Fine For Late Ambulance Service: उत्तराखंड सरकार मरीजों के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था पर ध्यान दे रही है। आपको बता दें सरकार 108 आपातकालीन सेवा की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए एंबुलेंस की संख्या बढ़ाने जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक
बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने अपने आवास पर स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की और बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अधिकारियों ने हिस्सा लिया। जिसमें काफी अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। उन्हीं मुद्दों में से एक विषय 108 आपातकालीन सेवा की सुलभ बनाने का था। उत्तराखंड सरकार 108 आपातकालीन सेवा की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए एंबुलेंस की संख्या 272 से बढ़ाकर 334 करने जा रही है और जिला स्तर पर बैकअप व्यवस्था लागू करेगी।
जुर्माना और सख्त कार्रवाई
प्रदेश के पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में एंबुलेंस संचालन के लिए अलग-अलग रिस्पॉन्स टाइम तय किए गए हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में एंबुलेंस का रिस्पॉन्स टाइम 18-20 मिनट और मैदानी क्षेत्रों में 15 मिनट तय किया गया है। दुर्घटना के दौरान, जरूरतमंद व्यक्ति को एंबुलेंस की सटीक लोकेशन की जानकारी दी जाएगी, ताकि समय पर एंबुलेंस पहुंच सके और मदद मिल सके। यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर एंबुलेंस नहीं मिलती है, तो सेवा प्रदाता कंपनी पर तीन गुना जुर्माना लगाया जाएगा।
क्षेत्रों में नई व्यवस्था
इसके साथ ही, एंबुलेंस के ड्राइवर या मेडिकल स्टाफ द्वारा मरीजों से खराब व्यवहार किए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा मरीजों को एक ही एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया जाएगा, ताकि रास्ते में कोई परेशानी न हो। जिन क्षेत्रों में एंबुलेंस की कमी है, वहां नई एंबुलेंस भेजी जाएगी। इस प्रकार के प्रयासों से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और नागरिकों को जल्दी और प्रभावी चिकित्सा सहायता मिलेगी।