Yellow Alert in Uttarakhand: भारी बारिश के चलते मौसम विभाग द्वारा 4 जिलों में येलो अलर्ट जारी, नदी नाले उफान पर……..

Yellow Alert in Uttarakhand

उत्तराखंड में मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश के चलते येलो अलर्ट (Yellow Alert in Uttarakhand) जारी किया गया है। नदियों के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी। मौसम विभाग द्वारा येलो अलर्ट जारी (Yellow Alert in Uttarakhand) उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्र की सड़क क्षतिग्रस्त हो गई हैं साथ ही भारी भूस्खलन भी देखा जा रहा है। आपको बता दें मौसम विज्ञान केंद्र की तरफ से देहरादून के साथ चमोली, नैनीताल और पिथौरागढ़ जिले के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही अन्य जिलों में भी तेज बारिश होने के आसार जताए गए हैं। राज्य की नदियां उफान पर (Yellow Alert in Uttarakhand) वहीं दूसरी ओर भारी बारिश के चलते राज्य की सभी नदियां भी बारिश से प्रभावित हुई है। आज अलकनंदा नदी के जलस्तर में 5 मीटर की बढ़ोतरी देखी गई। साथ ही देवप्रयाग में भी गंगा खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही है। राज्य के सभी नदी- नाले उफान पर हैं। आपको बता दें श्रीनगर में भी अलकनंदा नदी का जलस्तर चेतावनी से ऊपर पहुंच गया है जिसमें घाट डूब चुके हैं।जानकारी के अनुसार मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश वाले क्षेत्रों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। बागेश्वर जिले में भी भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। तीर्थयात्रियों को भी सावधानी बरतने की हिदायत (Yellow Alert in Uttarakhand) उत्तराखंड में मानसून अब लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में रह रहे लोगों के लिए बहुत सी दिक्कतें आ रही हैं, जिसमें कई क्षेत्र क्षतिग्रस्त हो गए हैं तो कहीं भूस्खलन की चिंता लोगों को सता रही है, साथ ही जगह-जगह मलबा आने से लोगों की दिक्कतें बढ़ रही हैं। आजकल पर्वतीय क्षेत्र के लोग भारी बारिश के कारण डर के माहौल में जीने को मजबूर हो रहे हैं। मौसम विभाग द्वारा लगातार अलर्ट जारी किए जा रहे हैं और लोगों को भारी बारिश के दौरान दिन के साथ रात में भी सतर्कता बरतने की हिदायत दी जा रही है। चारधाम यात्रा वाले क्षेत्रों में भी भू– धसाव देखा जा रहा है, जिसके लिए तीर्थयात्रियों को सावधानी से चलने की सलाह दी गई है। यह भी पढ़ें विपक्ष द्वारा अदानी ग्रुप पर कसा जा रहा शिकंजा, सीबीआई और ईडी जांच की हो रही मांग…….

CM Dhami Meet PM Modi : दिल्ली में पीएम मोदी से मिले सीएम धामी, कई परियोजनाओं पर की चर्चा

