Gangotri Yamunotri Badrinath Highway Block: भारी बारिश के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग बंद, विभाग कर रहा ढील, लोग हुए खुद बोल्डर हटाने को मजबूर……

Gangotri Yamunotri Badrinath Highway Block

उत्तराखंड के गंगोत्री, यमुनोत्री और बद्रीनाथ हाईवे (Gangotri Yamunotri Badrinath Highway Block) पर जगह-जगह बोल्डर और पत्थर आने से मार्ग बंद है। बीआरओ द्वारा हाईवे में फंसे यात्रियों के लिए रास्ता खोला जा रहा। बदरीनाथ हाईवे पर भी मार्ग बंद (Gangotri Yamunotri Badrinath Highway Block) उत्तराखंड में बारिश लगातार चल रही है जिससे पर्वतीय क्षेत्र काफी प्रभावित हो रहे हैं। आपको बता दे गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बंदरकोट पर मलबा और पत्थर आने से मार्ग बाधित हो गया है। भारी बारिश होने से लगातार बोल्डर और पत्थर मार्ग पर गिरने की समस्या बनी हुई है।वहीं दूसरी ओर बदरीनाथ हाईवे पर गोचर के पास मार्ग बंद होने के के बाद देखा गया की यात्री खुद ही बड़े पत्थरों को हटाने में जुटे हैं। यात्रियों ने खुद हटाए बोल्डर (Gangotri Yamunotri Badrinath Highway Block) जानकारी के अनुसार एनएच बड़कोट द्वारा यमुनोत्री मार्ग खोलने का प्रयास किया जा रहा है। रात भार बारिश होने के कारण सड़क बंद है इसके बाद हाईवे न खुलने पर आने जाने वाले लोगों ने खुद ही पत्थर और गिरे पेड़ हटाने शुरू कर दिए। सूचना भेजी जाने के बाद भी मौके पर मशीन नहीं पहुंची थी, इसके बाद समय से मार्ग न खुलने पर कार्यदाई संस्था पर मुकदमा दर्ज किया गया है।साथ ही यमुनोत्री घाटी में भी रात भारी बारिश होने से हाईवे जगह-जगह मलबा आने से बंद हो गया। आपको बता दें सुबह 4:00 बजे से ही श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों द्वारा हाईवे खोलने की इंतजार हो रहा था। यात्रियों और स्थानीय लोगों ने कई घंटे तक इंतजार किया जिसके बाद भी मशीन ना पहुंचने पर उन्होंने जोखिम भरकर बोल्डर पत्थर हटाने के बाद वाहनों को पास करवाया। (Gangotri Yamunotri Badrinath Highway Block) यह भी पढ़ें केदारनाथ के आपदा प्रभावित व्यवसायियों को मिलेगी 9 करोड़ रुपए की राहत, मुख्यमंत्री द्वारा निर्देश जारी…..

Heavy Rain in Uttarakhand: भारी बारिश के चलते यमुना नदी ने दिखाया रौद्र रूप, देहरादून में भी आज स्कूल रहे बंद……

Heavy Rain in Uttarakhand

उत्तराखंड राज्य में लगातार भारी बारिश से लोगों को दिक्कतों (Heavy Rain in Uttarakhand) का सामना करना पड़ रहा है। द्वितीय केदार मध्य महेश्वर धाम में भारी बारिश से रास्ते का पुल टूटने से आवाजाही ठप हो गई है जिसके कारण कांवड़िए भी फस गए हैं। मध्य महेश्वर धाम को जोड़ने वाला पुल बहा (Heavy Rain in Uttarakhand) आपको बता दे उत्तराखंड में आजकल भारी बारिश के चलते यमुना नदी अपना रौद्र रूप दिखा रही है। यह भारी बारिश आजकल प्रदेश में आफत बनकर सभी को दिक्कत में डाल रही है। रुद्रप्रयाग जिले में रात बनतोली संगम पर भारी बारिश के कारण द्वितीय केदार मध्य महेश्वर धाम को जोड़ने वाला पुल बह गया जिसकी वजह से यातायात ठप हो गया और कई यात्रियों के साथ कांवडियों के फंसने की सूचना भी प्राप्त हुई। नुकसान का लिया जाएगा जायज़ा (Heavy Rain in Uttarakhand) जानकारी के अनुसार अभी तक यमुना नदी में उफान आने से कोई जनहानि नहीं हुई है, मगर मलबा, बोल्डर और पत्थरों के इकट्ठे होने की वजह से मंदिर परिसर को काफी नुकसान हुआ है। नुकसान का जायजा मार्ग खुलने पर लिया जाएगा जिसके लिए तहसीलदार को राजस्व टीम के साथ जायजा लेने भेज दिया गया है।आपको बता दे रात भर जान की चट्टी यमुनोत्री के बीच अफरा तफरी मची रही जिसमें यमुना नदी का रौद्र रूप भी देखा गया। देहरादून के शिक्षा केंद्रों में एक दिन का अवकाश Heavy Rain in Uttarakhand भारी बारिश को देखते हुए मौसम विभाग द्वारा राज्य के कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून में भी रात भर से तेज बारिश देखी गई। तेज बारिश के चलते आज देहरादून शहर में एक से 12वीं तक के सभी स्कूल, कॉलेज और शिक्षा केंद्र में अवकाश घोषित किया गया। मौसम विभाग द्वारा सभी को सचेत रहने का आग्रह किया गया है। Heavy Rain in Uttarakhand यह भी पढ़ें उत्तराखंड के कई जिलों में आज हो सकती है तेज बारिश, लगातार बरस रहे बदल…….

