जोशीमठ के 1200 घर आए रिस्क जोन में, सीबीआरआई ने की पुनर्वास की सिफारिश | Rehabilitation In Joshimath

जोशीमठ (Rehabilitation In Joshimath) में दो भूधासांव के चलते करीब 1200 घर हाई रिस्क में आ गए हैं पहाड़ पर 14 पॉकेट पर यह घर बने हुए हैं जो की सुरक्षा रहने के लिहाज से सुरक्षित नहीं है। सीबीआई के द्वारा किए गए सर्वे की शासन को सौंपी गई रिपोर्ट में पुनर्वास की सिफारिश की गई है। 2023 में जोशीमठ में हुए भूत हिसाब के बाद अलग-अलग तकनीकी संस्थानों की ओर से अपने सर पर तकनीकी जांच की गई थी। सीबीआरआई रुड़की के वैज्ञानिकों की ओर से पहाड़ पर बने मकानों के दरारें और जमीनों में आई दरारों के आधार पर खतरे की जांच की गई। जांच की रिपोर्ट में सीबीआरआई ने शासन से पुनर्वास की सिफारिश की है।

3 वर्गों में बांटे गए घर | Rehabilitation In Joshimath

सर्वे के दौरान सभी घरों में आई दरारों के अलग-अलग पैरामीटर के हिसाब से आकलन किया गया है, साथ ही जमीन के अंदर आई दरारों के लिए भू वैज्ञानिक रिपोर्ट की भी जांच की गई। जिसके आधार पर घरों को तीन वर्गों में बांटा गया है। आपको बता दें कि सर्वे के दौरान सीबीआरआई ने 14 हाई रिस्क जोन चिन्हित किए हैं। Rehabilitation In Joshimath

चिन्हित किए गए हाई रिस्क जोन पहाड़ पर पॉकेट के रूप में है जहां पर बने घर रहने के लिए सुरक्षित नहीं है। हाई रिस्क जोन मारवाड़ी बाजार, लोअर बाजार, अप्पर बाजार, मनोहर बाग और सिंहधार में स्थित है। कुछ समय पहले जोशीमठ का फिजिकल सर्वे भी किया गया है जिसके अनुसार करीब 2500 घरों में से 1200 घरों को हाई रिस्क के अंदर रखा गया है। हाई रिस्क के अंदर आने के कारण इन घरों में रह रहे लोगों के पुनर्वास के सिफारिश की गई है। पुनर्वास (Rehabilitation In Joshimath) से जुड़ा कोई भी निर्णय लेने से पहले सरकार थाने लोगों की राय भी जाने की उनकी सहमति से ही आगे की योजना तय की जाएगी।

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Rupa Rani
Rupa Rani

Rupa Kumari is a young journalist with 5 years of experience in digital media in Uttarakhand. Currently, she is associated with TII, where she covers Uttarakhand politics as well as lifestyle, sports, and national and international news.