BKTC New CEO : बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के विवादों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, और अब यह समिति नये सीईओ विजय थपलियाल की नियुक्ति को लेकर सुर्खियों में है। समिति में सीईओ पद पर राजपत्रित अधिकारी की तैनाती की आवश्यकता है, जिसे कैबिनेट ने भी मंजूरी दी थी। इसके तहत सीईओ पद पर राजपत्रित अधिकारी और एसीईओ पद पर पीसीएस अधिकारी की नियुक्ति का प्रावधान है। लेकिन विजय थपलियाल के चयन ने सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि वह प्रथम श्रेणी के राजपत्रित अधिकारी नहीं हैं।
क्या सेवा नियमावली की हुई अनदेखी | BKTC New CEO
थपलियाल, जिनका ग्रेड पे 6600 है, मंडी परिषद के सचिव के रूप में कार्य कर चुके हैं, लेकिन उनका चयन समूह ‘ग’ से हुआ था। इस स्थिति ने समिति में विवाद उत्पन्न कर दिया है, जहां अतिरिक्त मुख्य कार्याधिकारी के पद पर कोई भी पीसीएस अधिकारी थपलियाल के अधीन काम करने को तैयार नहीं है। समिति के मुख्य वित्त अधिकारी और विशेष कार्याधिकारी, जो प्रदेश वित्त सेवा और सचिवालय में अनु सचिव स्तर के अधिकारी हैं, थपलियाल से वरिष्ठ हैं, जिससे अंतर्विरोध और भी बढ़ गया है।
बीती 29 जुलाई को हुई थी नियुक्ति | BKTC New CEO
धर्मस्व और संस्कृति विभाग के सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल ने 29 जुलाई को थपलियाल को 3 वर्ष के लिए सीईओ नियुक्त करने के आदेश जारी किए थे, और इसके लिए मंडी परिषद से दो बार एनओसी भी ली गई थी। मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने इस मामले में कहा है कि सेवा नियमावली का पालन करना और इसे देखना धर्मस्व और संस्कृति विभाग की जिम्मेदारी है।
विभागीय सचिव एससी सेमवाल ने इन आदेशों को जारी किया था, और उन्होंने यह भी कहा कि वह बीमार थे, लेकिन आज फाइल देखने के बाद ही स्थिति स्पष्ट करेंगे। इस विवाद ने मंदिर समिति (BKTC) की कार्यप्रणाली और नियुक्तियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनका समाधान निकट भविष्य में स्पष्ट हो सकता है। BKTC New CEO
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