World Chess Champion Gukesh: 18 साल की उम्र में गुकेश बने सबसे युवा विश्व शतरंज चैम्पियन। चीन को हरा देश में छाई गर्व की लहर।
Ding Liren को हराकर रचा इतिहास
भारतीय ग्रैंडमास्टर Gukesh D ने गुरुवार को सिंगापुर में खेले गए 14वें और अंतिम मुकाबले में चीन के विश्व चैम्पियन Ding Liren को हराकर विश्व शतरंज चैम्पियन का खिताब अपने नाम किया। 18 साल की उम्र में यह खिताब जीतने वाले गुकेश इतिहास के सबसे युवा चैम्पियन बन गए हैं।
शुरुआत में झटका, लेकिन दिखाया कमाल
गुकेश के इस टूर्नामेंट की शुरुआत अच्छी नहीं थी और पहले राउंड में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन तीसरे राउंड में स्कोर बराबर करते हुए उन्होंने शानदार वापसी की। इसके बाद सात राउंड ड्रॉ हुए, लेकिन 11वें राउंड में उन्होंने बढ़त बना ली। हालांकि, अगले ही राउंड में लिरेन ने स्कोर फिर से बराबर कर दिया।
अंतिम मुकाबले में हासिल की जीत
14वें और आखिरी गेम में जब ड्रॉ की संभावना लग रही थी, तब गुकेश ने 7.5 अंक हासिल कर लिरेन के 6.5 अंक को पछाड़ते हुए खिताब अपने नाम कर लिया। यह ऐतिहासिक जीत भारतीय शतरंज के लिए गौरवपूर्ण क्षण रही।
भावुक हुए गुकेश
जीत के बाद गुकेश अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाए और फूट-फूटकर रोने लगे। उन्होंने कहा,
“मैं पिछले 10 सालों से इस पल का सपना देख रहा था। मुझे खुशी है कि मैंने अपने इस सपने को हकीकत में बदला। मैं जीत की उम्मीद नहीं कर रहा था, लेकिन फिर मुझे मौका मिला और मैंने दबाव बनाया।”
लिरेन का निराशाजनक अंत
दूसरी ओर, Ding Liren हार के बाद काफी निराश दिखे। उन्होंने Gukesh से हाथ मिलाया और तुरंत ही सिर हिलाते हुए वहां से चले गए। यह जीत गुकेश और भारतीय शतरंज इतिहास दोनों के लिए बेहद खास है।