मध्य प्रदेश के Kuno National Park में चीता की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। साल 2023 में मध्य प्रदेश की सरकार ने नामीबिया से 10 चीते खरीदे थे। लेकिन जनवरी 2024 तक सारे चिता भारत आने के 1 साल के अंदर ही मर गए हैं।
नामीबिया से लाए गए चीता शौर्य का मंगलवार को कूनो नेशनल पार्क में मृत्यु हो गई जिसकी जानकारी एनआई एजेंसी ने दी। शौर्य की मौत के बाद अब चीता की मौत का आंकड़ा 10 तक पहुंच गया है। जिनमें सात जवान चीते और तीन बच्चे शामिल है।
चीतों की मौत के कारण का नही चल रहा पता | Kuno National Park
द एडीशनल प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ़ ए फॉरेस्ट और लायन प्रोजेक्ट के डायरेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार सुबह करीब 3 बजे टीम को शौर्य मूर्छित हालत में मिला। जिसे बाद में 3:17 मिनट पर मृत घोषित किया गया। शौर्य की मौत के कारण का पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल सकेगा।
1952 में भारत में चीतों को किया गया था विलुप्त घोषित | Kuno National Park
चीता दुनिया का सबसे तेज जानवर माना जाता है, जिसको 1952 में भारत में विलुप्त जानवर घोषित किया गया था। भारत सरकार के द्वारा अफ्रीका और नामीबिया से चीता लाकर भारत में चीता की पापुलेशन बढ़ाने की योजना है जिसको लेकर भारत ने साल 2022 में 8 चिता जिसमें 5 मादा और तीन नर चिता शामिल है, खरीदे थे। जिसके बाद फरवरी 2023 में भी भारत सरकार के द्वारा नामीबिया से 12 जीता मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में ले गए थे। मार्च 2023 से सात जवान चिता Kuno National Park में अज्ञात कारणों से मर चुके हैं, और तीन चिता के बच्चे को मिलाकर मृत्य चीतों की संख्या 10 हो चुकी है।
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