आज सुबह 8:00 बजे से पर्यटकों (Valley of Flowers) का पहला दल फूलों की घाटी भेजा गया। फूलों की घाटी हर साल 1 जून को पर्यटकों की सैर के लिए खोल दिया जाता है।
नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क की तरफ से है पूरी तैयारी (Valley of Flowers)
चार धाम यात्रा के साथ-साथ आज सुबह घांघरिया से पर्यटकों का पहला दल फूलों की घाटी के लिए निकल पड़ा है। फूलों की घाटी पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। घाटी में पर्यटकों को भेजने के लिए नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क की तरफ से पहले ही सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। आपको बता दें कि पिछले साल घाटी में आए पर्यटकों का आंकड़ा 13,161 पर पहुंच गया था। इस साल भी प्रशासन को पूरी उम्मीद है की बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचेंगे।
जानकारी के अनुसार नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के डीएफओ भी यात्रा के मुख्य पड़ाव घांघरिया पहुंचे। घांघरिया से फूलों की घाटी के लिए 3 किलोमीटर का ट्रैक है। इसी के साथ घाटी में पर्यटकों के जाने के लिए ट्रैक को भी सुधार दिया गया है।
विभिन्न प्रजाति के फूल भी देखने को मिलेंगे (Valley of Flowers)
फूलों की घाटी में कई अलग-अलग प्रजाति के फूल खिलने लग गए हैं। जिसे देखने के लिए प्रशासन को उम्मीद है कि इस बार बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे। चार धाम यात्रा में बड़ी भीड़ होने की वजह से फूलों की घाटी में भी कई पर्यटक आ सकते हैं। आपको बता दें कि फूलों की घाटी उच्च हिमालय क्षेत्र में स्थित है, जहां पर रात के समय यात्रियों के विश्राम की कोई व्यवस्था नहीं है। जिस वजह से पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे उसी दिन घांघरिया वापस लौट आए।
जानिए घाटी में जाने का समय और यहां का शुल्क (Valley of Flowers)
घांघरिया से पर्यटकों को घाटी में सुबह 7:00 से लेकर दोपहर 12:00 तक भेजा जाता है। शाम 5:00 बजे तक सभी पर्यटकों को वापस आना होता है। राज्य सरकार द्वारा भारत के निवासियों के लिए यहां ₹200 प्रति व्यक्ति और विदेशी पर्यटकों के लिए ₹800 प्रति व्यक्ति शुल्क निर्धारित किया गया है। Valley of Flowers
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