Benefits of Foxnut: जानिए रोज की जिंदगी में मखाने खाने के फायदे, पोशक तत्वों से है भरपूर….

Benefits of Foxnut

घी में भुने हुए मखाने, जिन्हें लोटस सीड्स या फॉक्स नट्स (Benefits of Foxnut) भी कहा जाता है, भारतीय रसोई का एक प्रमुख हिस्सा हैं। मखाने में न केवल स्वाद होता है, बल्कि इसमें पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में होते हैं। आइए जानते हैं घी में भुने मखानों के अद्भुत फायदों के बारे में। 2. डायबिटीज़ को नियंत्रित करने में कारगरमखाने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। घी में मौजूद हेल्दी फैट्स शुगर के अब्जॉर्प्शन को धीमा करते हैं, जिससे डायबिटीज के मरीजों के लिए ये एक बेहतरीन स्नैक बन जाता है। 3. पाचन तंत्र को सुधारेघी में भुने मखाने में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन को बेहतर बनाता है। घी में मौजूद ब्यूटिरिक एसिड आंतों की सेहत के लिए फायदेमंद होता है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर रखता है। 4. हड्डियों को मजबूत बनाएमखाने में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक है। घी के साथ सेवन करने से इसका अवशोषण और भी बेहतर हो जाता है, जिससे हड्डियों का घनत्व बढ़ता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है। 5. दिल को रखे स्वस्थ (Benefits of Foxnut)घी में भुने मखाने में एंटीऑक्सीडेंट्स और मैग्नीशियम होते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। घी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड्स दिल की धमनियों को साफ रखने और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होते हैं। 6. तनाव और नींद के लिए फायदेमंदमखाने में एमिनो एसिड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो तनाव को कम करने और अच्छी नींद के लिए आवश्यक होते हैं। घी में मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स नर्वस सिस्टम को संतुलित करते हैं, जिससे तनाव कम होता है और नींद की गुणवत्ता सुधरती है। निष्कर्ष: (Benefits of Foxnut) घी में भुने मखाने सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। इन्हें अपने रोजमर्रा के आहार में शामिल करके आप कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं। चाहे आप वजन घटाने की सोच रहे हों, या अपनी हड्डियों और दिल की सेहत का ख्याल रखना चाहते हों, मखाने और घी का यह संयोजन आपके लिए बेहतरीन है। Benefits of Foxnut यह भी पढ़ें टिहरी के घनसाली में आया भारी भूस्खलन, मौसम विभाग द्वारा 5 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट…….

Dengue Larwa In Dehradun : राजधानी में बढ़ता डेंगू का प्रकोप, 1 दिन में 55 जगह डेंगू के लार्वा मिलने से हड़कंप, जनता से सतर्कता बरतने की अपील

Dengue Larwa In Dehradun

उत्तराखंड में मौसम मानसून आते ही डेंगू का खतरा भी बढ़ने (Dengue Larwa In Dehradun) लगता है I उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बीते एक दिन में 55 जगह डेंगू का लारवा मिला है, जिससे स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा एक दिन में 55 जगह पर मिले लार्वों को नष्ट किया गया है। हालांकि अभी तक देहरादून मीटिंग का एक भी मामला सामने नहीं आया लेकिन शहर भर के 100 वार्डों में नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम अभियान चला रही है। 1 दिन में 55 जगह डेंगू के लार्वा मिलने से हड़कंप | Dengue Larwa In Dehradun देहरादून में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मंगलवार को सर्चिंग अभियान चलाया गया। जिसके दौरान देहरादून में 12,236 घरों में से 31,521 कंटेनर में लार्वों की तलाश की गई जिसमें से 555 कंटेनर में डेंगू का लारवा मिलन जिसको आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा नष्ट किया गया। सर्चिंग अभियान के बारे में जानकारी देते हुए अपर नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून वीर सिंह बुडियाल ने बताया कि हमारी आशा कार्यकर्ताएं नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार 100 वार्डों में कार्य कर रहे हैं टीम हर वार्ड में जाकर लार्गो कनेक्ट कर रही है और लोगों को जागृत करने का कार्य कर रही है। जनता से सतर्कता बरतने की अपील | Dengue Larwa In Dehradun दून अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. अनुराग अग्रवाल ने बताया कि डेंगू एवं चिकनगुनिया का वाहक एंडीज मच्छर रुके हुए साफ पानी में होता है और दिन के समय काटता है पूरी बाह के कपड़े पहने तथा पानी को जमा न होने दें इससे बचने के लिए घरों के आसपास सफाई रखें सभी कंटेनर जिनमें पानी भरा हो एवं कूलर के पानी सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाकर उनमें नया पानी भरें दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का उपयोग कर सकते हैं। Dengue Larwa In Dehradun डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव | Dengue Larwa In Dehradun यह भी पढ़ें | जानें क्या है ब्रेक बोने फीवर के लक्षण और बचाव, मानसून आते ही फैलने की आशंका

