उत्तराखंड (Cyber Crime Using AI ) में साइबर ठगो के लगातार नए-नए मामले सामने आ रहे हैं कोई नौकरी तो कोई ऑनलाइन सामान की खरीद फरोद के नाम पर देहरादून वासियों के खून पसीने की कमाई लूट रहे है। उत्तराखंड में लगातार बढ़ते साइबर ठाकुर के मामलों ने उत्तराखंड पुलिस के अंतर्गत गठित की गई एसटीएफ स्पेशल टास्क फोर्स की चुनौतियां बढ़ा दी है।
साइबर ठग लगातार लोगों को ठगने के नए-नए तरीके ढूंढते रहते हैं तो वहीं अब साइबर ठग ने एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लेकर लोगों को ठगने का काम शुरू कर दिया है। साइबर ठग अब आई का इस्तेमाल कर आवाज बदल कर लोगों को ठगने की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं जो पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। पिछले 6 महीना के आंकड़ों पर नजर डालें तो साइबर ठाकुर ने रोजाना 58 लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। Cyber Crime Using AI
पिछले छह माह में इस प्रकार हुई साइबर ठगी | Cyber Crime Using AI
- माह – शिकायतें – साइबर ठगी
- मार्च – 1748 -12 करोड़ रुपये
- फरवरी -1915- सात करोड़ रुपये
- जनवरी -1893 -आठ करोड़ रुपये
- दिसंबर -1727 -छह करोड़ रुपये
- नवंबर- 1638 – सात करोड़ रुपये
- अक्टूबर -1678 -छह करोड़ रुपये
पैसों से जुड़ी धोखाधड़ी के लिए पुलिस के द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर 1930 के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2023 से मार्च 2024 यानी 6 महीना में 10600 साइबर ठेके के नए मामले सामने आए हैं इस दौरान ठगों ने 46 करोड रुपए की ठगी की है जिसमें से साइबर थाना पुलिस ने 4:15 करोड रुपए की धनराशि खातों में होल्ड करवाइ है। Cyber Crime Using AI
बीते वर्ष के मुकाबले साल 2024 में साइबर्ट होगी घटनाओं ने रफ्तार पकड़ी है। अक्टूबर 2023 दिसंबर 2023 के बीच 3 महीना में साइबर ठाकुर की 544 घटनाएं सामने आई थी, जो कि साल 2024 की जनवरी से मार्च के बीच तीन महीना में यह मामले बढ़कर 5556 हो गए हैं। अकेले मार्च में ही 1748 लोगों के साथ 12 करोड रुपए की ठगी की गई है।
साइबर ठग इस प्रकार बना रहे लोगों को अपना शिकार | Cyber Crime Using AI
- एआई की मदद से आवाज बदल कर बुजुर्ग से 5 लाख रुपए की ठगी ।
- निवेश का झांसा देकर ठगे साढे चार लाख रुपए ठगे ।
- पार्ट टाइम जॉब दिलाने के नाम पर 2 लाख रुपए ठगे।
- रिवार्ड पॉइंट देने के झांसे में महिला से ठगे 5 लाख रुपए।
जनता को साइबर ठग से सतर्क रहने की अपील करते हुए एसटीएफ एसपी आयुष अग्रवाल ने कहा कि ऑनलाइन जॉब और ट्रेडिंग के लिए किसी भी फर्जी वेबसाइट, मोबाइल नंबर, लिंक का इस्तेमाल न करें। किसी भी प्रकार के ऑनलाइन जॉब के लिए आवेदन करने से पहले उसे वेबसाइट का पूर्ण सत्यापन स्थानीय बैंक संबंधित कंपनी से इसकी जांच अवश्य करें।
गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नंबर सर्च ना करें। यदि कोई व्यक्ति खुद को परिचित बढ़कर रुपए मांगता है तो जरूर इसकी जांच करें। संदेह होने पर तुरंत निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन से संपर्क करें। वित्तीय साइबर अपराध घटित होने पर तत्काल 19 दिसंबर पर कॉल करें। Cyber Crime Using AI