UKPSC पर दिखा साइबर अटैक का असर, पुराने तरीके से जारी होंगे रिजल्ट

Cyber Attack Effect On UKPSC

Cyber Attack Effect On UKPSC: प्रदेश में हाल ही में हुए साइबर हमले के कारण सरकारी कामकाज में व्यापक बाधा आई थी। इस हमले के चलते, कई विभागों का काम ठप हो गया, लेकिन अब अधिकांश सरकारी सेवाएं सुचारू हो गई हैं। हालांकि, राज्य लोक सेवा आयोग की वेबसाइट अभी भी बंद है, जो युवाओं के लिए चिंता का विषय है। साइबर हमले का प्रभाव साइबर हमले के एक हफ्ते बाद भी, राज्य लोक सेवा आयोग की वेबसाइट को सक्रिय नहीं किया जा सका है। यह वेबसाइट युवाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें नई भर्तियों के विज्ञापनों, परीक्षा परिणामों, एडमिट कार्ड, और सिलेबस जैसी जानकारियाँ उपलब्ध होती हैं। हमले के कारण, वेबसाइट अब आठ दिन से बंद है, जिससे युवाओं को जानकारी प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है। आईटीडीए का प्रयास राज्य लोक सेवा आयोग के सचिव, गिरधारी सिंह रावत, ने बताया कि आईटीडीए के विशेषज्ञ लगातार वेबसाइट को सुचारू करने की कोशिश कर रहे हैं। वे विभिन्न तकनीकी उपायों को आजमा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है। इस समस्या के समाधान के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन तकनीकी चुनौतियाँ इसे मुश्किल बना रही हैं। परिणामों का प्रकाशन युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए, आयोग ने निर्णय लिया है कि जब तक वेबसाइट पुनर्स्थापित नहीं होती, तब तक कुछ भर्तियों के परिणाम समाचार पत्रों में प्रकाशित किए जाएंगे। यह कदम युवाओं को सूचनाओं तक पहुंच प्रदान करने के लिए उठाया गया है, ताकि वे अपनी संभावनाओं और भर्तियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। युवा वर्ग की चिंता इस स्थिति से युवाओं में चिंता का माहौल है, क्योंकि बार-बार वेबसाइट चलाने की कोशिशों में वे असफल हो रहे हैं। जानकारी की अनुपलब्धता से उनके भविष्य की योजनाओं पर असर पड़ सकता है। साइबर हमले के परिणामस्वरूप, राज्य लोक सेवा आयोग की वेबसाइट की बंदी ने युवाओं के लिए कई बाधाएं उत्पन्न की हैं। आयोग और आईटीडीए की टीम इस समस्या का समाधान निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन तब तक परिणामों का प्रकाशन पुराने तरीकों से किया जाएगा। यह स्थिति युवाओं के लिए चुनौतीपूर्ण है, और उन्हें अपडेटेड जानकारी की आवश्यकता है। यह भी पढ़े | राज्य में हुए साइबर अटैक का हुआ खुलासा, Makop Ransomware वायरस को हुई पुष्टि, डाटा मिलना असंभव