Pm Modi In Srinagar : पीएम मोदी ने श्रीनगर में मनाया 10वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, पीएम ने सेल्फी क्लिक कर सोशल मीडिया पर की अपलोड

Pm Modi In Srinagar

आज पूरे विश्व में योग दिवस मनाया जा रहा है। योग (Pm Modi In Srinagar) करने से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है। भारत योग के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। योग एक प्राचीन भारतीय अभ्यास है जो की शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है। योग हर आयु के लोगों के लिए फायदेमंद है। लेकिन योग के प्रभाव और अभ्यास के तरीके उम्र के साथ बदलते रहते हैं। पीएम ने सेल्फी क्लिक कर सोशल मीडिया पर की अपलोड | Pm Modi In Srinagar दसवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योग दिवस मनाने जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर पहुंचे जहां उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ योग्य पीएम मोदी की योग दिवस पर इस साल भी योग्य अभ्यास करते हुए तस्वीर सामने आई। आपको बताने की योग को लेकर जम्मू कश्मीर के युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिला सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोटो खिंचवाने और उनसे मिलने के लिए उत्सुक नजर आए। Pm Modi In Srinagar पीएम मोदी के अलावा कई केंद्रीय मंत्री और जनप्रतिनिधियों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिवस पर योग पर लोगों से योग करने की अपील की। योग न केवल शरीर को स्वस्थ बनाने का एक अचूक तरीका है बल्कि इसका नियमित अभ्यास मन और दिमाग दोनों को शांत कर सुख का एहसास दिलाता है। Pm Modi In Srinagar यह भी पढ़े | योग और प्राकृतिक चिकित्सा के डिप्लोमा कोर्स को मिली 2 वर्ष की मान्यता, इसी साल से होगा शुरू

PM Modi Yoga Asans : : योग करने से शरीर को बनाए स्वस्थ्य, एक्स हैंडल पर पीएम मोदी लोगो से नियमित अभ्यास करने की कर रहे अपील

PM Modi Yoga Asans

21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है (PM Modi Yoga Asans) जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा से उत्सुक नजर आते रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी विश्व योग दिवस के मौके पर सभी लोगों से योग करने की अपील कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक हैंडल के जरिए योग के अलग-अलग आसनों के महत्व को लोगों तक पहुंचा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 जून को एक्स हैंडल पर आगामी योग दिवस के संबंध में जानकारी देते हुए लिखा कि “मैं कुछ आसन और उनके फायदे की वीडियो शेयर सांझा कर रहा हूं मुझे उम्मीद है कि है आसन आपको प्रतिदिन योग के लिए प्रेरित करेंगे”। योग करने से शरीर को बनाए स्वस्थ्य | PM Modi Yoga Asans प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक्स हैंडल पर ताड़ासन का एक वीडियो शेयर किया है। आपको बता दें कि ताड़ासन संस्कृत के दो शब्द “ताड़” अर्थात पर्वत और आसन को मिलाकर बनाया गया है। इसे करने से लंबाई बढ़ती है, पाचन तंत्र मजबूत होता है, शरीर में रक्त संचार सही प्रकार से होता है, शारीरिक संतुलन आसान होता है और घुटनों टखनों में मजबूती आती है। PM Modi Yoga Asans इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वृक्षासन यानी पेड़ की मुद्रा वाले आसन की वीडियो शेयर कर उसके फायदे बताए थे। आपको बता दें कि वृक्षासन को प्रतिदिन करने से शारीरिक और मानसिक दोनों को व्यवस्थित रखने में मदद मिलती है यह आसान पैरों टखनों पिंडलियों घुटनों और जांघों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है साथ ही एकाग्रता बढ़ता है यह योग रीड की हड्डियों के साथ आंखों कान और कंधों को भी मजबूती प्रदान करता है। PM Modi Yoga Asans 14 जून शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिकोणासन का वीडियो जारी कर सभी लोगों से योग करने की अपील की है। साथ ही उन्होंने लिखा कि त्रिकोणासन करने से पीठ और कंधे को मजबूती मिलती है तो साथ ही एक एकाग्रता बढ़ाने में भी है काफी मददगार है। PM Modi Yoga Asans यह भी पढ़े | योग ट्रेनर की निकली 123 भर्ती, रोजगार प्रयाग पोर्टल से करें आवेदन |

