National Games Ending Ceremony Preparations: 38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह के आयोजन के मद्देनज़र पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। विशेष रूप से वीआईपी और वीवीआईपी की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है। इस संबंध में आईजी कुमाऊं, डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने सुरक्षा व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी ली है और इस आयोजन को शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित बनाने के लिए अधिकारियों की एक बड़ी टीम को तैनात किया है।
गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा: गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा के लिए पैरामिलिट्री फोर्स की पांच कंपनियों के साथ 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उनका दौरा सुरक्षित और व्यवस्थित हो, पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर चेकिंग अभियान चलाए हैं।
रूट डायवर्जन: वीवीआईपी कार्यक्रमों के दौरान मार्ग परिवर्तन (रूट डायवर्जन) भी किए गए हैं ताकि वीवीआईपी गेस्ट के रास्ते में कोई व्यवधान न आए। इसके लिए पुलिस ने चप्पे-चप्पे पर अपनी टीमों को तैनात किया है।
हेलीपैड और स्टेडियम तक सुरक्षा: अमित शाह का हेलीकॉप्टर आर्मी हेलीपैड पर उतरेगा, और इसके बाद वह सड़क मार्ग से गौलापार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम तक पहुंचेंगे। इस मार्ग पर हर पहलू की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है, और पार्किंग सहित सभी व्यवस्थाएं चिन्हित कर ली गई हैं।
आंतरिक व्यवस्थाएं: 15000 दर्शकों के कार्यक्रम में भाग लेने की उम्मीद है, और इसको देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने दर्शकों की संख्या के अनुसार सुरक्षा और व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं। पार्किंग की व्यवस्था, चेकिंग, और प्रवेश नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
VIP गेस्ट की संख्या: समापन समारोह में राज्यभर से 2000 VIP गेस्ट भाग लेंगे, जिनमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हैं। इन सभी गेस्ट की सुरक्षा के लिए पुलिस ने अतिरिक्त इंतजाम किए हैं।
समापन समारोह को सुव्यवस्थित और ऐतिहासिक बनाने के लिए पुलिस और प्रशासन ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। वीवीआईपी की सुरक्षा और क्राउड कंट्रोल को लेकर जो कड़ी व्यवस्थाएं की गई हैं, वे आयोजन को शांति और व्यवस्था के साथ सम्पन्न कराने में सहायक साबित होंगी।
38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में व्यवस्थाओं का जायजा लेने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हल्द्वानी पहुंचे। जहां उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया साथ ही उन्होंने कार्यक्रम के संबंध में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

