Sawan 2024 4th Monday: सीएम धामी ने की राज्यवासियों के लिए पूजा, सावन के चौथे सोमवार को शिवलिंग पर जलाभिषेक की होड़

Sawan 2024 4th Monday

Sawan 2024 4th Monday: 22 जुलाई से इस वर्ष सावन महीने की शुरुआत हुई। इस वर्ष सावन महीने की शुरुआत ही सोमवार से हुई है, 12 अगस्त सावन के चौथे सोमवार को शिव भक्तों में मंदिर में जल चढ़ाने की होड़ दिखी। सोमवार तड़के से ही मंदिरों में भक्तों की लंबी–लंबी कतारें देखने को मिली। केदारनाथ में यात्रियों के दर्शन पर प्रतिवबंद | Sawan 2024 4th Monday सावन की शुरुआत होते ही कांवड़ यात्रा का भी आगाज़ हो गया था। इस वर्ष कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हुई, 2 अगस्त को सावन शिवरात्रि के साथ कांवड़ यात्रा संपन्न हुई। आपको बता दें की उत्तराखंड में भगवान शिव के 11 ज्योतिर्लिंग विराजमान हैं, केदारनाथ में बीते दिनों बदल फटने के कारण करीब 10 हजार से ज्यादा शिव भक्त केदारनाथ में फंसे हुए है, जिनका रेस्क्यू बीते कई दिनों से चल रहा हैं। जिसके कारण यात्रियों के मंदिर में दर्शन पर रोक लगा दी गई थी केवल मंदिर के पुजारी ही शिवलिंग पर जल चढ़ा रहे हैं। केदारनाथ में आपदा के कई दिन भी जाने के बाद भी मंदिर भक्तों के लिए नहीं खोला गया है। सीएम धामी ने किया जलाभिषेक | Sawan 2024 4th Monday सावन के चौथे सोमवार के उपलक्ष पर सीएम धामी ने मंदिर में जाकर भगवान शिव की पूजा अर्चना की साथ ही एक्स पर पोस्ट कर सभी प्रदेशवासियों को सावन के चतुर्थ सोमवार की शुभकामनाएं दी। उन्होंने पोस्ट में लिखा “हर हर महादेव आप सभी प्रदेशवासियों को पवित्र श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान भोलेनाथ आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करें।” सावन के चौथे सोमवार को शिवलिंग पर जलाभिषेक की होड़ | Sawan 2024 4th Monday सावन के चौथे सोमवार को शिव भक्तों ने भगवान शिव का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक किया। टपकेश्वर और नीलकंठ शिव मंदिर के अलावा राज्य के स्थानीय मंदिरों में सुबह से ही भक्त भगवान शिव को जल चढ़ाते दिखे। केदारनाथ धाम में बचाव अभियान के चलते केदारनाथ मंदिर में केवल मंदिर के पंडितों ने ही जलाभिषेक किया। Sawan 2024 4th Monday यह भी पढ़े | सावन के पहले सोमवार पर हो रही भगवान शिव की उपासना, सीएम धामी ने किया रुद्राभिषेक, राज्यवासियों के सुख……. देवभूमि में शिव भक्तों की भारी भीड़, झमाझम बारिश में भी भक्तों ने लगाए बम– बम भोले के जयकारे, पहला सोमवार……… उत्तराखंड में गूंज रहे बम–बम भोले के जयकारे, सीएम धामी ने राज्यवासियों को दी सावन शिवरात्रि 2024 की शुभकामनाएं

Sawan Shivratri : उत्तराखंड में गूंज रहे बम–बम भोले के जयकारे, सीएम धामी ने राज्यवासियों को दी सावन शिवरात्रि 2024 की शुभकामनाएं

