Uttarakhand Literacy: अब उत्तराखंड राज्य में 15 वर्ष से अधिक उम्र के निरक्षरों को साक्षर किया जाएगा। डिजिटल साक्षरता के साथ कानूनी जागरूकता और जीवन से जुड़े कौशल भी सिखाए जाएंगे।
कई कौशलों के प्रति होगी जागरूकता
आपको बता दे एससीईआरटी की निदेशक द्वारा कहा गया है कि राज्य में अब 15 साल से अधिक उम्र के निरक्षरों को साक्षर किया जाएगा। उनके द्वारा यह बात एससीईआरटी सभागार में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान कही गई।
जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम का उद्देश्य 15 वर्ष से ज्यादा उम्र के ऐसे लोगों को आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान संग जीवन से जुड़े कौशलों जैसे– वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता, स्वास्थ्य देखभाल और कानूनी जागरूकता के प्रति जागरूक करना है।
प्रवेशिका के साथ मार्गदर्शिका भी तैयार की गई
साथ ही अपर निदेशक आशा रानी पैन्यूली ने कहा कि कार्यक्रम के तहत राज्य में उल्लास नाम से सामग्री का विकास किया जाना है। इस कार्यक्रम के अनुसार निरक्षरों को संख्या और अंक संबंधी ज्ञान के साथ-साथ जीवन कौशल पर आधारित जानकारी दी जानी है। आपको बता दें राज्य संबंधवायक अधिकारी द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय स्तर पर एनसीईआरटी नई दिल्ली में साक्षरता से संबंधित राष्ट्रीय साक्षरता का गठन किया गया है।
अब राज्य स्तर पर एससीईआरटी उत्तराखंड में राज्य साक्षरता का एक कॉलम बनाया गया है। इसके लिए प्रवेशिका 4 खंडों में तैयार की गई है, जिसमें कार्यक्रम को जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के लिए मार्गदर्शिका भी तैयार की गई है।
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