World No Tobacco Day 2024 : जानें क्यूं मनाया जाता है वर्ल्ड नो टोबैको डे, इस साल किस थीम पर है आधारित

World No Tobacco Day 2024

हर साल (World No Tobacco Day 2024) 31 मई को तंबाकू वर्ल्ड नो तंबाकू के रूप में मनाया जाता है। इस दिन तंबाकू से होने वाले नुकसान को लेकर जागरूकता चलाई जाती है। वर्षों के दौरान, यह दिन तम्बाकू सेवन को रोकने और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है। हर साल, विश्व नो-तम्बाकू दिवस एक विशिष्ट थीम पर आधारित होता है, ताकि तम्बाकू नियंत्रण के अलग–अलग पहलुओं पर ध्यान दिया जा सके। ये थीम स्वास्थ्य पर तम्बाकू के प्रभाव से लेकर तम्बाकू उपयोग की आर्थिक लागत और तम्बाकू कंपनियों की भूमिका तक भिन्न होती हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन हर साल वर्ल्ड नो टोबैको के लिए एक थीम तैयार करती है। साल 2024 में वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन के द्वारा Protecting Children From Tobacco Industrial Interference यानी तंबाकू के उद्योग में बच्चों की दखल को कम करना रखा गया है। सेहत पर कैसे डालता है असर | World No Tobacco Day 2024 धूम्रपान करने से मेंटल हेल्थ के साथ ही शरीर पर बुरा असर पड़ता है पूरी दुनिया में बड़ी संख्या में लोग किसी न किसी तरह के तंबाकू का सेवन जरूर करते हैं चाहे वह बीड़ी, सिगरेट या गुटके के रूप में हो। तंबाकू के सेवन से शरीर पर बेहद बुरा असर पड़ता है, धूम्रपान करने से धमनियां कमजोर पड़ने लगते हैं। कोरोनरी हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए कई सालों में ग्लोबल लेवल पर हार्ट अटैक और धूम्रपान की संख्या बड़ी है। धूम्रपान या तंबाकू के सेवन से फेफड़े और कैंसर की बीमारी का खतरा भी बढ़ता है। वर्ल्ड नो टोबैको डे के मुख्यतः 4 उद्देश्य हैं | World No Tobacco Day 2024 जागरूकता बढ़ाना: यह दिन तम्बाकू के उपयोग के हानिकारक प्रभावों की याद दिलाने का एक शक्तिशाली तरीका है, जिसमें श्वसन रोग, हृदय रोग और विभिन्न प्रकार के कैंसर शामिल हैं। जनता को शिक्षित करके, WHO का उद्देश्य धूम्रपान और अन्य प्रकार के तम्बाकू उपयोग की प्रचलता को कम करना है। छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करना: विश्व नो-तम्बाकू दिवस का एक मुख्य लक्ष्य धूम्रपान करने वालों को तम्बाकू छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करना है। स्वास्थ्य लाभों को उजागर करके और छोड़ने के लिए संसाधन प्रदान करके, यह दिन व्यक्तियों को तम्बाकू मुक्त जीवन की ओर पहला कदम उठाने के लिए प्रेरित करता है। World No Tobacco Day 2024 नीति परिवर्तन की वकालत करना: विश्व नो-तम्बाकू दिवस नीति निर्माताओं के लिए भी एक आह्वान है। WHO और उसके साथी इस दिन का उपयोग सरकारों को मजबूत तम्बाकू नियंत्रण उपायों को लागू करने के लिए प्रेरित करने के लिए करते हैं, जैसे तम्बाकू उत्पादों पर उच्च कर, विज्ञापन पर प्रतिबंध, और धूम्रपान रहित नीतियाँ। भविष्य की पीढ़ियों की सुरक्षा: रोकथाम पर ध्यान केंद्रित करके, यह दिन युवा पीढ़ियों को तम्बाकू के हानिकारक प्रभावों से बचाने का प्रयास करता है। शैक्षिक अभियानों और युवाओं के लिए कार्यक्रमों का उद्देश्य बच्चों और किशोरों में तम्बाकू उपयोग की शुरुआत को रोकना है। World No Tobacco Day 2024 यह भी पढ़े | World No-Tobacco Day 2024: Date, Theme, History, and why it Matters