राज्य में साइबर अटैक की जांच जारी, अपराधियों ने मांगी थी फिरौती

Uttarakhand Cyber Attack Update

Uttarakhand Cyber Attack Update: उत्तराखंड में हाल ही में हुए साइबर हमले ने प्रशासन को गंभीर संकट में डाल दिया। चार दिनों तक सरकारी कामकाज ठप रहा, जिससे कई महत्वपूर्ण सेवाएं प्रभावित हुईं। यह हमला पुलिस के क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (CCTNS) पर हुआ, जो कि अपराध की पहचान और ट्रैकिंग के लिए एक महत्वपूर्ण प्रणाली है। अपराधियों ने इस साइबर हमले के जरिए डेटा चुराने के साथ ही फिरौती के रूप में बिटकॉइन की मांग भी की। यह नया पहलू इस हमले की गंभीरता को दर्शाता है, क्योंकि बिटकॉइन जैसे क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करने से ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है। इस घटना ने सरकारी सुरक्षा ढांचे में खामियों को उजागर किया है और यह स्पष्ट कर दिया है कि साइबर सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। अब सरकारी एजेंसियों को इस तरह के हमलों से निपटने के लिए अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करना होगा। इसके अलावा, नागरिकों को भी साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाना आवश्यक है, ताकि वे संभावित खतरों से बच सकें। अपराधियों ने मांगी थी फिरौती उत्तराखंड में पुलिस के क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (CCTNS) पर हुए साइबर हमले ने प्रदेश के प्रशासनिक ढांचे को गंभीर रूप से प्रभावित किया। यह हमला तीन अक्टूबर को हुआ और इसके परिणामस्वरूप प्रदेश के सभी 160 थानों के कार्य बाधित हो गए, जिससे एफआईआर से लेकर चार्जशीट तक के सभी प्रक्रियाएं रुक गईं। पुलिस ने इस हमले के खिलाफ मामला दर्ज किया है और जांच तेज कर दी है। इसके साथ ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) सहित कई केंद्रीय एजेंसियां भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अपनी जांच में जुट गई हैं। सूत्रों के अनुसार, अपराधियों ने इस साइबर हमले के बाद बिटकॉइन में फिरौती की मांग की, जो इस हमले को और अधिक चिंताजनक बनाता है। हालांकि, यह पता नहीं चल पाया है कि यह साइबर हमला कहाँ से हुआ। आईटीडीए इस हमले के प्रभाव से अभी तक उबर नहीं पाया है और कई महत्वपूर्ण वेबसाइटों को सुरक्षित नेटवर्क पर संचालित किया जा रहा है। अब तक यह भी स्पष्ट नहीं है कि यह हमला देश के भीतर से था या किसी विदेशी स्रोत से। यह भी पढ़ें | 5 करोड़ साइबर क्राइम से निपटेगी एसओपी, सीईआरटी–यूटीके वेबसाइट का होगा निर्माण |  साइबर ठगों के हौसले बुलंद, डीएम का बनाया फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट, और फिर…….

Uttarakhand Youth: 10 हजार से ज्यादा पहाड़ी क्षेत्र के युवाओं को सिखाई जाएगी नई टेक्नोलॉजी, यह कोर्स होंगे शामिल…….

Uttarakhand Youth

पहाड़ी क्षेत्रों में अब कॉलेज के छात्रों को (Uttarakhand Youth) डिजिटल मार्केटिंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी और साइबर सिक्योरिटी सिखाई जाएगी। 10,000 से ज्यादा युवाओं को बनाया जाएगा इन सभी तकनीक में पारंगत। कॉलेज में ही पढ़ाए जाएंगे शॉर्ट टर्म कोर्स (Uttarakhand Youth) आपको बता दे उत्तराखंड में आईटीडीए के कैल्क कंप्यूटर केंद्र पूरे राज्य भर में हैं। आईटीडीए और बहुत से सरकारी डिग्री कॉलेज के माध्यम से यह शॉर्ट टर्म कोर्स युवाओं को कराया जाएगा। जानकारी के अनुसार पर्वतीय जिलों के कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों को अब डिजिटल मार्केटिंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी और साइबर सिक्योरिटी जैसी तकनीक सिखाई जाएंगी।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर आईटीडीए द्वारा तैयारी की जा रही है, जिससे 10 हजार युवाओं को तकनीक में पारंगत बनाया जाएगा। पहाड़ी छात्रों को नहीं जाना पड़ेगा बड़े शहर (Uttarakhand Youth) हमेशा से देखा गया है कि शहरी इलाकों में युवाओं के पास कई अत्याधुनिक कोर्स करने के लिए अच्छी संस्थान उपलब्ध होती हैं मगर पर्वतीय जिलों में इसकी काफी कमी है। जिसके चलते अब सरकार द्वारा पर्वतीय इलाकों के ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन वाले सभी छात्रों के लिए यह योजना लेकर आए हैं। जल्द ही उच्च शिक्षा विभाग के साथ भी एमओयू किया जाएगा। इन शॉर्ट टर्म कोर्स के कराए जाने से पहाड़ी क्षेत्र वाले छात्रों को कहीं बड़े शहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कॉलेज के दौरान ही उन सभी को आईटी विशेषज्ञ द्वारा कोर्स कराए जाएंगे। इन कोर्स को करने का समय भी अलग-अलग प्रकार से होगा जैसे 150 से 400 घंटे तक। आपको बता दे कि इन कोर्स को करने वाले छात्रों की सिर्फ किताबी जानकारी ही नहीं बल्कि प्रैक्टिकल जानकारी भी अच्छी होगी। जैसे कि अगर किसी छात्र को ड्रोन तकनीक का कोर्स करना है तो उसे ड्रोन के माध्यम से ही कोर्स सिखाया जाएगा। Uttarakhand Youth जानिए कौन से कोर्स कराए जाएंगे (Uttarakhand Youth) यह भी पढ़ें बम– बम भोले के जयकारों से गूंज उठा केदारनाथ धाम, 19 अगस्त को समाप्त होंगे सावन