Happy Sawan Shivratri

Sawan Shivratri: 2 अगस्त यानी शुक्रवार को इस साल पंचांग के अनुसार सावन शिवरात्रि मनाई जा रही है। ऐसे में सभी शिव भक्त शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए मंदिरों में पहुंचे, सभी मंदिरों में लंबी-लंबी कतारे देखने को मिली। आपको बता दें कि कुछ लोग महादेव का जलाभिषेक घर पर भी करते हैं। उत्तराखंड में गूंज रहे बम–बम भोले के जयकारे | Sawan Shivratri इस साल सावन महीने की शुरुआत 22 जुलाई से हुई थी और 19 अगस्त रक्षाबंधन के दिन सावन समाप्त होगा। इस वर्ष सावन महीने के पहले दिन ही सोमवार होने के चलते सावन का पहला व्रत रखा गया था। साथ ही इसी दिन से कावड़ यात्रा भी शुरू हो गई थी जो की 19 अगस्त को समाप्त होगी कावड़ यात्रा महादेव को समर्पित होती है इस यात्रा के दौरान सभी शिव भक्ति गंगा तट पर गंगा में स्नान करने के बाद कलश में गंगाजल भरते हैं और अपने गंतव्य को प्रस्थान करते हैं। फिर सावन शिवरात्रि की शुभ दिन पर शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करते हैं। सीएम धामी ने राज्यवासियों को दी सावन शिवरात्रि की शुभकामनाएं | Sawan Shivratri सावन शिवरात्रि के पर्व पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी क्षेत्र प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं देते हुए एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा “हर–हर महादेव! समस्त प्रदेशवासियों को पवित्र श्रावण मास की शिवरात्रि की शुभकामनाएं। श्रावण शिवरात्रि का यह पावन पर्व आप सभी शिव भक्तों के जीवन में सुख समृद्धि और खुशहाली लेकर आए, ऐसी मेरी भगवान शिव से प्रार्थना है।” Sawan Shivratri यह भी पढ़े | Date and Shubh Muhurat, Masik Shivratri Puja Rituals,Puja Samagri list, and Sawan Shivratri remedies  हरिद्वार पुलिस द्वारा कावड़ मार्ग पर नए निर्देश, सभी व्यापारियों को बतानी होगी अपनी पहचान कावड़ की ऊंचाई तय की गई 7 फीट, डीजे पर रखा जाएगा नियंत्रण, पुलिस द्वारा दिशा निर्देश जारी

Amazing Facts About Kedarnath : क्या हैं केदारनाथ से जुड़े 8 तथ्य, पाण्डवों से जुड़ा है केदारनाथ का पुराना संबंध

Amazing Facts About Kedarnath

केदारनाथ धाम, उत्तराखंड के उच्च हिमालयी (Amazing Facts About Kedarnath) क्षेत्र में स्थित, हिंदू धर्म के चार धामों में एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह पवित्र स्थल भगवान शिव की आराधना के लिए प्रसिद्ध है और हर साल लाखों भक्त यहाँ दर्शन के लिए आते हैं। हालांकि, केदारनाथ धाम के बारे में कई लोग सामान्य जानकारी रखते हैं, लेकिन इसके बारे में कुछ अद्भुत और अनजाने तथ्य भी हैं जिन्हें जानना आपके धार्मिक अनुभव को और भी गहन बना सकता है। 1. पुराने काल का सबसे पुराना शिवलिंग Amazing Facts About Kedarnath केदारनाथ धाम का शिवलिंग हिंदू धर्म के प्राचीनतम शिवलिंगों में से एक माना जाता है। यह शिवलिंग प्राकृतिक रूप से विकसित हुआ था और इसे विश्व का सबसे पुराना शिवलिंग माना जाता है। कई मान्यताओं के अनुसार, इस शिवलिंग की पूजा त्रेतायुग से ही की जा रही है। 2. पांडवों का संबंध Amazing Facts About Kedarnath पौराणिक कथाओं के अनुसार, महाभारत के पांडवों ने केदारनाथ की यात्रा की थी। वे यहाँ भगवान शिव की आराधना करने आए थे, ताकि उनकी पापों की क्षति हो सके। किंवदंतियों के अनुसार, भगवान शिव ने पांडवों को यहाँ दर्शन देने से मना कर दिया था और उन्होंने भैंस के रूप में दर्शन दिए। 3. भयंकर आपदा का सामना Amazing Facts About Kedarnath 2013 में केदारनाथhttp://uttarakhandtourism.gov.in/destination/kedarnath में आई प्रलयंकारी बाढ़ और भूस्खलन ने क्षेत्र को भारी नुकसान पहुँचाया। इस आपदा के दौरान, मंदिर का ढांचा सुरक्षित रहा, और यह चमत्कारिक रूप से बच गया। इस घटना के बाद, केदारनाथ के पुनर्निर्माण और सुरक्षा के लिए कई उपाय किए गए हैं। 4. केदारनाथ का पुनर्निर्माण केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण बहुत ही कठिन कार्य था, क्योंकि आपदा के बाद पूरे क्षेत्र को फिर से बसाना था। सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों ने मिलकर इसे पुनर्निर्मित किया, और आज यह स्थल फिर से भक्तों के लिए खुला है। 5. केदारनाथ की अद्भुत वास्तुकला Amazing Facts About Kedarnat केदारनाथ मंदिर की वास्तुकला अद्वितीय है। इसका निर्माण ग्रेनाइट पत्थरों से किया गया है और इसका डिजाइन न केवल धार्मिक बल्कि वास्तुशास्त्र के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। यह मंदिर हिमालय की ऊँचाइयों पर स्थित है, जो इसे एक खास महत्व प्रदान करता है। 6. मंदिर के चारों ओर की नदियाँ Amazing Facts About Kedarnath केदारनाथ धाम के चारों ओर कई छोटी-छोटी नदियाँ और धाराएँ बहती हैं। ये नदियाँ धार्मिक दृष्टिकोण से पवित्र मानी जाती हैं। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और शांति भक्तों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है। 7. खगोलशास्त्र का अद्भुत प्रयोग केदारनाथ मंदिर की स्थिति और उसका निर्माण खगोलशास्त्र की जानकारी के आधार पर किया गया था। मंदिर के चारों ओर के क्षेत्र की गणना और स्थिति का निर्धारण खगोलशास्त्र के सिद्धांतों के अनुसार किया गया है, जो इसे धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बनाता है। 8. उच्च पर्वतीय स्थिति Amazing Facts About Kedarnath केदारनाथ धाम समुद्र तल से लगभग 3,584 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। इस ऊँचाई के कारण यहाँ की जलवायु और वातावरण अद्वितीय है। तीर्थयात्रियों को इस ऊँचाई पर यात्रा करने के लिए विशेष सावधानी रखनी पड़ती है। केदारनाथ धाम न केवल धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसके अद्भुत तथ्य और अनजाने पहलू भी इसे एक विशेष स्थान प्रदान करते हैं। यह स्थल न केवल भगवान शिव की पूजा के लिए है, बल्कि इसके ऐतिहासिक, पौराणिक, और वैज्ञानिक महत्व को भी समझना आवश्यक है। यदि आप केदारनाथ की यात्रा पर जा रहे हैं, तो इन अद्भुत तथ्यों को जानना आपके अनुभव को और भी खास बना देगा। Amazing Facts About Kedarnath यह भी पढ़ें |  केदारनाथ मुद्दे पर राज्य में जारी राजनीति, केदारनाथ प्रतिष्ठा बचाओ पैदल यात्रा शुरू, राज्य में पढ़ाई जाएगी हिन्दू संस्कृति

