इस बार कावड़ मेले में कावड़ की तय की गई ऊंचाई। डीजे पर भी नियंत्रण (Kanwar Yatra 2024) रखने की की जाएगी सख्ती।
7 फीट ही होगी कावड़ की ऊंचाई (Kanwar Yatra 2024)
इस बार शुरू होने वाली कावड़ मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समन्वय बैठक में आठ राज्यों के पुलिस अधिकारियों द्वारा चर्चा होने के बाद दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। इस बार कावड़ मेले में कावड़ की भी ऊंचाई तय की गई है। निर्देशों के अनुसार किसी भी कांवड़ियों को 7 फीट से ज्यादा की ऊंचाई का कांवड़ नहीं लगाने दिया जाएगा।
इसके साथ ही डीजे पर भी नियंत्रण रखने के निर्देश दिए गए हैं। आपको बता दे सोशल मीडिया को गुप्त माना गया है, जिसकी निगरानी पहले से ज्यादा कड़ी की जाएगी। अलग-अलग आबादी वाले इलाकों में फोर्स तैनात करने के साथ यातायात सुगम बनाने के लिए डायवर्सन प्लान भी तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
उपद्रवियों के खिलाफ लिया जाएगा कड़ा एक्शन (Kanwar Yatra 2024)
जानकारी के अनुसार सभी राज्यों को सोशल मीडिया की निगरानी के लिए और भी कड़े प्रबंध करने को कहा गया है। जिसमें ध्यान रखा जाएगा कि सोशल मीडिया पर ऐसा कोई भी पोस्ट प्रसारित न किया जाए जिससे यात्रा प्रभावित हो। पुलिस प्रशासन द्वारा उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
इसमें पुलिस प्रशासन ने दूसरे पड़ोसी राज्यों से भी सहयोग करने की अपील की है। उत्तराखंड में शांतिपूर्वक कावड़ मेला संपन्न हो इसकी पूरी तैयारी की जा रही है। आजकल आतंकी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए कावड़ यात्रा के दौरान सभी लोगों को सतर्क रहने का सुझाव भी दिया गया है।
जानिए किन बातों पर किया गया विचार (Kanwar Yatra 2024)
कांवड़ियों पर सीसीटीवी और ड्रोन से नजर रखी जाएगी, ताकि कोई अनहोनी न हो।
- स्थानीय स्तर पर सीमावर्ती राज्यों के जनपदों के क्षेत्राधिकारी व थाना प्रभारियों के साथ समन्वय गोष्ठी करने का निर्णय लिया गया।
- यात्रा के दौरान कांवड़ियों को अपना परिचयपत्र साथ रखने, सात फीट से ऊंची कांवड़ न बनाए जाने, रेल की छतों पर यात्रा न करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
- बेहतर समन्वय के लिए कांवड़ यात्रा में नियुक्त सीमावर्ती प्रदेशों में नियुक्त अधिकारी हरिद्वार स्थित कंट्रोल रूम में बैठेंगे।
- आबादी वाले स्थानों, अस्पताल, स्कूलों व वरिष्ठ नागरिकों के आवासों के पास डीजे के प्रयोग पर नियंत्रण रहे।
- शिविरों में काम करने वाले लोगों का सत्यापन किया जाएगा।
- कांवड़ यात्रा के दौरान चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए उनके लिए अलग मार्गों का निर्धारण किया जाए। दिल्ली से ही चारधाम यात्रा मार्ग का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
- चिड़ियापुर बैरियर, नारसन चेकपोस्ट, लखनौता चेकपोस्ट, काली नदी बैरियर व गोवर्धन चेकपोस्ट पर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की सीमावर्ती प्रदेशों के साथ संयुक्त चेकिंग की जाए। Kanwar Yatra 2024
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