उत्तराखंड (Teachers Retirement Update) के शिक्षा विभाग में शिक्षक 30 से 40 साल की सेवा देने के बाद बिना प्रमोशन के रिटायर हो रहे हैं शिक्षक संगठनों का मानना है कि विभाग के समय पर वरिष्ठता तय न कर पाने के कारण यह स्थिति बनी हुई है जबकि नियम पूरे सेवा काल में काम से कम तीन पद दोनों नीतियों का है इस साल 31 मार्च को सैकड़ो शिक्षक एक ही पद से रिटायर हो गए हैं।
शिक्षकों का कहना है कि ट्रिब्यूनल ने सरकार को शिक्षकों की वरिष्ठता विवाद के निपटारे के आदेश दिए थे लेकिन विभाग मामले को सुलझा नहीं पाया है कई शिक्षक बीते 30 से 40 साल से एक ही पद पर कार्यरत है। आपको बता दें कि पिछले 3 साल में 3000 से ज्यादा शिक्षक बिना प्रमोशन के रिटायर्ड हो चुके हैं। नियम के अनुसार शिक्षक और कर्मचारियों को पूरे सेवा काल में काम से कम तीन बार प्रमोशन मिलना चाहिए लेकिन शिक्षा विभाग में ऐसा नहीं हो पा रहा है। यह स्थिति विभाग की ओर से शिक्षकों की वरिष्ठता तय न किए जाने के कारण पैदा हो रही है। Teachers Retirement Update
वरिष्टता का मामला पहुंचा कोर्ट | Teachers Retirement Update
शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों को समय पर प्रमोशन ना मिलने के कारण उत्साह की कमी देखी जा रही है राज के शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री रमेश चंद्र वेनुली के मुताबिक शिक्षकों की समय पर वरिष्ठता (Teachers Retirement Update) तय नहीं की गई जिससे मजबूर होकर शिक्षकों को कानून का सहारा लेना पड़ा। संगठन की ओर से प्रयास किया जा रहे हैं कि शिक्षकों की वरिष्ठता के इस मामले का जल्द से जल्द निपटारा किया जा सके।
वरिष्टता का मामला कोर्ट में होने की जानकारी देते हुए माध्यमिक शिक्षा के निदेशक महावीर सिंह बेस्ट ने बताया कि शिक्षकों की वरिष्ठता का मामला अभी कोर्ट में है विभाग शिक्षकों की अंतिम और आनंदी दोनों वरिष्ठता कोर्ट में दाखिल की जा चुकी है अगले महीने 24 में तक मामले की कोर्ट में सुनवाई भी की जाएगी। Teachers Retirement Update