Hindu Muslim Unity Urs Mela in Lohaghat: उत्तराखंड के चंपावत जनपद स्थित लोहाघाट में हर साल आयोजित होने वाला कालू सैयद बाबा का उर्स मेला इस बार भी 13 जून से 15 जून तक आयोजित किया जाएगा। यह मेला हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करता है। मजार के मुतावल्ली बाबा हसमत और उर्स कमेटी अध्यक्ष जोली के नेतृत्व में उर्स की तैयारियां जोरों से चल रही हैं।
तीन दिवसीय उर्स
तीन दिवसीय उर्स की शुरुआत 13 जून को मिलाद शरीफ के आयोजन के साथ की जाएगी, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। जिसके बाद दूसरे दिन 14 जून को शाम 4 बजे चादरपोशी का जुलूस बाबा हसमत के दौलतखाने से निकलकर बाबा की मजार तक पहुंचेगा। इसी दिन रात 8 बजे पूरनपुर से आए मशहूर कव्वाल सूफियाना अंदाज़ में बाबा की शान में कलाम पेश करेंगे। इसके साथ ही 15 जून यानि तीसरे और आखिरी दिन उर्स के समापन को कुल शरीफ और देश-दुनिया में अमन-चैन की दुआ के साथ किया जाएगा।
हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल
आपको बता दें, हर साल आयोजित होने वाला कालू सैयद बाबा का उर्स मेला हिंदू-मुस्लिम एकता और सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश करता है।
मुस्लिम समुदाय के साथ-साथ हिंदू श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में मजार पर चादरपोशी, मिलाद शरीफ और कव्वाली कार्यक्रमों में भाग लेकर बाबा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। हर साल सैकड़ों श्रद्धालु इस मेले में भाग लेते हैं, जिनमें न सिर्फ मुस्लिम बल्कि हिंदू समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। यही कारण है कि यह उर्स मेला कौमी एकता और सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक बन गया है।

