All Eyes On Bangladesh: भारतीय सरकार ने बांग्लादेश की सियासी उठापटक और हिंसा को देखते हुए मंगलवार 6 अगस्त सुबह सभी दलों के साथ संसद में बैठक की। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दलों को बांग्लादेश के घटनाक्रम से रूबरू कराया। साथ ही जयशंकर ने कहा कि बांग्लादेश में करीब 13000 भारतीय हैं और हालात अभी इतनी खराब है कि उन्हें निकालने की जरूरत पड़ सकती है।
आपको बता दें कि मिली सूचना के अनुसार बांग्लादेश में चल रही हिंसा के बीच हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। स्थानीय हिंदुओं की दुकानों में लूटपाट की गई है और साथ ही कई लोगों के घर भी जला दिए गए हैं इतना ही नहीं बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ भी की गई है। कई लोगों ने हिंदुओं के घरों में घुसकर कई महिलाओं के साथ अत्याचार और दुष्कर्म भी किया।
भारत ने बांग्लादेश में एक विश्वसनीय साथी खो दिया है | All Eyes On Bangladesh
शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने के बाद भारत आने के कई मायने लगाए जा रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने का मतलब है भारत ने बांग्लादेश में एक विश्वसनीय साथी खो दिया है और भारत ने भी उनकी कई मौका पर मदद की है। अब भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि बांग्लादेश में सत्ता में कौन आएगा और सेवा प्रमुख की आगे क्या भूमिका रहेगी।
बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद से ही बांग्लादेशी राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना के इस्तीफे देने और उनके देश छोड़कर जाने को लेकर उनके बेटे संजीव वाजिद जॉय ने “इंडिया टुडे” से बात करते हुए कहा कि ‘मां का बांग्लादेश से रिश्ता खत्म हो गया है’। साथ ही उन्होंने कहा मां ने कुछ भी गलत नहीं किया है उन्होंने देश को एक बेहतरीन सरकार दी है।
पीएम आवास में लोगो ने को लूट | All Eyes On Bangladesh
शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़कर आने के बाद से ही बांग्लादेश के लोग पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के आवास से बकरी, बत्तख, मछली, सूटकेस के साथ टीवी उठाते दिखे। ऑनलाइन वायरल हो रही वीडियो में लोग साइकिल, रिक्शा और अपने कंधों पर पीएम आवास से चुराए गए सोफे और कुर्सियां भी ले जाते दिखे, तो कई लोगों ने पीएम आवास से गद्दे और पंखे तक चुरा लिए।
आपको बता दे कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता और तत्कालीन राष्ट्रपति रहे शेख मुजीबुर्रहमान, उनकी पत्नी तीन बेटों, बहू और निजी स्टाफ की 1975 में सैन्य तख्तापलट के चलते हत्या कर दी गई थी। तब जर्मनी में होने के कारण हसीना और उनकी बहन रहना बच गई थी। आपको बता दें कि भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री रही इंदिरा गांधी ने उसे समय शेख हसीना को शरण दी थी। All Eyes On Bangladesh
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