Haldwani Medical College : NMC ने हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज पर लगाया 2 लाख का जुर्माना, 2 महीनों में स्थितियों को सुधारने का दिया अल्टीमेटम

Haldwani Medical College

हल्द्वानी (Haldwani Medical College) के राजकीय मेडिकल कॉलेज को शुक्रवार 3 मई को फैकल्टी की कमी के चलते नेशनल मेडिकल कमीशन के द्वारा 2 लाख का जुर्माना लगाया गया है। यह कार्यवाही नेशनल मेडिकल कमिशन की जांच में कॉलेज में 80% की फैकल्टी की मौजूदगी में कमी पर की गई है। फैकल्टी की कमी को लेकर नेशनल मेडिकल कमीशन के द्वारा हल्द्वानी के राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन के साथ वर्चुअल बैठक की गई थी। बैठक में मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी संख्या, फैकल्टी की उपस्थिति, एसटीएच में भर्ती मरीजों की संख्या, केंद्रीय लैब में जांच समेत मुद्दों पर आपत्ति जताई गई थी। Haldwani Medical College 2 महीनों में स्थितियों को सुधारने का दिया अल्टीमेटम | Haldwani Medical College बैठक के दौरान एनएमसी के द्वारा फैकल्टी की उपस्थिति में कमी पर सख्त नाराजगी जताई गई जिसके बाद कॉलेज प्रबंधन को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया। इसके अगले दिन ही मेडिकल कॉलेज पर जुर्माना लगाया गया है हालांकि एनएमसी की ओर से कहा गया है कि कालेज प्रबंधन 2 महीनों में स्थितियों को ठीक करें। आपको बता दें की एनएमसी के द्वारा कॉलेज में 30% से ज्यादा फैकल्टी की कमी पाई गई है तो वहीं प्राचार्य डॉक्टर अरुण जोशी का कहना है कि अभी लिखित तौर पर कुछ नहीं मिला है, और नोटिस का जवाब तैयार किया जा रहा है। Haldwani Medical College यह भी पढ़े | 1455 पदों पर जल्द शुरू होंगे आवेदन, स्वास्थ्य मंत्री ने दिए निर्देश

Ayushman Card : बड़े अस्पताल में होगा आयुष्मान कार्ड से इलाज, सरकार ने दिया सख्त निर्देश |