Rain Alert In Uttarakhand: 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना, चारधाम में बदलेगा मौसम, अलर्ट जारी

Rain Alert In Uttarakhand

उत्तराखंड राज्य के पहाड़ी जिलों में आज मौसम बदला रहेगा। चारधाम यात्रा पर भी (Rain Alert In Uttarakhand) इसका असर दिखाई दे सकता है। कुरुक्षेत्र में गर्जन और तेज रफ्तार की हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में होगी हल्की बारिश और गर्जना (Rain Alert In Uttarakhand) मौसम विभाग के निदेशक ने जानकारी दी है की आज रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों के कुछ क्षेत्रों में गर्जन के साथ-साथ हल्की बारिश हो सकती है। इसी के साथ 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की भी संभावना है। पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश होने के कारण चारों धामों में मौसम का मिजाज बदला सा रहेगा। यात्रियों को सही तैयारी करके जाने की सलाह (Rain Alert In Uttarakhand) मौसम वैज्ञानिकों ने पूर्वानुमान जारी किया है कि आज केदारनाथ धाम, बद्रीनाथ धाम, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में बारिश होने की संभावना है। सभी यात्री जो चारधाम दर्शन का प्लान कर रहे हैं उन्हें अपने साथ बरसाती, छाता, गर्म कपड़े रखने की सलाह दी गई है। Rain Alert In Uttarakhand यह भी पढ़ें नर्सिंग स्टाफ द्वारा 2 डॉक्टरों के निलंबन की मांग, धरने से स्वास्थ्य सेवाएं नहीं होंगी प्रभावित

Increasing Weather In Uttarakhand : कही चिलचिलाती धूप तो कहीं बारिश, जानें कैसा रहेगा आगामी 4 दिनों का मौसम

Increasing Weather In Uttarakhand

उत्तराखंड (Increasing Weather In Uttarakhand ) में लगातार मौसम में गर्मी देखी जा रही है जहां तेज धूप और गर्म हवाओं ने तापमान बढ़ा दिया है बात करें बुधवार की तो देहरादून में बुधवार को अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 38.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तो वहीं पंतनगर में तापमान 39.5 डिग्री तक पहुंच गया है। मौसम विभाग की माने तो अगले 4 दिन तक सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा तापमान रहने को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने जारी की जानकारी | Increasing Weather In Uttarakhand 15 मई तक आते आते राज्य का तापमान 39 तक पहुंच चुका है तो वही मौसम विभाग में केदारनाथ, यमुनोत्री गंगोत्री, बद्रीनाथ में अगले तीन दिन बादल छाए रहने और शाम को बारिश की होने की जानकारी दी है। दूसरी तरफ चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में भी कहीं हल्की बारिश और आकाश से बिजली चमकने की संभावना जताई है। Increasing Weather In Uttarakhand बुधवार बीते बुधवार को देहरादून में दिनभर चिलचिलाती धूप निकली धूप के साथ गर्म हवाएं चलती रही, जिससे लोगों को बढ़ाते गर्मी का सामना करना पड़ा तो वही शाम होते ही कई इलाकों में धूल भरी आंधी चली जिससे यातायात में समस्या आई, लेकिन तेज हवाएं चलने से गर्मी से थोड़ी राहत मिली। Increasing Weather In Uttarakhand यह भी पढ़े | जल्द मिलेगी चिलचिलाती गर्मी से राहत, मौसम विज्ञान केंद्र ने जारी किया पूर्वानुमान

Chardham Accomodation: देहरादून में ठहर सकते हैं 1,750 यात्री, पुलिस प्रशासन द्वारा पूरी व्यवस्थाओं का दावा

