भारत सरकार (New Ram Setu Construction) देश में पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही भारत और श्रीलंका को जोड़ने वाले पुल के निर्माण के लिए काम शुरू करने जा रही है। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार समुद्र के पार 23 किलोमीटर लंबे पुल के निर्माण के लिए व्यवहार्यता अध्ययन करेगी, जो भारत के तमिलनाडु में धनुषकोडी और श्रीलंका के तलाई मन्नार को जोड़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जनवरी को तमिलनाडु में धनुषकोडी के पास अरिचल मुनि का दौरा किया था, जिसे राम सेतु का शुरुआती बिंदु भी माना जाता है। अधिकारियों के द्वारा दी गई। जानकारी के अनुसार 6 महीने पहले खत्म हुए आर्थिक और तकनीकी सहयोग समझौते ने 40000 करोड रुपए के विकास का मार्ग प्रशस्त किया है। New Ram Setu Construction जिसमें एडीबी द्वारा समर्थित रामसेतु के केंद्र में नए रेल लाइन और एक्सप्रेस वे शामिल है जिसकी व्यवहार्यता अध्ययन जल्दी शुरू किया जाएगा।
23 किलोमीटर एलबीए राम सेतु का होगा पुनः निर्माण | New Ram Setu Construction
केंद्र सरकार के द्वारा नया रामसेतु 23 किलोमीटर लंबी सड़क, रेल, समुद्री लिंक भारत को पाकिस्तान के जलडमरूमध्य, सेतुसमुद्रम परियोजना के पार, श्रीलंका के तलाई मन्नार से जोड़ेगा। जिसकी वजह से परिवहन लागत में 50 प्रतिशत की कमी आएगी और श्रीलंका के लिए एक मुख्य भूमि कनेक्शन भी प्रदान किया जाएगा।
राम सेतु का पौराणिक जुड़ाव | New Ram Setu Construction
पौराणिक कथाओं के अनुसार तमिलनाडु के रामेश्वर में धनुषकोडी वह स्थान माना जाता है, जहां पर भगवान श्री राम ने अपनी वानर को पुल बनाने के लिए कहा था जो कि उनकी सेना को श्रीलंका तक ले जा सके। New Ram Setu Construction नासा के द्वारा ली गई तस्वीर और क्षेत्र में तैरते पत्थरों की मौजूदगी रामसेतु पुल के ऐतिहासिक अस्तित्व की गवाही देती है।