Ayushman Card

उत्तराखंड में आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) प्रमुख इलाज करने से बच रहे निजी अस्पतालों को लेकर सरकार सख्त होती नजर आ रही है। स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने इस मामले पर कहा कि राज्य में अस्पताल चलना है तो आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज करना होगा। अस्पताल प्रबंधकों के साथ बैठक करते हुए डॉक्टर धन सिंह रावत ने कहा कि जल्द ही विभाग की ओर से संबंध में आदेश जारी किए जाएंगे। छोटे बड़े अस्पतालों को देनी होगी आयुष्मान कार्ड धारकों को इलाज की सुविधा | Ayushman Card कांग्रेस विधायक ममता राकेश के सवाल का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में चल रहे सभी छोटे बड़े अस्पतालों को आयुष्मान कार्ड धारकों को इलाज की सुविधा देनी होगी कई बड़े अस्पताल कार्ड धारकों को इलाज की सुविधा नहीं देते हैं इस पर सरकार ने साफ निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में एक अस्पताल चलना है तो आयुष्मान कार्ड का लाभ देना होगा। Ayushman Card उत्तराखंड में अब तक 4.87 लाख कर्मचारियों के कार्ड आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं इसमें से 1.15 लाख कर्मचारियों ने विभिन्न बीमारियों का कैशबैक कैशलेस इलाज कराया है इस पर 340 करोड़ राशि सरकार के द्वारा खर्च की गई है कर्मचारियों को ओपीडी में कैशलेस इलाज करने की सुविधा नहीं है। जिसके कारण कर्मचारियों को चिकित्सा प्रतिपूर्ति की जाती है। भर्ती होने पर असीमित व्यय पर कैशलेस इलाज किया जा रहा है। Ayushman Card यह भी पढ़े | रोजगार को तरसते युवा, राज्य ने खाली करीब 65 हजार सरकारी पद |

AIIMS Rishikesh की नई उपलब्धि, ड्रोन द्वारा खून सिर्फ 33 मिनट में नई टिहरी पहुंचाया गया ।

AIIMS Rishikesh

मरीजों का (AIIMS Rishikesh) इलाज कर पाना होगा अब और भी आसान। ड्रोन द्वारा जल्द से जल्द खून पहुंचने की सेवा होगी मुमकिन। उपनिदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल अमित परासर (सेनी) ने AIIMS ऋषिकेष से ड्रोन को नई टिहरी जिला चिकित्सालय के लिए रवाना किया। शुक्रवार को यह ड्रोन 33 मिनट में 49 किलोमीटर की दूरी तय कर दोपहर 12: 25 बजे जिला चिकित्सालय नई टिहरी पहुंच गया था। कोल्डचेन के साथ था कुल वजन 1.8 किलोग्राम । AIIMS Rishikesh संस्थान के ड्रोन हेल्थ सेवा के नोडल अधिकारी डॉ. जितेंद्र गैरोला द्वारा बताया गया है कि ब्लड कंपोनेंट की सुरक्षा के तहत कोल्डचेन के साथ कुल वजन 1.8 किलोग्राम था। आगे भी ड्रोन सेवा मरीजों को काफी सुविधा उपलब्ध कराएगा। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश की लगातार ड्रोन सेवा से शुक्रवार को ब्लड कंपोनेंट जिसमें –1 यूनिट प्लेटलेट्स और दो यूनिट्स आरबीसी जिला अस्पताल नई टिहरी भेजा गया था। AIIMS Rishikesh ड्रोन सेवा टीम के सदस्य ममता रतूड़ी, शिवानी भट्ट, ऋषभ कोटियाल आदि की मौजूदगी में डॉक्टर जितेंद्र गैरोला ने बताया कि एम्स ऋषिकेश राज्य, केंद्र सरकार व संस्थान की टेलीमेडिसिन सेवा की मदद से ड्रोन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को उत्तराखंड के दूरी ग्रामीण क्षेत्रों में एमरजैंसी मेडिसिन, रक्त संबंधी जरूरतो को पूरा करने, चारधाम यात्रा के समय आपात स्थितियों व हाई एल्टीट्यूड मेडिसिन पहुंचने के लिए सीएचसी सेंटर जिला अस्पतालों व अन्य दुर्गम इलाकों की मैपिंग योजना पर काम कर रहा है। AIIMS Rishikesh भू–माफियाओं पर कड़ा शिकंजा, 70 बीघा अवैध प्लाटिंग को MDDA ने किया ध्वस्त |

