Trauma Network App Soon in Uttarakhand: उत्तराखंड राज्य में लगातार सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए घायलों को अच्छे इलाज की सुविधा देने के लिए ट्रॉमा नेटवर्क स्थापित करने का कार्य तेजी से चल रहा है। मंगलवार को एसएचएसआरसी की बैठक में रणनीति पर चर्चा की गई।
सभी अस्पतालों की होगी मैपिंग
आपको बता दे, बीते कुछ महीनो से उत्तराखंड राज्य में न जाने कितने हादसों की खबर लगातार सामने आई है। ऐसे में दुर्घटनाग्रस्त घायलों को बेहतर सुविधा और इलाज देने के लिए राज्य सरकार द्वारा ट्रॉमा नेटवर्क स्थापित करने का कार्य तेजी से चल रहा है। जानकारी के अनुसार बेहतर सुविधा के लिए अस्पतालों की मैपिंग होगी और साथ ही एक ऐप भी बनाया जाएगा।
ऐसे में मंगलवार के दिन राज्य स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र (एसएचएसआरसी) द्वारा की गई बैठक में नेटवर्क स्थापित करने की रणनीति पर चर्चा की गई।
ट्रॉमा नेटवर्क स्थापित करने पर हुई चर्चा
कल हुई बैठक में अपर सचिव और एसएचएसआरसी की कार्यकारी कार्यकारी निदेशक स्वाति भदोरिया द्वारा अधिकारियों को सभी अस्पतालों की मैपिंग और ऐप डेवलप करने के निर्देश दिए गए। आपको बता दे, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड के सभागार में हुई बैठक में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश (एम्स), हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के समन्वय से ट्रॉमा नेटवर्क स्थापित करने पर चर्चा हुई। इस कार्य के लिए सभी सरकारी और निजी अस्पतालों की जीपीएस मैपिंग की जाएगी।
ऐप के जरिए 108 एम्बुलेंस को मिलेगी मदद
अस्पतालों की जीपीएस मैपिंग बहुत ही फायदेमंद साबित होगी जिसके जरिए 108 एंबुलेंस सेवा अस्पतालों के माप के जरिए आसानी से पहुंच सकेगी। साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ को ट्रॉमा केयर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इस नेटवर्क के लिए एक ऐप विकसित किया जाएगा जिस भी स्थान में घटना होगी उसे स्थान के सबसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल के मेडिकल स्टाफ को पहले से ही अलर्ट मिल जाएगा। ऐसे में घायलों के उपचार के लिए डॉक्टर अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पहले से ही तैयार रहेंगे।