का गैर कानूनी तरीके से व्यापर कर रहे हैं। आपको बता दें कि कीड़ाजड़ी और गुच्छी मशरूम की बहुत ज्यादा मांग होती है, जिसे अच्छे खासे दामों में भी बेचा जाता है। गैर कानूनी व्यापार पर लगेगी रोक (Forest Department Update) ऊंचे हिमालय क्षेत्र की इन दुर्लभ प्रजातियों को बचाने के लिए अब वन विभाग द्वारा कीड़ाजड़ी और गुच्छी मशरूम को वन उपज की श्रेणी में लाने की तैयारी की जा रही है। जानकारी के अनुसार वन मुख्यालय में हुई एक बैठक में इस मामले के ऊपर जल्द ही प्रस्ताव बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।प्रशासन के अनुसार वन उपज की श्रेणी में आने के बाद कीड़ाजड़ी और गुच्छी मशरूम को गैर कानूनी व्यापार से रोका जाएगा। कीड़ाजड़ी और गुच्छी मशरूम की खास है उपज (Forest Department Update) कीड़ाजड़ी और गुच्छी मशरूम हिमालय क्षेत्र की दुर्लभ प्रजातियों में से एक हैं। यह लगभग हिमालय में 3 हजार मीटर से ज्यादा ऊंचाई पर अप्रैल के महीने में बर्फ पिघलने के बाद पाई जाती है।बर्फ पिघलने के बाद पिथौरागढ़ और चमोली जिले के ऊंचे हिमालय वाले लोग कीड़ाजड़ी और गुच्छी मशरूम को गैर कानूनी व्यापार के लिए ले जाते हैं। उनकी बहुत ज्यादा मांग होती है और यह बढ़िया महंगे दामों में भी बिकते हैं। आपको बता दें अभी तक यह दोनों प्रजाति वन उपज की श्रेणी में नहीं आए थे, मगर अब वन विभाग द्वारा इस वन श्रेणी में रखा जाएगा। विभाग के पास होगी अब पूरी सूची (Forest Department Update) वन विभाग कीड़ाजड़ी और गुच्छी मशरूम के व्यापार के लिए एक व्यवस्थित तरीका बनाएगा। इसमें कौन व्यापार कर रहा है, कहां पर व्यापार किया जा रहा है, कितनी मात्रा में व्यापार हुआ और इससे जुड़ी सभी जानकारी विभाग के पास ही रहेगी। इसके साथ-साथ कीड़ाजड़ी की उपज को लेकर अब सूची तैयार की जाएगी, इसके बाद लोगों के लिए व्यापार के नियम भी लागू करने में मदद मिलेगी। जानकारी के अनुसार उनके व्यापार के लिए अब ट्रांसिट फीस भी संबंधित व्यक्ति को देनी होगी जिससे सरकार को भी फायदा मिलेगा। Forest Department Update यह भी पढ़ें नशे में धुत युवक ने मासूम पशुओं को कुचला, 1 की मौके पर मौत, 6 पशु घायल