मरीजों का (AIIMS Rishikesh) इलाज कर पाना होगा अब और भी आसान। ड्रोन द्वारा जल्द से जल्द खून पहुंचने की सेवा होगी मुमकिन। उपनिदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल अमित परासर (सेनी) ने AIIMS ऋषिकेष से ड्रोन को नई टिहरी जिला चिकित्सालय के लिए रवाना किया। शुक्रवार को यह ड्रोन 33 मिनट में 49 किलोमीटर की दूरी तय कर दोपहर 12: 25 बजे जिला चिकित्सालय नई टिहरी पहुंच गया था।
कोल्डचेन के साथ था कुल वजन 1.8 किलोग्राम । AIIMS Rishikesh
संस्थान के ड्रोन हेल्थ सेवा के नोडल अधिकारी डॉ. जितेंद्र गैरोला द्वारा बताया गया है कि ब्लड कंपोनेंट की सुरक्षा के तहत कोल्डचेन के साथ कुल वजन 1.8 किलोग्राम था। आगे भी ड्रोन सेवा मरीजों को काफी सुविधा उपलब्ध कराएगा। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश की लगातार ड्रोन सेवा से शुक्रवार को ब्लड कंपोनेंट जिसमें –1 यूनिट प्लेटलेट्स और दो यूनिट्स आरबीसी जिला अस्पताल नई टिहरी भेजा गया था। AIIMS Rishikesh
ड्रोन सेवा टीम के सदस्य ममता रतूड़ी, शिवानी भट्ट, ऋषभ कोटियाल आदि की मौजूदगी में डॉक्टर जितेंद्र गैरोला ने बताया कि एम्स ऋषिकेश राज्य, केंद्र सरकार व संस्थान की टेलीमेडिसिन सेवा की मदद से ड्रोन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को उत्तराखंड के दूरी ग्रामीण क्षेत्रों में एमरजैंसी मेडिसिन, रक्त संबंधी जरूरतो को पूरा करने, चारधाम यात्रा के समय आपात स्थितियों व हाई एल्टीट्यूड मेडिसिन पहुंचने के लिए सीएचसी सेंटर जिला अस्पतालों व अन्य दुर्गम इलाकों की मैपिंग योजना पर काम कर रहा है। AIIMS Rishikesh
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