उत्तराखंड (Geeta Uniyal) की मशहूर अभिनेत्री गीता उनियाल उनका निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि गीता उनियाल वर्ष 2020 से ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी से पीड़ित थी। बीमारी का पता चलने पर उनकी मदद को कोई आगे नहीं आया जिसकी वजह से उन्हें बीमारी का पूरा खर्च खुद ही उठाना पड़ा। इलाज के बाद जब उन्हें फिर से कैंसर हुआ तो वह आर्थिक रूप से टूट चुकी थी जिसके बाद उनकी मृत्यु की दुखद खबर सामने आ रही है।
बचपन से ही थी अभिनय का शौक | Geeta Uniyal
उत्तराखंड की अभिनेत्री गीता उनियाल को शायद ही कोई नहीं जानता होगा। अपनी अभिनय से वो दर्शकों का दिल जीत लेती था। प्रदेश में ही जन्मी सुपरस्टार गीता को अभिनय का शौक बचपन से ही था। साल 2004 से उन्होंने उत्तराखंड एल्बम में काम करने की शुरुआत की। जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
फिल्मों में अपने अभिनय से जीता लोगों का दिल | Geeta Uniyal
म्यूजिक एल्बम के अलावा उन्होंने कई फिल्मों में अभी अपने अभिनय से लोगों का दिल जीता। अभिनेत्री ने भगत और घंडियाल, फ्योंली जवान ह्वेगे, ब्यो, संजोग अभी जग्वाल कैरा, पीड़ा आदि फिल्मों में काम किया।
फिल्म ‘भुली-ए-भुली’ में अपने अभिनय से उन्होंने सुर्खियां बटोरी। इसके अलावा वो हिंदी फिल्म ‘द हैवोक’ में भी काम कर चुकी है। उन्होंने करीब 15 उत्तराखंडी फीचर फिल्मों में काम किया है। हाल ही में वो फिल्म जय मां धारी देवी में नज़र आई थी।
कलामंच में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए मिला सम्मान | Geeta Uniyal
गीता की हर एल्बम सुपरहिट साबित होती थी। जिसमें सकला, नोनी भावना, खुद, छकना बांद, स्याली रौशनी, शुभागा, सुनीता स्याली, बिजुमा प्यारी, बबिता, बिंदुली, त्यारा सों, जुन्याली रात, आंख्यों की तीस, आदि एल्बम शामिल हैं।
गीता को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए कई अवार्ड से नवाजा गया। साल 2009 में उन्हें बेस्ट एल्बम एक्ट्रेस के हिलीहुड सम्मान दिया गया। तो वहीं फिल्म पीड़ा के लिए साल 2010 में बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवार्ड मिला। इसके साथ ही उन्हें ‘युफा अवार्ड 2017’ बेस्ट एक्ट्रेस से भी नवाजा गया।
उत्तराखंड बोर्ड पेपर में कला विषय की भी देनी होगी लिखित परीक्षा, 27 फरवरी से शुरू होंगी परीक्षा |