Thyroid Awareness Month 2024 : क्या हैं थायराइड, और उसके लक्षण, जाने और दूसरों को भी करें जागरूक |

भारत में लोग थायराइड (Thyroid Awareness Month 2024) बीमारी और उनके कारण होने वाली गंभीर बीमारियों की समस्या के चलते शारीरिक और मानसिक परेशानियों का सामना करते हैं। थायराइड की समस्या हर वर्ग के व्यक्ति को होती है लेकिन ज्यादातर 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में यह समस्या पाई जाती है।
थायराइड बीमारी और उसके कारण होने वाले रोगों के करण,लक्षणों, विकार के सही इलाज और प्रबंधन के बारे में लोगों को जागरूक करने के लक्ष्य से हर साल कई देशों में जनवरी महीने को “थायराइड जागरूकता माह” के रूप में मनाया जाता है। इस साल यह आयोजन “थायराइड स्वास्थ्य का पोषण : ज्ञान जांच और कल्याण” थीम पर मनाया जा रहा है

क्या होता है थायराइड | Thyroid Awareness Month 2024

थायरॉयड ग्रंथि गर्दन के निचले हिस्से में एक छोटी ग्रंथि होती है। यह चयापचय, ऊर्जा उत्पादन और मनोदशा सहित कई शारीरिक कार्यों के नियमन में सहायता करता है। और थायरॉइड में असामान्यता का पता लगाने के लिए थायरॉइड प्रोफ़ाइल परीक्षण का उपयोग किया गया है।

थायरॉयड के प्रकार और लक्षण | Thyroid Awareness Month 2024


थायराइड रोग दो प्रकार के होते हैं हाइपोथायरॉइडिज्म और हाइपरथाइरॉयडिज़्म ।
हाइपोथायरॉइडिज्म के अंतर्गत थायराइड ग्रंथि में हार्मोन का उत्पादन निर्माण में जरूर से ज्यादा कमी होती है तो वही हाइपोथाइरॉएड इस में थायराइड ग्रंथि हार्मोन का उत्पादन बहुत ज्यादा करती है।

हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण | Thyroid Awareness Month 2024

  1. तेज़ दिल की धड़कन या घबराहट
  2. भूख बढ़ने के बावजूद वजन कम होना
  3. घबराहट या बेचैनी
  4. पसीना और गर्मी असहिष्णुता में वृद्धि
  5. कांपना या हाथ कांपना
  6. मासिक धर्म पैटर्न में परिवर्तन
  7. मांसपेशियों में कमजोरी या थकान
  8. सोने में कठिनाई
  9. गण्डमाला (बढ़ी हुई थायरॉयड ग्रंथि)
  1. थकान या सुस्ती
  2. वजन बढ़ना या वजन कम करने में कठिनाई होना
  3. अवसाद या उदासी महसूस करना
  4. शुष्क त्वचा और बाल
  5. ठंडे तापमान के प्रति संवेदनशीलता
  6. कब्ज़
  7. मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी
  8. जोड़ों का दर्द और अकड़न
  9. गण्डमाला (बढ़ी हुई थायरॉइड ग्रंथि)।

थायराइड बीमारी का खतरा किस्से है सबसे ज्यादा | Thyroid Awareness Month 2024

  1. जो लोग 30 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं, उनमें थायरॉयड बीमारी के लिए कई जोखिम कारक हो सकते हैं। यदि आपकी उम्र 35 वर्ष या उससे अधिक है तो हर पांच साल में या आपके डॉक्टर द्वारा बताए अनुसार थायराइड जांच की सिफारिश की जाती है। इससे प्रारंभिक चरण का पता लगाने और उपचार शुरू करने में मदद मिल सकती है।
  2. ऑटोइम्यून बीमारियों के इतिहास वाले परिवारों में थायरॉइड डिसफंक्शन की संभावना अधिक होती है
  3. टाइप 1 मधुमेह वाले लोगों में थायराइड का खतरा अधिक होता है।
  4. यदि किसी व्यक्ति की गर्दन पर अचानक सूजन आ जाती है, तो यह बढ़े हुए थायरॉयड ग्रंथि के कारण हो सकता है।
  5. जिन लोगों की गर्दन की सर्जरी हुई है, उनकी थायरॉइड ग्रंथि सर्जरी के बाद की स्थितियों में प्रभावित हो सकती है
  6. रेडिएशन थेरेपी या कीमोथेरेपी भी थायरॉइड डिसफंक्शन का कारण बन सकती है।
  7. डाउन या टर्नर सिंड्रोम जैसी क्रोमोसोमल असामान्यताओं के साथ पैदा होने वाले शिशुओं में असामान्य थायरॉयड कार्यप्रणाली का खतरा अधिक होता है।

थायरॉइड प्रोफ़ाइल परीक्षण क्यों है ज़रूरी और जांच में कितना होगा खर्च | Thyroid Awareness Month 2024

  1. किसी भी थायराइड विकार से बचने के लिए।
  2. हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म का पता लगाने के लिए।
  3. थायराइड रोगियों में थायराइड उपचार की लाइन की निगरानी करना।
  4. बांझपन के कारणों को जानने के लिए।
  5. गर्भावस्था के दौरान थायराइड संबंधी किसी भी समस्या की जांच करने के लिए
  6. शिशुओं में थायराइड विकारों को दूर करने के लिए।
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देहरादून में थायराइड की केवल 300 से 500 रुपए में हो जाती है, जिसकी रिपोर्ट आपको 24 घंटे में मिल सकती है।

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Rupa Rani
Rupa Rani

Rupa Kumari is a young journalist with 5 years of experience in digital media in Uttarakhand. Currently, she is associated with TII, where she covers Uttarakhand politics as well as lifestyle, sports, and national and international news.