आज 1 बजे तक ही खुले रहेंगे दून अस्पताल की सेवाएं, बंद रहेंगे अस्पतालों की OPD | All Dehradun OPD closed on 22 January

All Dehradun OPD closed on 22 January

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा (Dehradun OPD) समारोह को ध्यान में रखते हुए इस दिन को खास बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने सभी सरकारी और प्रशासनिक संगठनों में आधे दिन का अवकाश घोषित किया है तो वही अब प्रदेश सरकारों से भी खबर आ रही है प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन दोनों अस्पताल में 9:00 बजे से लेकर 1:00 बजे तक ही ओपीडी खुली रहेगी तो वही प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ ने सभी सरकार सरकारी अस्पतालों में ओपीडी बंद रखने का निर्णय लिया है। प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ अध्यक्ष मनोज वर्मा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि काफी विचार विमर्श के बाद ही है निर्णय लिया गया है की राम प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर ढाई बजे तक अवकाश घोषित किया गया है, लेकिन 2:30 बजे के बाद ओपीडी चलाना संभव नहीं है, इसलिए आज 22 जनवरी को सभी गवर्नमेंट अस्पतालों में ओपीडी पूरी तरह से बंद रखने का निर्णय लिया गया है। हालांकि इमरजेंसी और पोस्टमार्टम सुविधाएं सुचारू रूप से चालू रहेगी। उन्होंने संघ से जुड़े सभी चिकित्सकों से अपील की है कि आज सभी चिकित्सक बाकी विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों की तरह ही प्राण प्रतिशत समझ में अपना सहयोग दें। दून अस्पताल में 1 बजे तक चालू रहेगा OPD | Dehradun OPD दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में सुबह 9:00 बजे से लेकर दोपहर 1:00 बजे तक ओपीडी संचालित करने का निर्णय लिया गया है इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आशुतोष की तरफ से 1:00 बजे तक ओपीडी चलाने के निर्देश दिए गए हैं अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ धनंजय डोभाल ने बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेज होने की कारण अस्पताल में आम जनमानस के हितों को देखते हुए 22 जनवरी को सभी ओपीडी और ओटी सुविधा 1:00 तक चालू रहेंगे साथ ही उन्होंने बताया कि आपातकालीन सेवाएं पहले की तरह 24 घंटे जारी रहेंगी। यह भी पढ़े | राम भक्ति में डूबी धर्मनगरी, जाने कहां–कहां होगा भव्य कार्यक्रमों का आयोजन | Ram Pran Prathistha Processions In Dehradun

देहरादून में फिर बड़े कोरोना के मरीज, 3 कोरोना पॉजिटिव मरीज आए सामने, किए गए होम आइसोलेट | Dehradun Corona Update

उत्तराखंड (Dehradun Corona Update) की राजधानी देहरादून में तीन लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं जिसकी जानकारी देते हुए जिला सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर सीएस रावत ने बताया कि पॉजिटिव पाए गए मरीजों में से दो गुनियाल गांव और एक डोईवाला इलाके का है। शुक्रवार को कोरोना जांच के लिए 54 सैंपल दिए गए थे, जिनमें से यह तीन मैरिज पॉजिटिव मिले हैं। कोरोनापॉजिटिव मरीजों में एक की जांच एम्स ऋषिकेश में की गई बाकी दो मरीजों के सैंपल निजी अस्पताल में दिए गए थे। होम आइसोलेट किए गए सभी मरीज | Dehradun Corona Update कोरोना पॉजिटिव आए सभी मरीजों को होम आइसोलेट किया गया है। तीनों की उम्र 50 वर्ष से ज्यादा है। स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित मिले 3 लोगों के संपर्क में आए सभी लोगों की सूची बनाकर उनके कोरोना सैंपल लेने के लिए तैयारी की है, साथ ही आसपास भी निगरानी की जा रही है। यह भी पढ़े | 500 साल बाद अयोध्या के राम मंदिर में विराजमान हुए भगवान राम, 22 जनवरी को प्रतिमा की पूजा अर्चना कर होगा प्राण प्रतिष्ठा समारोह |