चालकों के द्वारा हिट एंड रन कानून के विरोध में की जा रही हड़ताल (Roadways Strike End) दूसरे दिन परिवहन संघों की शासन से वार्ता के बाद खत्म कर दी गई। आपको बता दे की परिवहन सचिव अरविंद सिंह हांकी ने परिवहन संघों की बैठक आयोजित की थी, जिसमे उन्होंने कहा की मोटर दुर्घटना में कानून में जिस सजा के विरोध में 2 दिनों से हड़ताल जारी ही, उस कानून की न तो अधिसूचना जारी हुई है और न ही वह कानून लागू हुआ है।
बैठक के दौरान गृह मंत्रालय ने कहा कि नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ हड़ताल को लेकर बैठक के बाद सरकार और ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने चालकों से हड़ताल खत्म करने की अपील की है। एआईएमटीसी अध्यक्ष ने कहा कि गृहमंत्री ने कानून को होल्ड पर रखा है, हमारी अगली बैठक होने तक या कानून लागू नहीं किया जाएगा।
हड़ताल खत्म, पर रुके वाहनों के पहिए | Roadways Strike End
भले ही चालकों की हड़ताल खत्म हो गई हो, लेकिन वाहनों के पहिए अभी भी थमे हुए है। दरअसल 2 दिन रही हड़ताल के चलते राज्य में पेट्रोल का संकट पैदा हो गया। पेट्रोल पंप पर पेट्रोल न होने के कारण हड़ताल खत्म होने के बावजूद वाहनों को सड़कों पर नहीं उतार पाए चालक। कुछ गिने–चुने वाहनों को छोड़ सड़कों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट के वहां नहीं नजर आए।
परिवहन संघों से अपनी बात कानून सम्मत तरीके से पहुंचने के दिए निर्देश | Roadways Strike End
परिवहन सचिव ने परिवहन संघों के पदाधिकारियों से अपनी बात को कानून सम्मत तरीके से सरकार तक पहुंचने का आवाह्न किया, ताकि उसे केंद्र सरकार तक पहुंचाया जा सके। साथ ही उन्होंने कहा की परिवहन जनसरोकारों से जुड़ा हुआ है, जिससे न केवल अमजानता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि जरूरी सेवाओं की भी आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है।
3 जनवरी को हड़ताल खत्म करने का लिया निर्णय | Roadways Strike End
सचिव की बात सुनने के बाद परिवहन संघों ने कहा की कोई भी चालक जानकर दुर्घटना नहीं करता है। दुर्घटना अधिकतर खराब सड़क, चौराहों का उपयुक्त न होना, निजी वाहन चालकों के अप्रशिक्षित होने की वजह भी होती है। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई के यदि चालक दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर रुकता है तो वह भीड़ की हिंसा का शिकार हो सकता है।
बैठक के दौरान कुछ चालकों ने हड़ताल तोड़ने पर जमी भी भरी लेकिन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने हड़ताल खत्म करने से इंकार किया और कहा की बुधवार को भी हड़ताल जारी रहेगी। संघटन के प्रदेश महासचिव आदेश सैनी ने बताया की 3 जनवरी को होने वाली हड़ताल में सभी संघ शामिल होंगे और उनके संघ ने चक्केकाम को राष्ट्रीय स्तर पर करने का फैसला किया है।लेकिन संघों से शासन की हुई लंबी चर्चा के बाद 2 जनवरी को हड़ताल खत्म करने की बात पर सभी संघों ने सहमति जताई।
आवश्यक सेवाओं की पूर्ति करने के दिए निर्देश | Roadways Strike End
बैठक में हड़ताल खत्म होने के निर्णय होने के बाद परिवहन सचिव अरविंद सिंह हांकी ने प्रदेश के सभी जिलों के डीएम, एसएसपी को जरूरी सेवाओं की पूर्ति करने और संचालन करने वालों की सुरक्षा करने के निर्देश दिए। साथ ही संचालन करने में बाधा डालने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की भी बात कही। सचिव हांकी ने पेट्रोल, डीजल, गैस आदि की आपूर्ति के लिए तेल कंपनियों के प्रबंधकों को आपूर्ति निर्बाध करने के निर्देश दिए।
मंगलवार को हुई बैठक में सीएम के सचिव, गढ़वाल आयुक्त, डीआईजी, परिवहन निगम के एमडी, संयुक्त परिवहन आयुक्त, एसएसपी के अलावा कई परिवहन संघ मौजूद रहे।
हड़ताल के चलते पेट्रोल पंप पर लगी भीड़ | Roadways Strike End
हड़ताल के दूसरे दिन पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल भराने के लिए लोगो का हुजूम दिखाई दिया। सुबह जहां मसूरी में पेट्रोल पंपों के बाहर सड़क तक लंबी–लंबी कतारें नजर आई तो वही शाम तक देहरादून के भी कई पेट्रोल पंप गाड़ियों से भरे नजर आए।
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