CM Dhami Meet PM Modi

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज दिल्ली (CM Dhami Meet PM Modi) में प्रधानमंत्री कम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी साथी उन्होंने पीएम मोदी को महासू देवता मंदिर की प्रतिकृति और बद्रीनाथ धाम की प्रसाद सामग्री के साथ शाल भी भेंट किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान कम धामी ने जो अनुसार बाबर क्षेत्र में स्थित महासू देवता मंदिर क्षेत्र को मास्टर प्लान के तहत विकसित करने के लिए चर्चा की इसके साथ ही राज्य की विशेष भौगोलिक परिस्थितियों और सामरिक दृष्टिकोण को देखते हुए अधिसूचित नियम 2017 की व्यवस्था को यथावत रखने का अनुरोध किया। कई परियोजनाओं पर की चर्चा | CM Dhami Meet PM Modi सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अलकनंदा, भागीरथी और सहायक नदियों में प्रस्तावित 24 जल विद्युत परियोजनाओं से जुड़ी सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों पर गठित विशेषज्ञ समिति 2 की अंतिम रिपोर्ट पर जल शक्ति मंत्रालय और विद्युत मंत्रालय के साथ पुनर्समीक्षा करने के लिए भी अनुरोध किया। CM Dhami Meet PM Modi टनल परियोजनाओं के लिए किया प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति का अनुरोध | CM Dhami Meet PM Modi सीएम धामी ने Integrated Manufacturing Cluster खुरपिया के अनुमोदन, देहरादून-मसूरी रेल लाइन परियोजना की स्वीकृति, प्रस्तावित ज्योलिकांग -वेदांग पांच किमी, सीपू-तोला 22 किमी और मिलम-लैपथल 30 किमी टनल परियोजनाओं की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति का अनुरोध भी किया। इसके साथ ही मानसखण्ड मन्दिर माला मिशन के प्रथम चरण में 16 मंदिरों के समग्र विकास एवं मंदिर मार्गों को दो लेन करने के लिए एक हजार करोड़ रूपए की सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया गया। CM Dhami Meet PM Modi यह भी पढ़े | अल्मोड़ा वानग्निकांड में सीएम धामी ने उठाया सख्त कदम, 2 अधिकारी किए सस्पेंड

Iceberg In Alaknanda River : 2 हिमखंडों से बहती नदी बनी आकर्षण का केंद्र, जल्द हो जाएंगे गायब

Iceberg In Alaknanda River

इस वर्ष (Iceberg In Alaknanda River) चार धाम यात्रा के दौरान अलकनंदा नदी में दो हिमखंडों के अंदर से नदी बह रही है जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है हालांकि जिस प्रकार से गर्मी बढ़ रही है उसे लग रहा है कि यह भी कुछ दिनों बाद गायब हो जाएगी। हर साल पांडुकेश्वर से बद्रीनाथ के बीच 12 किलोमीटर क्षेत्र में चट्टी, पागल नाला, रंडागबैंड, कंचनजंगा, हनुमान चट्टी सहित सात जगहों पर हिमखंड रहते थे इस बार सिर्फ रंडागाबैंड, पागल नाला, कंचनजंगा आदि दो स्थानों पर ही इंसान नजर आ रहे हैं जो तेजी से पिघल रहे हैं आपको बता दें कि यात्री बद्रीनाथ धाम की चोटियों में को देखकर खासी उत्साहित हो रहे हैं बद्रीनाथ धाम खुलते ही बद्रीनाथ में बर्फबारी शुरू हो गई है। Iceberg In Alaknanda River शीतकाल में इस बार देर से हुई थी बर्फबारी | Iceberg In Alaknanda River अलकनंदा नदी में रंडागबैंड के नीचे, देवदर्शनी के नीचे लगभग 200 मीटर हिमखंड के नीचे से बह रही है जिसे देखकर यात्री रोमांचित हो रहे हैं। शीतकाल में इस बार देर से बर्फबारी हुई थी। फरवरी में भारी बर्फबारी तो हुई लेकिन देर से पड़ी बर्फ में पानी की मात्रा ज्यादा होने के चलते वह बड़े हिमखंडों का रूप नहीं लेती है। यही कारण है कि इस बार पांडुकेश्वर से बदरीनाथ के बीच हिमखंडों का दीदार सिर्फ दो ही जगह में हो रहा है। पांडुकेश्वर गांव के 90 वर्षीय राम सिंह भंडारी का कहना है कि कई वर्षों बाद हिमखंड गायब हैं। कहा कि दिसंबर जनवरी में अगर भारी बर्फबारी होती तो हिमखंड का रूप लेती। Iceberg In Alaknanda River यह भी पढ़े | औपचारिक रूप से शुरू हुई चार धाम यात्रा, वित्त मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर 135 वाहनों को किया रवाना