Hindi Journalism Day 2024: प्रेस क्लब द्वारा आयोजित हिंदी पत्रकारिता दिवस समारोह, होनहार विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक से किया सम्मानित

Hindi Journalism Day 2024

आज प्रेस क्लब द्वारा आयोजित हिंदी पत्रकारिता दिवस समारोह के मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक और मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार रहे। समारोह में (Hindi Journalism Day 2024) सभी ने पत्रकारों के योगदान की भूमिका को बढ़ावा देते हुए उनकी खूब तारीफ की। पत्रकारों और पुलिस को किया सम्मानित (Hindi Journalism Day 2024) आज समारोह के दौरान प्रेस क्लब के वरिष्ठ पत्रकारों द्वारा दोनों अतिथियों को फूल माला और शॉल पहनाकर सम्मानित किया गया। आपको बता दे कि आज हिंदी पत्रकारिता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने सभी को पत्रकारिता दिवस की बधाई देने के साथ उन्हें सत्य बोलने और सुनने दोनों की कठिनाइयों का सामना करने के लिए हौसला बढ़ाया।अभिनव कुमार ने कहा कि पत्रकारिता एक मिशन है जो कि समाज को आईना दिखाने का काम करता है। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड राज्य के विकास में पत्रकारों की अहम भूमिका है। पत्रकारों के साथ-साथ पुलिस को भी अनेकों जटिलताओं का सामना करना होता है। सोशल मीडिया के इस दौर में सत्य बोलना और सुनना दोनों ही कठिन है, जिसकी वजह से पत्रकारों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ता है। इसके बाद उन्होंने अपने कुछ अनुभव सभी के साथ बांटे। Hindi Journalism Day 2024 पत्रकारिता का बताया महत्व (Hindi Journalism Day 2024) साथ-साथ मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार शमशेर सिंह द्वारा कहा गया की हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए पत्रकार समाज को एक साथ काम करना होगा। हिंदी भाषा राष्ट्र की उन्नति, प्रगति और निर्माण में अहम भूमिका निभाती है। नए जमाने के साथ पत्रकारिता क्षेत्र में भी बहुत से बदलाव किए जा रहे हैं। हिंदी भाषा के प्रचार में पत्रकार समाज की बहुत जरूरत होती है। जिसकी वजह से सभी लोगों में पत्रकार को बहुत सम्मान दिया जाता है। जानिए समारोह में कौन-कौन हुए शामिल (Hindi Journalism Day 2024) इस अवसर पर एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी क्राइम पंकज गैरोला, एसपी देहात स्वपन किशोर, सीओ सिटी जूही मनराल, विपिनचंद्र पाठक, नगर कोतवाली निरीक्षक कुंदन सिंह राणा, सिडकुल मैनुफैक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष हरेन्द्र गर्ग, गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, समाज सेवी विशाल गर्ग, तेजप्रकाश साहू, श्रीमती अंजू द्विवेदी, नेहा मलिक, आरती सैनी, अशोक जोशी, कमला जोशी, संतोष चौहान, मीनाक्षी जोशी, डा.बीडी जोशी, डा.रविकांत शर्मा, भगवती शरण अग्रवाल, अरुण खन्ना, योगी रजनीश तथा सुनील दत्त पांडेय , बृजेन्द्र हर्ष , आदेश त्यागी , संजय आर्य , अमित कुमार शर्मा, कौशल सिखौला, गोपाल रावत ,जोगेंद्र सिंह मावी, अमित कुमार गुप्ता, धर्मेंद्र चौधरी, अविक्षित रमन, रमेश खन्ना, पी एस चौहान, कुमार दुष्यंत, रामचंद्र कनोजिया, सजंय रावल, डॉ प्रदीप जोशी, बालकिशन शास्त्री Hindi Journalism Day 2024 डॉ रजनीकांत शुक्ल, रोहित सिखौला ,श्रवण कुमार झा, प्रवीण झा, दीपक नोटियाल, डॉ राधिका नागरथ, गोपाल कृष्ण पटुवर, कुलभूषण शर्मा, राजेंद्र नाथ गोस्वामी, डॉ शिवा अग्रवाल, अनूप सिंह, कृष्णमणि त्रिपाठी, संदीप शर्मा, कुलदीप अग्रवाल, संदीप रावत, मनोज खन्ना, नरेश गुप्ता, तनवीर अली, आशु शर्मा, डॉ हिमांशु द्विवेदी, गुरप्रीत कालरा, देवेन्द्र शर्मा, राजकुमार पाल, ठाकुर शैलेन्द्र सिंह, रविन्द्र सिंह, रामेश्वर गोड़ नरेश दीवान शैली, शिव कुमार शर्मा, मेहताब आलम, आवेश अंसारी, ब्रजपाल सिंह, अस्वनी शर्मा, अस्वनी अरोड़ा, प्रतिभा वर्मा, नीलम सैनी, नरेन्द्र ढल्ला, संजय संतोषी, जगदीश शर्मा देशप्रेमी, अहसान अंसारी, राव रियासत पुंडीर, आवताब खान, सुनील मिश्रा, सुरेंद्र शर्मा, डॉ रुपेश शर्मा, डॉ प्रवेंद्र कुमार, विवेक शर्मा, मुदित अग्रवाल, डॉ पंकज कौशिक, आशीष मिश्रा, एम एस नवाज, दीपक मिश्रा, अरुण मिश्रा, मुकेश वर्मा, गुलशन नैयर, सुभाष कपिल, संजीव। Hindi Journalism Day 2024 यह भी पढ़ें देहरादून के श्रद्धा और अभिषेक ने 1 घंटे 27 मिनट तक प्रस्तुति देकर बनाया नया रिकॉर्ड, तुंगनाथ के बाद पंचकेदार होगा नया लक्ष्य

