बीते कुछ दिनों से लगातार सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी (Increasing Tomato Prices) देखने को मिल रही है, जिसकी वजह से खुदरा महंगाई दरों पर भी प्रभाव पड़ रहा है। इसका नतीजा यह है हो सकता है कि अगले महीने मौद्रिक नीति समिति की बैठक में आरबीआई के लिए ब्याज दरों में कटौती करना मुश्किल हो सकता है। क्योंकि पिछले एक महीने में आलू, प्याज और टमाटर की खुदरा कीमतों में 25%, 53% और 70% की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
आलू,प्याज और टमाटरों की कीमतों में 70 % हुई बढ़ोतरी | Increasing Tomato Prices
बढ़ती सब्जियों के दामों पर सरकार का दावा है कि घरेलू जरूरत पूर्ति के लिए प्याज और आलू सरकार के पास पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और कुछ दिनों में कर्नाटक के टमाटर की सप्लाई बाजार से होने लगेगी, जिससे टमाटर की कीमतों में गिरावट देखी जाएगी। मंत्रालय की कीमत नियंत्रण डिवीजन के अनुसार इस महीने 4 तारीख को दिल्ली में आलू की मुद्रा कीमत आलू ₹37, प्याज, ₹50 और टमाटर की कीमत ₹50 किलो देखी गई।
आपको बता दें कि इस साल 4 जून को आलू ₹28 प्याज ₹32 और टमाटर ₹28 प्रति किलो के हिसाब से बिक रहे थे लेकिन कई कुदरा बाजार में आलू के भाव ₹50 टमाटर के भाव ₹60 प्रति किलोग्राम के स्तर पर 6 जुलाई तक पहुंच चुके हैं।
सरकार ने जारी किया बयान | Increasing Tomato Prices
आलू, प्याज और टमाटर की बढ़ती कीमतों को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक बयान जारी कर कहा है कि इस साल अच्छी मानसून बारिश ने खरीफ फसलों यानी प्याज, टमाटर और आलू जैसी अन्य बागवानी फसलों को लेकर उम्मीद बढ़ा दी है । सरकार के अनुसार अलग-अलग राज्य में इनके सब्जियों की बुवाई के रकबे में पिछले साल के मुकाबले अच्छी वृद्धि देखी गई है। जिसको देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि कुछ समय बाद आलू प्याज और टमाटर की कीमतों में गिरावट देखी जाएगी। Increasing Tomato Prices
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