Power Shortage in Uttarakhand: उत्तराखंड में बढ़ती बिजली की मांग से निपटने के लिए उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) ने कदम तेज कर दिए हैं। हल्की ठंडक के बीच राज्य में बिजली की मांग 4 करोड़ यूनिट से भी अधिक हो गई है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 6.5 करोड़ यूनिट तक पहुंच गया था।
कटौती की समस्या होगी कम
अप्रैल, मई और जून के महीने में कुल 1270 मेगावाट बिजली खरीदने का यह टेंडर यूपीसीएल ने जारी किया है, जिसमें अप्रैल के लिए 420 मेगावाट, मई के लिए 500 मेगावाट और जून के लिए 350 मेगावाट बिजली की खरीद की जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे राज्य में बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी और कटौती की समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सकेगा।
हालांकि, राज्य में लंबे समय से चल रही बिजली की किल्लत को दूर करने के लिए यूपीसीएल ने दीर्घकालिक और मध्यमकालिक टेंडरों की भी कोशिश की थी, लेकिन इन टेंडरों में कोई कंपनी राज्य को बिजली देने के लिए तैयार नहीं हो पाई। इसके बाद यूपीसीएल को कम समय के टेंडरों की तरफ रुख करना पड़ा।
केंद्र से अतिरिक्त बिजली की मांग
आपको बतादें, राज्य सरकार ने केंद्र से भी अतिरिक्त बिजली की मांग की है, ताकि आने वाले महीनों में बिजली की कोई बड़ी कमी न हो। बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य में सभी स्तरों पर तैयारी की जा रही है, ताकि गर्मियों में होने वाली बिजली संकट की स्थिति से निपटा जा सके।
राज्य सरकार और यूपीसीएल की यह पहल बिजली संकट को कम करने और जनता को बिना किसी परेशानी के बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