30 मई को क्यूं मनाया जाता है ‘Hindi Journalism Day’, क्यूं 1 साल के अंदर ही बंद करना पड़ा था “उदन्त मार्तण्ड”

Hindi Journalism Day

30 मई (Hindi Journalism Day) को हिंदी पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी पत्रकारिता का संबंध सन 1826 से जुड़ा हुआ है। 30 मई 1826 में हिंदी भाषा में “उदन्त मार्तण्ड” के नाम से पहला समाचार पत्र प्रकाशित किया गया था। उदन्त मार्तण्ड मरकंद को इंग्लिश में अंग्रेजी में ‘The Rising Sun’ कहा जाता है। पंडित जुगल किशोर शुक्ल ने उदन्त मार्तण्ड नाम के समाचार पत्र को कोलकाता से एक साप्ताहिक समाचार पत्र के तौर पर शुरू किया था जिसका प्रकाशक और संपादन वह स्वयं ही करते थे। उदन्त मार्तण्ड को प्रकाशित करने वाले जुगल किशोर शुक्ला कानपुर के रहने वाले थे वह पेशे से वकील थे, लेकिन उस समय औपनिवेशिक ब्रिटिश सरकार का राज के दौरान तत्कालीन राजधानी कोलकाता को अपनी कर्मस्थली बनाया था। Hindi Journalism Day गुलामी के दौरान हिंदुस्तानियों के हक की बात करना एक बड़ी चुनौती बन चुकी थी। इसीलिए उन्होंने कोलकाता के बड़ा बाजार इलाके में अमर तल्ला लेन कोलू टोला से साप्ताहिक समाचार पत्र का प्रकाशन शुरू किया यह साप्ताहिक अखबार हर हफ्ते मंगलवार को प्रकाशित किया जाता था। जिस समय भारत में पहला हिंदी समाचार पत्र प्रकाशित किया गया था, उस समय देश में अंग्रेजी फारसी और बांग्ला भाषा में अनेक पत्र निकाले जाते थे लेकिन हिंदी में पत्र प्रकाशित नहीं किए जाते थे। आपको बता दे की उदन्त मार्तण्ड पहला ऐसा समाचार पत्र था जो केवल हिंदी में प्रकाशित किया जाता था, जिसमें हिंदी के साथ ही देवनागरी भाषा भी इस्तेमाल की जाती थी। Hindi Journalism Day उदन्त मार्तण्ड समाचार पत्र के लिए काम करने वाले सभी कर्मी खड़ी बोली और ब्रजभाषा का इस्तेमाल किया करते थे, जिसका असर समाचार पत्र की भाषा में नजर आता था। सन 1826 के समय समाचार पत्रों में अंग्रेजी बंगाली और फारसी भाषा ज्यादा इस्तेमाल किया जाता था साथ ही इन सभी भाषाओं के ही समाचार पढ़ना लोग पसंद किया करते थे। लेकिन हिंदी पत्र उस समय कोई बस पढ़ना पसंद नहीं करता था जिसके कारण हिंदी पत्र प्रकाशित नहीं किए जाते थे। क्यूं 1 साल के अंदर ही बंद करना पड़ा था “उदन्त मार्तण्ड” Hindi Journalism Day अंग्रेजी फारसी और बंगाली भाषा का अधिक प्रभाव होने के कारण उद्यान मार्तंड समाचार पत्र को विस्तार करने में खासी दिक्कतें हुई जिसके कारण हिंदी भाषा क्षेत्र में समाचार पत्र महंगा होने के कारण लोग समाचार को खरीद नहीं पाते थे । उड़ान मार्तंड समाचार पत्र के ज्यादा विस्तार न होने के कारण उसे 1 साल के बाद ही साल 1827 में इसे पैसों की तंगी के कारण बंद कर दिया गया था लेकिन उत्तर मार्तंड ने तब तक हिंदी पत्रकारिता के लिए मार्ग प्रशस्त कर दिया था, लोग हिन्दी पत्रकारिता में रुचि दिखाने लगे थे। उदन्त मार्तण्ड के अंतिम अंक में एक नोट प्रकाशित किया गया था जिसमें उसके बंद होने की पीड़ा लगती है नोट में कहा गया था कि “आज दिवस लौ उग चुक्यों मार्तण्ड उदन्त | अस्ताचल को जाता है दिनकर दिन अब अंत ||” Hindi Journalism Day यह भी पढ़े | Celebrating 198 years Excellence in Hindi Media