उत्तराखंड (Forest Fire Near Residential Areas) में जंगल में आग लगने की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है वहां से लेकर गढ़वाल मंडल तक जंगल ढूंढो कर जल रहे हैं जहां बीते दिनों कुमाऊं के जंगलों में ज्यादा आग लगने की घटनाएं सामने आ रही थी तो वहीं अब गढ़वाल मंडल में ज्यादा जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही है। आपको बता दें कि बीते 24 घंटे में उत्तराखंड में 40 आग लगने की नई घटनाएं सामने आई है।
बुधवार 1 अप्रैल को उत्तराखंड में जंगलों में आग लगने के 40 नई घटनाओं में सबसे ज्यादा 26 घटनाएं गढ़वाल मंडल की है तो वही कुमाऊं मंडल से 14 आग लगने की घटनाएं सामने आई है। आपको बता दें कि बीते दिन हुई आग की घटनाओं में 46 हेक्टेयर से ज्यादा वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है।
24 घंटे में सामने आई 40 नई घटनाएं | Forest Fire Near Residential Areas
उत्तराखंड में जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा है वैसे-वैसे आग लगने की घटनाएं भी बढ़ रही है कुमाऊं मंडल में बुधवार को भूमि संरक्षण बंद प्रभाव रानीखेत में 1, पिथौरागढ़ प्रभाव आरक्षित क्षेत्र में 2, सिविल वन क्षेत्र में 5, तराई पूर्वी वन प्रभाग आरक्षित वन में 2, रामनगर वन प्रभाग में 1, नरेंद्र नगर वन प्रभाग में 5, सिविल वन पंचायत क्षेत्र में 2, अल्मोड़ा वन प्रभाग में 1 और बागेश्वर वन प्रभाग में 2 वनाग्नि की नई घटनाएं सामने आई है।
उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में टिहरी बांध वन प्रभाग में 3 और सिविल सोयम पौड़ी वन प्रभाग में सबसे ज्यादा 14 स्थान पर जंगलों में आग लगी। इसके साथ ही नरेंद्र नगर वन प्रभाग में 5, सिविल वन पंचायत क्षेत्र में दो, मसूरी वन प्रभाग में 1 और सिविल वन क्षेत्र में 1 जगह आग लगने की घटना सामने आई। Forest Fire Near Residential Areas
उत्तराखंड में वनाग्नि की हो रही घटनाओं की जानकारी देते हुए वन संरक्षक अपर प्रमुख निशांत वर्मा ने बताया कि राज्य में साल फायर सीजन में अब तक जंगलों में आग लगने की 761 घटनाएं सामने आ चुकी है। Forest Fire Near Residential Areas वनाग्नि हर ओर देखने को मिल रही है। बुधवार को जंगल की आग केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर तक पहुंच गई थी, जिसको कड़ी मशक्कत के बाद बुझाया गया। परिसर निदेशक सहित शिक्षकों छात्र और कर्मचारियों ने आज को परिसर तक पहुंचने से रोका।
चमोली के साथ श्रीनगर के रिहायशी इलाकों में पहुंची आग | Forest Fire Near Residential Areas
द्वारीखाल ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत दिउसा के नापखेत में असामाजिक तत्वों ने आग लगा दी। आग सड़क तक पहुंच गई और इस दौरान सड़क किनारे खड़ा पिकअप वाहन और एक बाइक भी जल गई। इसके बाद आग का रुख आबादी की ओर हो गया। सूचना पर पहुंचे भूमि संरक्षण वन प्रभाग लैंसडौन के मटियाली रेंज के वनकर्मियों ने चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह आग बुझाई। मामले में वन सरपंच ममता देवी ने असामाजिक तत्वों के खिलाफ राजस्व पुलिस को तहरीर दी है। Forest Fire Near Residential Areas
जंगल की आग चमोली बाजार में टैक्सी स्टैंड के समीप तक पहुंच गई जिससे पहाड़ी से पत्थर गिरने लगे। इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से यहां टैक्सी स्टैंड पर खड़े वाहनों को हटाया गया। टैक्सी स्टैंड के ऊपरी हिस्से में गत वर्ष भी आग लगने से बोल्डर नीचे आ गए थे।
इधर, गोपेश्वर-नेल-कुड़ाव सड़क पर आग को वन कर्मियों ने बुझा लिया जिससे यहां वाहनों की आवाजाही सुचारु हो गई है। केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के एसडीओ जुगल किशोर चौहान ने बताया कि जंगलों में लगी आग को बुझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं कर्णप्रयाग के आटागाड़ रेंज के राड़खी मज्याड़ी, सिमली, कोलीपानी के जंगल भी आग में जले। ग्राम प्रधान सिमली पीताम्बरी देवी ने कहा कि जंगलों में आग लगने की सूचना वन विभाग को भी दी गई है। वहीं आटागाड़ रेंज के अधिकारी आरके निराला ने बताया कि सूचना पर वन कर्मियों की टीम मौके पर गई है। Forest Fire Near Residential Areas