Chardham Accomodation

चारधाम यात्रा के शुरू होने के साथ (Chardham Accomodation) तीर्थयात्रियों को ठहराने के लिए स्थान चिन्हित किए हैं। इस समय देहरादून जिले में एक समय में अलग-अलग जगह पर 1,750 यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था है। व्यवस्थाओं के लिए जिले को ए, बी और सी प्लान में बांटा (Chardham Accomodation) उत्तराखंड पुलिस प्रशासन के निर्देश के बाद ऋषिकेश में रुके तीर्थ यात्रियों के लिए व्यवस्थाएं देखीं हैं। पूरे जिले को ए, बी और सी प्लान में बांटा गया है और इसी के हिसाब से कई रूट भी निर्धारित किए गए हैं। पुलिस प्रशासन का दावा है कि इन सभी जगह पर रहने, खाने और शौचालय की पूरी व्यवस्था है। आपको बता दें कि चिन्हित स्थानों में विकास नगर से लेकर मसूरी और ऋषिकेश हैं। इसी के साथ आपातकाल स्थिति के लिए भी बहुत से रूट निर्धारित किए गए हैं। जानकारी के अनुसार राज्य भर में यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चलेगी और पुलिस फोर्स भी तैनात की गई है। पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा सभी क्षेत्रों में पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा और किसी भी तरह की अव्यवस्था को हिदायत में रखते हुए प्रबंध किए गए हैं। जानिए क्या होंगी यात्रियों के लिए मुख्य प्रवेश (Chardham Accomodation) 2. देहरादून-शिमला बाईपास-विकासनगर-यमुनोत्री 3. देहरादून से मसूरी जानिए कहां होंगी आपातकाल में यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था (Chardham Accomodation) ए) ऋषिकेश क्षेत्र में -ट्रांजिट कैंप ( क्षमता- 500) -भारत माता इंटर कॉलेज ( क्षमता- 200) बी) विकासनगर मार्ग पर ठहरने की व्यवस्था -डाकपत्थर – साधना आश्रम (डुमेट)- क्षमता 150 -कटा पत्थर व डाक पत्थर में प्राइवेट होटल-लगभग 200 -सद्भावना आश्रम डुमेट -100 -बाड़वाला इंटर कॉलेज-150 -हरबर्टपुर बस स्टैंड-100 -हरबर्टपुर नया बस अड्डा-200 -नया गांव चौकी के सामने-150 सी) मसूरी रूट पर ऋषिकेश-हरिद्वार से वाया देहरादून, यमुनोत्री-गंगोत्री चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के रूट -ऋषिकेश-हरिद्वार–भानियावाला तिराहा–मोहकमपुर–रिस्पना–कारगी चौक–आईएसबीटी–सेंट जूड्स चौक–शिमला बाईपास रोड–विकासनगर से गंतव्य स्थल तक। उत्तर प्रदेश से मसूरी जाने वाले पर्यटकों के वाहनों के लिए रूट प्लान -आईएसबीटी-शिमला बाईपास-सेंट जूड्स चौक–कमला पैलेस–बल्लीवाला फ्लाईओवर–बल्लूपुर-कैंट तिराहा–जोहड़ी गांव-पुरकुल गांव तिराहा–कुठालगेट-कोल्हूखेत–मसूरी। हिमाचल प्रदेश से मसूरी जाने वाले पर्यटकों के वाहनों के लिए रूट प्लान -प्रेमनगर-बल्लूपुर चौक-कौलागढ़-कैंट तिराहा–जोहड़ी गांव-पुरकुल गांव तिराहा–कुठालगेट-कोल्हूखेत–मसूरी। यात्रियों की वापसी का रूट प्लान (Chardham Accomodation) -मसूरी से हिमाचल जाने वाले वाहनों के लिए-कुठालगेट–पुराना राजपुर रोड-सांई मंदिर डायवर्जन-जोहड़ी गांव कट से सीएसडी तिराहा–कैंट तिराहा-बल्लूपुर–अपने गंतव्य स्थान तक। -मसूरी से आशारोड़ी उत्तर प्रदेश जाने वाले वाहनों के लिए-कुठालगेट–पुराना राजपुर रोड-साईं मंदिर–किरशाली चौक-आईटी पार्क–6 नंबर पुलिया–जोगीवाला–रिस्पना पुल आईएसबीटी-आशारोड़ी से गंतव्य स्थल तक। -मसूरी से ऋषिकेश मार्ग-कुठालगेट-पुराना राजपुर रोड-साईं मंदिर-किरशालीचौक–कालागांव–मालदेवता-थानों रोड-भानियावाला तिराहा–ऋषिकेश। Chardham Accomodation यह भी पढ़ें उत्तराखंड राज्य में इस सप्ताह बिजली की मांग हो सकती है 5.5 करोड़ यूनिट, कटौती बढ़ा सकती है परेशानी

Helpline No. For 2 Dhams : यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में जल्द मिलेगी जाम से राहत, प्रशासन ने बनाया यह प्लान, जारी किए हेल्पलाइन न०, 24 घंटे मिलेगी जानकारी

