Highway Jam Due to Protest: द्वाराहाट- बदरीनाथ हाईवे पर 2 घंटे यातायात ठप, 4 दिन से पानी न आने पर हुआ बवाल

Highway Jam Due to Protest

अल्मोड़ा के द्वाराहाट में चार दिन से पानी न आने (Highway Jam Due to Protest) के कारण 12 गांव की महिलाओं ने आक्रोशित होकर द्वाराहाट- बदरीनाथ हाईवे पर जाम कर दिया। 12 गांवों की आक्रोशित महिलाओं द्वारा प्रदर्शन (Highway Jam Due to Protest) पिछले कुछ दिनों से अल्मोड़ा के द्वाराहाट में 12 गांव में जल की समस्या चल रही है। जिसके चलते अब महिलाओं ने आक्रोशित होकर खाली बर्तनों के साथ जल संस्थान कार्यालय पहुंचकर अपना गुस्सा अधिकारियों पर निकाला।इसके बाद आक्रोशित महिलाओं ने खाली बर्तन लेकर द्वाराहाट– बदरीनाथ हाईवे पर जाम कर दिया। हाईवे पर जाम लगने से प्रशासन के अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। 2 घंटे तक हाइवे पर जाम होने से सैकड़ों यात्री फंसे रहे। अधिकारियों द्वारा महिलाओं को लिखित आश्वासन मिलने के बाद ही वह सड़क से उठी और यातायात फिर से चल पड़ा। महिलाओं ने रखी अपनी दिक्कतें सामने (Highway Jam Due to Protest) आपको बता दे एसडीएम सुनील कुमार, तहसीलदार और जल संस्थान के अधिकारी मौके पर पहुंचकर महिलाओं को लगातार हाईवे से उठने के लिए समझाने का प्रयास करते रहे मगर महिलाएं अपनी मांगों को लेकर अड़ी रही।महिलाओं ने अधिकारियों के सामने अपनी दिक्कतें भी रखीं। जलापूर्ति ठप रहने से महिलाओं को बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जिससे उनका सारा समय घर का काम छोड़कर जल स्रोतों से पानी भरने में ही निकला जा रहा है। लिखित आश्वासन मिलने के बाद खत्म हुआ प्रदर्शन (Highway Jam Due to Protest) जानकारी के अनुसार महिलाओं द्वारा अधिकारियों को खूब खरी- खोटी सुनाने के बाद जल संस्थान अधिकारियों द्वारा जलापूर्ति सुचारू करने, रोस्टर के हिसाब से पानी बांटने, जलापूर्ति ठप होने पर टैंकर से आपूर्ति करने का एक लिखित आश्वासन महिलाओं को दिया गया। इसके बाद हाईवे का जाम हटा और यातायात चलने से सभी ने राहत की सांस ली। लोगों द्वारा लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग भी की गई है। Highway Jam Due to Protest यह भी पढ़ें अनियंत्रित स्कूल बस ने ली 1 महिला की जान, 5 महिलाएं गंभीर रूप से घायल

Light Crises In Uttarakhand : बिजली कटौती के साथ ही शुरू हुआ पेयजल संकट, 2 दिनों से पेयजल संकट से जूझ रहा किशननगर वार्ड

