चार धाम यात्रा के दौरान उत्तरकाशी–टिहरी जनपद की सीमा (Tourists to be stop in Uttarkashi) पर तारीफ 14500 फीट की ऊंचाई पर स्थित सहस्र टल ट्रैक पर 22 सदस्य दल में से 9 ट्रैक्टर्स की मौत हो चुकी है आपको बता दें कि सहस्त्र ताल ट्रैक पर हुए हादसे के बाद हादसे पर कई से सवाल उठने लगे हैं।
सहस्त्र ताल ट्रैक पर हुए हादसे के बाद जिलाधिकारी डॉक्टर मेहरबान सिंह बिष्ट ने निर्देश देते हुए मौसम खराब होने पर सभी यात्रियों और ट्रैकरों को सुरक्षित स्थानों पर रोके जाने से निर्देश दिए हैं। आपको बता देंगे बुधवार को मौसम विभाग के द्वारा पूर्वानुमान जारी कर अगले 24 घंटे में उत्तराखंड के कई इलाकों में तेज़ हवा के साथ बारिश और कहीं–कहीं ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। Tourists to be stop in Uttarkashi
डीएम ने जारी किए दिशा निर्देश | Tourists to be stop in Uttarkashi
- तेज हवा, बारिश व ओलावृष्टि होने पर यात्रियों व ट्रैकरों को सुरक्षित स्थानों पर रुकवाया जाएगा।
- नोडल व सेक्टर स्तर के अधिकारी निगरानी करते हुए संबंधित से समन्वयक कर निरंतर कंट्रोल रूम में सूचना देना सुनिश्चित करेंगे।
- राष्ट्रीय राजमार्ग के संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त मशीनरी, ऑपरेटर की तैनाती करनी होगी, जिससे की मार्ग बाधित होने पर तत्काल सुचारु करवाया जा सके।
- एनएच, लोनिवि, पीएमजीएसवाई एडीबी, बीआरओ, डब्ल्यूबी, सीपीडब्ल्यूडी, आदि किसी भी मोटरमार्ग के बाधित होने की दशा में उसे तत्काल खोलना होगा।
- पुलिस तेज हवा, बारिश, ओलावृष्टि होने पर मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में यात्रियों व यातायात को सुरक्षित स्थानों पर रुकवाएगी।
- मौसम सामान्य होने पर ही वाहनों को रवाना किया जाएगा।
- सभी थाना, चौकी व एसडीआरएफ व क्यूआरटी टीम भी आपदा संबंधी उपकरणों एवं वायरलेस सहित अलर्ट रहेंगे। Tourists to be stop in Uttarkashi
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