Amarnath Yatra 2024 Begins : बम–बम भोले के जयकारों से शुरू हुई बाबा बर्फानी की यात्रा, साढ़े 3 लाख भक्त करा चुके पंजीकरण, बीते सालों के रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद

Amarnath Yatra 2024 Begins

लंबे इंतजार के बाद 29 जून शनिवार को बड़े जोश और उत्साह के साथ (Amarnath Yatra 2024 Begins) बाबा बर्फानी की यात्रा अमरनाथ यात्रा शुरू हो गई है। शिव भक्तों ने पहलगाम और बालटाल आधार शिविर से बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा की ओर प्रस्थान किया। बाबा बर्फानी के लिए प्रस्थान करते हुए भक्तों के पहले जत्थे ने एक साथ बम बम भोले, जय बाबा बर्फानी, भूखे को अन्य,प्यासे को पानी के नारे लगाते हुए अपनी यात्रा की शुरुआत की। बाबा बर्फानी की यात्रा शुरू होने के बाद जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से शनिवार को यात्रा के लिए दूसरा जत्था पहलगाम और बालटाल के लिए रवाना हुआ। आपको बता दें की कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू से घाटी की ओर तीर्थ यात्री जयकारा लगाते हुए गाड़ियों में सवार होकर आगे बढ़ रहे हैं। भोलेनाथ की यात्रा में शामिल होने के लिए देश भर से जम्मू में भोले के भक्त पहुंच रहे हैं जम्मू के सरस्वती धाम सहित कई अन्य जगहों पर तुरंत पंजीकरण कराने के लिए भक्तों की लंबी-लंबी कटारे देखने को मिल रही है ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके सभी भक्त रेलवे स्टेशन और यात्री निवास पर अपने आरएफआईडी कार्ड लेने के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में जम्मू से लेकर कश्मीर तक भोले के रंग में रंग दिखाई दे रहा है। Amarnath Yatra 2024 Begins साढ़े 3 लाख भक्त करा चुके पंजीकरण | Amarnath Yatra 2024 Begins भारी संख्या में भक्तों के जम्मू कश्मीर पहुंचने से जम्मू कश्मीर के कारोबारियों के भी चेहरे खिल रहे हैं। आपको बता दें कि इस बार अब तक साढ़े 3 लाख से ज्यादा भक्तों ने अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। इसके साथ ही तत्काल पंजीकरण भी किया जा रहे हैं। पिछले साल साढ़े 4 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे। इस बार यह माना जा रहा है कि पिछले सालों के रिकॉर्ड टूट सकते हैं। इस बार अमरनाथ यात्रा पर आतंकवादी हमले की चेतावनी जारी की गई है लेकिन भारी संख्या में श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। भक्तों का कहना है कि हमें आतंकवाद गार्डन नहीं है बाबा बर्फानी के पास पहुंचकर उनका आशीर्वाद जरूर लेंगे भोलेनाथ मुश्किल परिस्थितियों में भी भक्तों की लाज रखते हैं। Amarnath Yatra 2024 Begins यह भी पढ़ें |  जाने अमरनाथ यात्रा की इस बार क्या है खास तैयारी, 29 जून से शुरू होने जा रही यात्रा, सुरक्षा को देखते हुए ……