Light Crises In Uttarakhand

उत्तराखंड (Light Crises In Uttarakhand) में बढ़ती गर्मी के साथ ही बिजली कटौती भी लोगों को परेशान कर रही है। देहरादून के सरस्वती विहार अजबपुर खुर्द और बंजारा वाला क्षेत्र में पिछले कई दिनों से बिजली कटौती की जा रही है। जिसको लेकर सरस्वती विहार विकास समिति के सचिव गजेंद्र भंडारी का कहना है कि पिछले कई दिनों से क्षेत्र में बिजली की कटौती हो रही है। सरस्वती विहार विकास समिति के सचिव ने बताया कि बुधवार को सुबह 8:00 बजे से बिजली की कटौती शुरू की गई जो दोपहर 3:30 बजे तक रही। जब इस संबंध में विभाग के उच्च अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। बिजली कटौती को लेकर अधिकारियों का कहना है कि 132 केवी बिजली घर में खराबी और रोस्टर के कारण बिजली कटौती की जा रही है। दिनों से पेयजल संकट से जूझ रहा किशननगर वार्ड | Light Crises In Uttarakhand सचिव गजेंद्र भंडारी का कहना है कि एक तो गर्मी अपनी चरम पर है वहीं दूसरी ओर विभाग के द्वारा लगातार बिजली की कटौती लंबे समय तक की जा रही है। क्षेत्र में 80 वर्ष से अधिक वरिष्ठ लोग अधिक मात्रा में है, जो अक्सर बीमार रहते हैं। उनको ज्यादा देर बिजली की कटौती होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। Light Crises In Uttarakhand बिजली कटौती के साथ ही उत्तराखंड वासियों को जल संकट का भी सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें की किशननगर में पिछले दो दिनों से इलाके में पेयजल समस्या हो रही है। बुधवार को कॉलोनी के लोगों को पानी मिलना मुश्किल हो गया था। जल संस्थान के अफसर से पूछा तो उनका कहना था कि बिजली के लो वोल्टेज के कारण पानी के बड़े टैंकों में पानी भरा नहीं जा सका, जिसके कारण पेयजल की समस्या हो रही है। उनका कहना है की विद्युत आपूर्ति होने के बाद पेयजल समस्या भी खत्म हो जाएगी। Light Crises In Uttarakhand यह भी पढ़े | शुरू होने जा रहा बिजली शट्डाउन, 10 मई तक कई इलाकों में बाधित होगी पेयजल और विद्युत सेवाएं

Water Shortage In Uttarakhand : उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में हो रही पानी की किल्लत, 8 टैंकर बुझा रहे 8 हजार लोगो की प्यास |

Water Shortage In Uttarakhand

गुरुवार (Water Shortage ) को उत्तराखंड के जल संस्थान का नलकूप खराब होने के कारण चर्च कंपाउंड डीएम आवास क्षेत्र में पेय जल की परेशानी बनी हुई है। पीलीकोठी में आईटीआई का भी नलकूप खराब है। रविवार शाम तक इसे ठीक करने का काम चलता रहा। कुछ स्थान जैसे – पीपलपोखरा, डहरिया, दमुवाडुगा और अन्य स्थानों पर जल जीवन मिशन के तहत पेयजल लाइन बिछाई जा रही है। जल संस्थान के केवल 8 टैंकर ही 8000 से ज्यादा लोगों की प्यास बुझा पा रहे हैं। लोगों को बहुत कम पानी ही मिल पा रहा है जो कि एक परेशानी का कारण है। कई लोगों का कहना है कि जल संस्थान के टैंकर की क्षमता 3200 से लेकर 3300 लीटर तक की है। Water Shortage मगर फिर भी घरों के आगे सरकारी टैंकर आने के बावजूद उन्हें ठीक तरह से पानी नहीं मिल पा रहा है। उन्हें सिर्फ एक या दो बाल्टी पानी से ही गुजारा करना पड़ रहा है। हालात को देखते हुए लोगों को खुद ही 500 से 600 रुपए खर्च कर निजी टैंकर मंगवाना पड़ रहा है। 3 हजार से ज्यादा लोगो को एक साथ हो रही पानी की किल्लत | Water Shortage करीब ढाई हजार उपभोक्ताओं को टैंकर की मदद से पानी दिया जा रहा है। बरेली रोड स्थित बाल संसार स्कूल के निकट नलकूप खराब होने से 8 दिनों से राधा कृष्ण विहार, खन्ना फार्म, अशोक विहार, एकता विहार के साथ तीन पानी के 3000 से ज्यादा उपभोक्ताओं को पेयजल की परेशानी से जूझना पड़ रहा है। जल संस्थान के सहायक अभियंता रवींद्र कुमार ने बताया है कि पेयजल की परेशानी वाले क्षेत्रों में आठ टैंकर भिजवाए गए हैं। इसी के साथ सहायक अभियंता प्रमोद पांडे ने बताया है कि सोमवार सुबह तक आईटीआई का नलकूप ठीक होने की उम्मीद है और दोपहर तक पानी भी चला दिया जाएगा। Water Shortage यह भी पढ़े | आंदोलन में शामिल हो सकते हैं उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के किसान, 20 फरवरी को प्रस्तावित महिला मार्च पर भी लिया गया निर्णय |