Helpline No. For 2 Dhams

देवभूमि (Helpline No. For 2 Dhams) में चार धाम यात्रा शुरू होते ही तीर्थ यात्रियों को लंबे जाम से जूझना पड़ रहा है जिससे निजात पाने के लिए प्रशासन की ओर से नया प्लान बनाया गया है गंगोत्री और गंगोत्री धाम में आने वाले तीर्थ यात्रा की मदद के लिए प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। आपदा और पुलिस के हेल्पलाइन नंबर पर 24 घंटे दोनों धामों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। साथ ही कंट्रोल रूम की मॉनीटरिंग भी वरिष्ठ अफसर को दी गई है, ताकि तीर्थ यात्रियों की हर समस्या का तुरंत निदान किया जा सके। यमुनोत्री और गंगोत्री के तीर्थ यात्रियों के लिए जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी डॉक्टर मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि यमुनोत्री और गंगोत्री धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए शासन पूरी तरह मेहनत कर रहा है। तीर्थ यात्रा को दोनों धामों की सड़क, मौसम की स्थिति से लेकर अन्य महत्वपूर्ण जानकारी सही और समय पर मिले इसके लिए जिला आपदा परिचालन केंद्र और जिला पुलिस कंट्रोल रूम के द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। Helpline No. For 2 Dhams इन नंबरों पर तीर्थ यात्री धामों से जुड़ी किसी भी जानकारी और समस्या का समाधान पा सकते हैं कंट्रोल रूम में 24 घंटे तीर्थ यात्रा को समाधान की जानकारी दी जाएगी उन्होंने यात्रा रोड पर तैनात सभी नोडल और विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी समस्या का निदान समन्वय बनाकर करें तीर्थ यात्रा को किसी भी तरह की असुविधा न हो इसका ध्यान रखा जाए। Helpline No. For 2 Dhams इन हेल्पलाइन नम्बर पर मिलेगी मदद | Helpline No. For 2 Dhams जिला आपदा कंट्रोल रूम-01374-222722, 222126 टोल फ्री नम्बर-1077 मोबाइल-7500337269 व्हाट्सएप-7310913129 पुलिस कंट्रोल रूम-9411112976, 8868815266 यह भी पढ़े | नेताला से गंगोत्री धाम मार्ग अब प्लास्टिक नियंत्रित क्षेत्र घोषित, क्यूआर कोड के बिना नहीं होगी बिक्री

Iceberg In Alaknanda River : 2 हिमखंडों से बहती नदी बनी आकर्षण का केंद्र, जल्द हो जाएंगे गायब

Iceberg In Alaknanda River

इस वर्ष (Iceberg In Alaknanda River) चार धाम यात्रा के दौरान अलकनंदा नदी में दो हिमखंडों के अंदर से नदी बह रही है जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है हालांकि जिस प्रकार से गर्मी बढ़ रही है उसे लग रहा है कि यह भी कुछ दिनों बाद गायब हो जाएगी। हर साल पांडुकेश्वर से बद्रीनाथ के बीच 12 किलोमीटर क्षेत्र में चट्टी, पागल नाला, रंडागबैंड, कंचनजंगा, हनुमान चट्टी सहित सात जगहों पर हिमखंड रहते थे इस बार सिर्फ रंडागाबैंड, पागल नाला, कंचनजंगा आदि दो स्थानों पर ही इंसान नजर आ रहे हैं जो तेजी से पिघल रहे हैं आपको बता दें कि यात्री बद्रीनाथ धाम की चोटियों में को देखकर खासी उत्साहित हो रहे हैं बद्रीनाथ धाम खुलते ही बद्रीनाथ में बर्फबारी शुरू हो गई है। Iceberg In Alaknanda River शीतकाल में इस बार देर से हुई थी बर्फबारी | Iceberg In Alaknanda River अलकनंदा नदी में रंडागबैंड के नीचे, देवदर्शनी के नीचे लगभग 200 मीटर हिमखंड के नीचे से बह रही है जिसे देखकर यात्री रोमांचित हो रहे हैं। शीतकाल में इस बार देर से बर्फबारी हुई थी। फरवरी में भारी बर्फबारी तो हुई लेकिन देर से पड़ी बर्फ में पानी की मात्रा ज्यादा होने के चलते वह बड़े हिमखंडों का रूप नहीं लेती है। यही कारण है कि इस बार पांडुकेश्वर से बदरीनाथ के बीच हिमखंडों का दीदार सिर्फ दो ही जगह में हो रहा है। पांडुकेश्वर गांव के 90 वर्षीय राम सिंह भंडारी का कहना है कि कई वर्षों बाद हिमखंड गायब हैं। कहा कि दिसंबर जनवरी में अगर भारी बर्फबारी होती तो हिमखंड का रूप लेती। Iceberg In Alaknanda River यह भी पढ़े | औपचारिक रूप से शुरू हुई चार धाम यात्रा, वित्त मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर 135 वाहनों को किया रवाना