Money Related Fraud In Bageshwar: उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में सिमगढ़ी उप-डाकघर से जुड़े एक गंभीर ठगी के मामले का खुलासा हुआ है, जिसमें 1500 से अधिक लोगों के खातों से पैसे गायब हो गए हैं। यह घटना तब सामने आई जब खाताधारकों ने अपनी पासबुक ऑनलाइन चेक की और पाया कि उनके खातों में जमा लाखों रुपये अचानक गायब हो गए हैं। इस घोटाले ने ग्रामीणों के बीच हड़कंप मचा दिया है, और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि इस ठगी में लगभग दो करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई है। मामला तब और गंभीर हो गया जब सिमगढ़ी उप-डाकघर का पोस्टमास्टर भी फरार हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि उनके खातों में पहले से जमा लाखों रुपये अब शून्य बैलेंस दर्शा रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर गंभीर प्रभाव पड़ा है।
विरोध और पुलिस की कार्रवाई
जब पुलिस ने ग्रामीणों से पासबुक जमा कराने के लिए कहा, तो उन्होंने इसका विरोध किया। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी पासबुक ही एकमात्र सबूत है, और अगर वे उसे भी पुलिस को सौंप देंगे, तो वे पूरी तरह से ठगे हुए महसूस करेंगे। इस स्थिति ने स्थिति को और तनावपूर्ण बना दिया है।
मुख्य डाक अधीक्षक, राजेश बिनवाल ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए कहा है कि इसकी जांच चल रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, ग्रामीण अब सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं, क्योंकि उनका विश्वास डाकघर की व्यवस्था से टूट गया है।
इस घोटाले ने न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाया है, बल्कि ग्रामीणों के बीच असुरक्षा की भावना भी बढ़ा दी है। कई ग्रामीणों ने बताया कि वे अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित समझते थे, लेकिन अब उन्हें अपने भविष्य के लिए चिंता हो रही है।
बागेश्वर में सिमगढ़ी उप-डाकघर से जुड़े इस ठगी के मामले ने न केवल लोगों के आर्थिक हितों को प्रभावित किया है, बल्कि डाकघर प्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। इस घटना की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न केवल प्रभावित लोगों के लिए न्याय दिलाने के लिए आवश्यक है, बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए भी है कि ऐसी घटनाएँ भविष्य में न हों। ग्रामीणों का आक्रोश और उनकी सीबीआई जांच की मांग इस बात को दर्शाती है कि वे अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखना चाहते हैं।
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