प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जैसे बड़े नेताओं (CM Dhami Meets Power Minister) से मिलने के बाद अब कम धामी केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिले हैं। सीएम धामी ने केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल खट्टर को केंद्रीय मंत्री आवास एवं शहरी मामले और केंद्रीय मंत्री ऊर्जा के दायित्व का कार्यभार मिलने पर बधाई दी है। साथ ही उन्होंने उत्तराखंड के लिए केंद्रीय तापीय संघ यंत्रों से 500 मेगावाट ज्यादा विद्युत आपूर्ति उत्तराखंड राज्य को स्थाई रूप से दिए जाने का अनुरोध किया है।
केंद्रीय विद्युत मंत्री से मुलाकात के दौरान सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में विद्युत उत्पादन के लिए केवल जल विद्युत ऊर्जा उत्पादन केदो की उपलब्धता है, जिसके कारण राज्य के कुल एनर्जी मिक्स में 55% से ज्यादा ऊर्जा जल विद्युत ऊर्जा स्रोतों से मिलती है। कोयला आधारित संयंत्र से राज्य के एनर्जी मिक्स में केवल 15% ऊर्जा ही मिल पाती है, जिसके कारण राज्य में बसे लोड क्षमता का अभाव राज्य की ऊर्जा सुरक्षा के लिए कठिन चुनौती बनता जा रहा है। CM Dhami Meets Power Minister
राज्य में लगातार बढ़ रही विद्युत की मांग | CM Dhami Meets Power Minister
शीत ऋतु में राज्य के जल विद्युत ऊर्जा स्रोतों से औसतन 300-400 मेगावाट ऊर्जा ही प्राप्त हो पाती है। जो ऊर्जा सुरक्षा की स्थिति को और गम्भीर बनाती है। राज्य में लगभग 4800 मेगावाट क्षमता की जलविद्युत परियोजनाओं का निर्माण मुख्यतः पर्यावरणीय कारणों से विभिन्न मा० न्यायालयों अथवा अन्य स्तरों पर लम्बित है जिस कारण राज्य में उपलब्ध जल शक्ति का विकास न हो पाने के कारण राज्य में विद्युत की मांग एवं उपलब्धता का अन्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। CM Dhami Meets Power Minister
आगामी पांच सालों में राज्य की आर्थिकी को दोगुना करने का लक्ष्य | CM Dhami Meets Power Minister
सीएम धामी ने कहा कि केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा इस वर्ष सम्पादित की गई Resource Adequacy Studies में भी उत्तराखण्ड राज्य के Energy Mix में वर्ष 2027-28 तक 1200 मेगावाट अतिरिक्त विद्युत कोयला आधारित तापीय संयत्रों से प्राप्त किये जाने की संस्तुति की गई है।आगामी पांच सालों में राज्य की आर्थिकी को दोगुना करने का लक्ष्य है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए राज्य के आधारभूत ढांचे में व्यापक वृद्धि की जानी है।
ढांचे में व्यापक वृद्धि में राज्य में औद्योगिकीकरण, सेवा क्षेत्र जिसमें पर्यटन से जुड़ा आधारभूत ढांचा मुख्य है। कृषि औरवानिकी तथा शिक्षा आदि क्षेत्रों में मुख्य रूप से निवेश आकर्षित हो रहा है, जिसके फलस्वरूप निकट भविष्य में विद्युत की मांग में तेज वृद्धि अपेक्षित है। सीएम ने केंद्रीय मंत्री से राज्य की बेस लोड की आवश्यकताओं को पूर्ण किए जाने और विद्युत की मांग तथा उपलब्धता के अन्तर को कम किए जाने के लिए केन्द्रीय तापीय संयंत्रों से 500 मेगावाट अतिरिक्त विद्युत आपूर्ति उत्तराखण्ड राज्य को स्थायी रूप से आवंटित किए जाने का अनुमोदन प्रदान करने का अनुरोध किया। CM Dhami Meets Power Minister
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